लंबे बालों का दो मुंहे हो जाना सामान्य बात है। इससे बचने के लिए बालों पर कई प्रोडक्टस के इस्तेमाल के अलावा बालों को ट्रिम भी किया जाता है। मगर कई बार ट्रिम करवाने के बाद हेयर ग्रोथ (hair growth) का रूक जाना चिंता का विषय बनने लगता है। दरअसल, तरह तरह के केमिकल युक्त प्रोडक्टस बालों की ग्रोथ के लिए नुकसानदायक साबित होते है। जो ट्राइकोप्टिलोसिस जैसी समस्या का कारण बनने लगते हैं। इससे बालों में रूखापन बढ़ने लगता है और बाल ड्राई व शुष्क हो जाते हैं। जो बालों के टूटने का भी कारण बनने लगता है। पोषण की कमी के चलते बालों को हो रहे नुकसान से बचने के लिए इन घरेलू नुस्खों से करें स्प्लिटएंड्स की समस्या हल। जानते हैं स्प्लिटएंड्स का कारण और इससे बचने के घरेलू नुस्खे (Hair masks for split ends)।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार हेयर एंडस बालों का सबसे पुराना हिस्सा होता हैं। जो कमजोर होता है और अपनी सुरक्षात्मक परत धीरे धीरे खोने लगता हैं। शोध के अनुसार इससे बाल दो मुंहे होने लगते हैं। इससे इन्नर कॉर्टेक्स नज़र आने लगता है और वो रूखे, बेजान और खुरदरे बनने लगते हैं। कई कारणों से बालों के दो मुंहे होने की समस्या बढ़ने लगती है। जानते हैं स्प्लिटएंड्स के कारण (Reasons of split ends) ।
रोज़ाना बालों को कर्ली या स्ट्रेट करने के लिए हीटिंग टूल्स का का इस्तेमाल बालों के टूटने का कारण बनते हैं। इससे बालों का पोषण खाने लगता है और बाल डैमेज होने लगते है। इससे स्प्लिटएंड्स की समस्या बढ़ने लगती है। जो बालों को नुकसान पहुंचाती है और बाल रूखे दिखने लगते हैं।
कभी बालों में कलरिंग तो कभी हार्श कैमिकल्स से भरपूर शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल बालों की जड़ों को कमज़ोर बनाता है। इसके अलावा धीरे धीरे बालों के दो मुंहे होने की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल स्प्लिटएंड्स की समस्या को हल कर देता है।
अगर आप बालों के निचले हिस्से को देर तक ट्रिम नहीं करवाते हैं, तो उससे बालों में रफनेस बढ़ने लगती है। ऑफिसियल जर्नल ऑफ दी हेयर रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के अनुसार लंबे वक्त तक बालों को ट्रिम न करवाने से बालों का रूखापन बढ़ता है और स्प्लिटएंड्स बढ़ने लगते हैं। कुछ दिनों के अंतराल में हेयर ट्रिमिंग बालों की ग्रोथ को बढ़ाती है और बालों का टूटना कम होने लगता है।
विटामिन ए और फोलिक एसिड से भरपूर पपीता स्कैल्प पर सीबम के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। इससे बाल हेल्दी और मज़बूत बनने लगते हैं। इसमें मौजूद लाइकोपीन बालों की जड़ों और सिरों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए 4 चम्मच पपीते के पल्प में आधा चम्मच नारियल का तेल मिलाएं और 1 चम्मच शहद मिक्स करके हेयर मास्क तैयार करके अप्लाई करें। 30 से 40 मिनट तक मास्क को लगा रहने दें। फिर माइल्ड शैम्पू से बालों को धो दें।
एनआईएच के अनुसार केले में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं। जो हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती प्रदान करते हैं। इसके अलावा इसमें सिलिकॉ कांटेट की भी उच्च मात्रा होती है। इससे शरीर में कोलेजन का स्तर बढ़ने लगता है। जो बालों को हेल्दी और बांउसी बनाता है।
इसे बालों में लगाने के लिए केले के पल्प में बराबर मात्रा में एवोकाडो का पल्प मिलाएं और हेयर मास्क को बालों में लगाएं। 10 से 15 मिनट तक बालों में लबगे रहने के बाद बालों को धो दें। इससे बालों का रूखापन कम होता है और दो मुंहे बालों की समस्या हल हो जाती है।
एलोवेरा जेल विटामिन ए, सी और ई के अलावा बी 12 से भरपूर है। जो बालों को टूटने से बचाता है। इससे बालों का रूखापन कम होने लगता है। इसमें मौजूद हाई कोलेजन केटेट दो मुंहे बालों की समस्या से राहत दिलाता है। इसके लिए एलोवेरा जेल में दही की गुडनेस को मिलाकर बालों में लगाने से फ्रिजी हेयर की समस्या दूर होती है। इसके अलावा स्कैल्प इचिंग की समस्या भी दूर होती है।
ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर मेथीदाना का पाउडर बालों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन, आयरन और जिंक बालों को पोषण प्रदान करता है। इससे बालों का रूखापन दूर होने लगती है। मेथी दाना पेस्ट भी बालों के लिए असरदार है। इसके लिए मेथीदाना को ओवरनाइट सोक कर लें अब उसका पेस्ट बनाकर उसे शहद में मिक्स करके बालों में लगाएं।
ये भी पढ़ें- बालों की कई समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है आंवला, रीठा और शिकाकाई हेयर मास्क, जानिए इसे कैसे बनाना है