हम सभी सालों से बालों को ट्रिम करवाते आ रहे हैं। ज्यादातर महिलाएं स्प्लिटएंड्स (split ends) को निकालने के लिए बालों को ट्रिम करवाती हैं। हालांकि, इसके फायदे केवल यही तक सीमित नहीं हैं, हेयर ट्रिमिंग कई अन्य रूपों में भी आपके बालों के लिए फायदेमंद हो सकती है। क्या आपने आजतक इसके फायदों के बारे में जानने की कोशिश की है? यदि नहीं तो आज हम आपको बताएंगे हेयर ट्रिमिंग के कुछ खास फायदे।
यदि हेयर ट्रिमिंग (hair trimming) करवाती हैं तो आपको इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। वहीं यदि आप एक उचित समय काल के बाद भी ट्रिमिंग नहीं करवा रही हैं तो हेल्थशॉट्स की ये लेख आपके लिए है। लेख को पढ़ें और समझें ट्रिमिंग क्यों जरूरी है और हेयर ट्रिम करना शुरू करें (benefits of hair trimming)।
बालों का निचला हिस्सा कुछ समय बाद काफी रफ और दो मुहां हो जाता है जिसे हम आम भाषा में स्प्लिटएंडस कहते हैं। ऑफिसियल जर्नल ऑफ दी हेयर रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार स्प्लिटएंडस की समस्या बालों से जुडी तमाम समस्यायों का एक बड़ा कारण है।
इसकी वजह से बाल अधिक डैमेज और रफ नजर आना शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं स्प्लिटएंडस की वजह से बालों को मैनेज और हेयर स्टाइलिंग करना सभी काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में नियमित हेयर ट्रिमिंग की मदद से आप इसे आसानी से मैनेज कर सकती हैं।
ऑफिसियल जर्नल ऑफ दी हेयर रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के अनुसार आमतौर पर हीट टूल्स के अधिक इस्तेमाल से स्प्लिटएंडस की समस्या फ्रिक्वेंट होती है। ऐसे में सबसे जरुरी है हीटिंग टूल्स का सिमित इस्तेमाल इसके साथ ही आपको हीटिंग टूल्स के इस्तेमाल से पहले हीट प्रोटेक्शन स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिए।
ऑफिसियल जर्नल ऑफ दी हेयर रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार बालों को समय समय पर ट्रिम करते रहने से बाल काफी स्मूद और शिल्की रहते हैं, ऐसा इसलिए होता है क्युकी जैसे ही बाल रफ और डैमेज होना शुरू होते हैं हम बालों को ट्रिम कर देते हैं। जिससे स्प्लिटएंडस निकल जाता है और बालों में टैंगल्स नहीं आते।
इसके अलावा हेयर टैंगल्स को अवॉयड करने के लिए नियमित रूप से बालों को कॉम्ब करें, साथ ही होममेड सीरम और हेयर मास्क का इस्तेमाल भी बालों को डैमेज नहीं होने देता।
बालों का निचला हिस्सा जब रफ और ड्राई हो जाता है, तो ऐसे में हेयर स्टाइल करने में काफी परेशानी होती है। हमें अपने बालों पर अधिक समय और ऊर्जा वेस्ट करनी पड़ती है। ऐसे में जब आप अपने बालों को ट्रिम कर लेती हैं, तो आप आसानी से और प्रभावी तरिके से अपनी पसंदीदा हेयर स्टाइलिंग कर पाती हैं।
हेयर ट्रिमिंग बालों की समग्र सेहत के लिए बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। यह बालों को डैमेज से प्रोटेक्ट करता है। ऑफिसियल जर्नल ऑफ दी हेयर रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार जब बाल निचे से डैमेज हो जाते है, तो यह धीरे-धीरे ऊपरी बालों को भी प्रभावित करना शुरू कर देते हैं।
ऐसे में एक उचित गैप के बाद अपने बाल जरूर ट्रिम करने चाहियें, इससे बाल स्वस्थ रहते हैं। हालांकि, ट्रिमिंग के साथ आपको बाल को मुलायम और चमकदार बनाने के लिए अन्य घरेलु हेयर केयर प्रोडक्ट्स की आवश्यकता हो सकती है।
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नियमित हेयर ट्रिमिंग से निचे के डैमेज और अनहेल्दी हेयर बाल निकल आते हैं जिससे की बाल अधिक घने और खूबसूरत नजर आते हैं। स्प्लिटएंडस बालों को बेहद पतला कर देता है। हेयर ट्रिमिंग स्प्लिटएंडस को कट कर देती हैं जिससे की बालों का पतला हिस्सा कट जाता है और बाल मोठे और घने दिखाई देते हैं।
स्टेप 1: यदि आपके बाल वास्तव में सूखे हैं तो अपने बालों को पहले पसंदीदा शैम्पू से धोएं और कंडीशनर लगाएं।
स्टेप 2: त्वचा पर बाल आने से बचाने के लिए अपनी गर्दन के चारों ओर एक तौलिया या प्लास्टिक शीट लपेटें।
स्टेप 3: बालों को चार भागों में बांट लें और ठीक से कंघी करें।
स्टेप 4: अब,एक सेक्शन लें और अपने बालों को नीचे से पकड़ने के लिए अपनी मिडिल और इंडेक्स फिंगर का प्रयोग करें।
स्टेप 5: अब इन्हे एक तेज कैंची से, समानांतर दिशा में काटें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक कि बाल के सभी भाग ट्रिम न हो जाएं।
ट्रिमिंग की अवधि पूरी तरह से आपके बालों की लंबाई पर निर्भर करती है यदि बाल लम्बे हैं तो वे छोटे बालों की तुलना में बहुत जल्दी डैमेज और फिजी हो जाते हैं। ऐसे में बालों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है वहीं यदि आपके बालों की लंबाई माध्यम है तो ऐसे में आप इसे 6 से 8 हफ़्तों के बिच निचे से थोड़ा थोड़ा ट्रिम कर सकती है।
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