कुछ लोगों को दूध का सामान खाते ही पेट दर्द, सूजन, पेट फूलना, उल्टी और दस्त होने लगती है। यह लैक्टोज इन्टोलरेंस या लैक्टोज असहिष्णुता के कारण हो सकता है। इसका कारण जीन भी हो सकता है। यह प्राइमरी या सेकंडरी लैक्टेज की कमी से संबंधित हो सकता है। हालांकि इसे सिर्फ डेयरी उत्पादों तक ही सीमित नहीं किया जा सकता है। यह फर्मेंटेबल ओलिगो डाय मोनोसैक्राइड और पोलिओल्स ( fermentable oligo, di-, monosaccharides and polyols-FODMAPs).के इंटोलरेंस से भी जोड़ा जाता है। इस रोग से छुटकारा तो नहीं पाया जा सकता है। कुछ उपाय अपनाकर लैक्टोज इन्टोलरेंस से होने वाले दर्द को कम किया (how to stop lactose intolerance pain) जा सकता है।
लैक्टेज भोजन में मौजूद लैक्टोज को तोड़ देता है, ताकि शरीर इसे अवशोषित कर सके। लैक्टोज इंटोलरेंस तब होती है, जब शरीर लैक्टोज को तोड़ या पचा नहीं पाता है। लैक्टोज एक शुगर है, जो दूध और दूध से बने उत्पादों में पाई जाती है। जब छोटी आंत लैक्टेज नामक पाचन एंजाइम का पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाती है, तो यह स्थिति हो जाती है।
कुछ लोग लैक्टोज इंटोलरेंस के कारण होने वाले दर्द को रोकने के लिए डायटरी सप्लीमेंट लेने की कोशिश करते हैं। पर ये प्रोडक्ट बहुत अधिक प्रभावी नहीं हो सकते हैं। कुछ उपाय अपनाकर इसके कारण होने वाले दर्द को रोका जा सकता है।
लैक्टोज असहिष्णुता (lactose intolerance) के कारण होने वाले दर्द को रोकने की कोशिश कर रही हैं, तो लैक्टोज युक्त खाद्य पदार्थों से पूरी तरह बचना आम बात है। इससे शरीर को आवश्यक कैल्शियम प्राप्त करना कठिन हो सकता है।
लैक्टोज इंटोलरेंस वाले कुछ लोगों को अपने डेयरी उत्पादों की मात्रा को सीमित करने की जरूरत है। आपको कुछ बात की जांच और परीक्षण करना होगा।
यह देखना होगा कि किस प्रकार के डेयरी प्रोडक्ट को कितनी मात्रा में आप सहन कर सकती हैं।
इसके दर्द (lactose intolerance pain) से बचने के लिए इन आहार परिवर्तनों को आज़मा सकती हैं।
एक बार में एक कप से कम दूध पियें।
दूध और दूध से बने उत्पादों को भोजन के साथ न खाएं, बल्कि अकेले खाएं।
कम लैक्टोज या लैक्टोज रहित डेयरी उत्पाद चुनें।
दूध की जगह दही लें: दही में मौजूद लैक्टोज बनते समय टूट जाता है, जिससे शरीर के लिए इसे पचाना आसान हो जाता है।
एसिडोफिलस दूध ठंडे दूध में लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस नामक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया मिलाकर बनाया जाता है। इनसे लैक्टोज पाचन में मदद मिलती है। कुछ लोगों में यह काम नहीं कर पाता है।
यदि आप डेयरी से परहेज कर रही हैं, इसके बावजूद लैक्टोज इनटोलरेंस का दर्द हो रहा है, तो छिपे हुए लैक्टोज ट्रिगर से सावधानं रहना होगा।
अपने द्वारा खाए जाने वाले सभी खाद्य पदार्थों और ली जाने वाली दवाओं की जांच करनी होगी। उनमें लैक्टोज है या नहीं। बहुत सारे प्रोटीन बार, प्रोसेस्ड फ़ूड और गोलियों में लैक्टोज होता है।
मक्खन, दूध, और क्रीम जैसे स्पष्ट अवयवों की जांच करने के अलावा, कैसिइन और व्हे जैसे अन्य अवयवों की भी जांच करें।
लैक्टेज युक्त गोलियां लैक्टोज युक्त खाद्य पदार्थ खाने से पहले ली जा सकती हैं। कई लोगों के लिए लैक्टेज सप्लीमेंट (Lactose Supplement) की ज़रूरत तभी पड़ती है जब वे बड़ी मात्रा में लैक्टोज खाते या पीते हैं। यदि सप्लीमेंट का एक रूप काम नहीं करता है, तो दूसरा आज़माना उचित हो सकता है। कुछ लोगों को लगता है कि चबाये जाने वाले सप्लीमेंट की तुलना में टैबलेट का रूप उनके लिए बेहतर काम करता है। इन्हें सिर्फ पानी के साथ निगलना होता है।
आंत में मौजूद लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया लैक्टोज को सिंपल शुगर में तोड़ देते हैं। इन्हें कोलन द्वारा अवशोषित किया जा सकता है। कुछ प्रोबायोटिक सप्लीमेंट इस प्रक्रिया में मदद (how to stop lactose intolerance pain)कर सकते हैं। इन्हें फ़ूड स्टोर, शॉप्स, दवा की दुकानों और ऑनलाइन कैप्सूल, टैबलेट या पाउडर के रूप में मंगाया जा सकता है।
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