ओबेसिटी के मामले दिन- प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। नौकरीपेशा लोग ही नहीं, बल्कि छोटे बच्चे और किशोर भी इसके शिकार हो रहे हैं। हालांकि, बढ़ती ओबेसिटी के साथ वेट लॉस के प्रति जागरूकता भी तेजी से बड़ी है। अब लोग वेट मैनेजमेंट को लेकर पहले से ज्यादा सजग हुए हैं। पर जैसे ही वेट लॉस की बात आती है, लोग एक-दूसरे को चावल छोड़ देने का सुझाव देने लगते हैं। यानी ज्यादातर लोगों को लगता है कि मोटापे की एक बड़ी वजह चावल हैं। पर वास्तव में ऐसा नहीं है। आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ. अदिति शर्मा मानती हैं कि चावल खाकर भी वजन घटाया (Lose weight with rice) जा सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
फैट बर्न करने और वजन घटाने के बारे में यह मुद्दा काफी समय से चला आ रहा है, कि चावल खाएं या नहीं (How to eat rice for weight loss)। ज्यादातर लोग वजन कम करते हुए चावल खाना छोड़ देते हैं, परंतु क्या ऐसा करना उचित है? आज इस सवाल का जवाब जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मणिपाल हॉस्पिटल गाजियाबाद की न्यूट्रीशन और डायटेटिक्स की हेड, डॉक्टर अदिति शर्मा से बात की।
डॉ अदिति कहती हैं, “चावल मोटापा बढ़ाते हैं, यह केवल एक मिथ है। वास्तव में उन्हें पकाने और खाने का गलत तरीका, सिडेंटरी लाइफस्टाइल और जंक फूड का ज्यादा सेवन मोटापा बढ़ाने का कारण बनते हैं। अगर आप इन सब चीजों में बदलाव लाएं तो आप चावल खाते हुए भी वेट लॉस कर सकते हैं।”
एक्सपर्ट के अनुसार वेट लॉस डाइट में चावल को शामिल करना है, तो सबसे पहले इसके स्टार्च को बाहर निकलना जरूरी है। स्टार्च रिमूव करने के लिए चावल पकने का तरीका बदलना चाहिए। आजकल ज्यादातर लोग प्रेशर कुकर में चावल कुक करते हैं, जिससे की स्टार्च रिमूव नहीं होते।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार चावल से स्टार्च निकालने के लिए प्रेशर कुकर की जगह इसे किसी भागने में तैयार करें। अधिक पानी में चावल को उबालें और जब चावल पक जाए तो इसे पानी से बाहर निकाल लें और बचे हुए पानी को हटा दें। इस प्रोसेस से चावल के स्टार्च पानी के साथ निकल जाते हैं, और आप स्टार्च फ्री चावल एंजॉय कर सकती हैं।
वेट लॉस डाइट में व्हाइट राइस की जगह ब्राउन राइस को शामिल करना एक बेहतर विकल्प है। इसके अलावा आप बासमती और जैस्मिन राइस को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, और यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को अचानक से नहीं बढ़ने देती।
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इसके साथ ही इसमें फाइबर की गुणवत्ता भी अधिक होती है, जिससे कि आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती है और आपको बार-बार भूख नहीं लगती। वहीं आपकी कैलरी इंटक भी सीमित रहती है। इस प्रकार ब्राउन राइस को वेट लॉस के लिए अधिक प्रभावी माना जाता है।
वेट लॉस डाइट में चावल को इंजॉय करना चाहती हैं, तो पोर्शन कंट्रोल बहुत जरूरी है। किसी भी चीज की अधिकता उचित नहीं है, ठीक उसी प्रकार अधिक मात्रा में चावल का सेवन आपकी वेट लॉस जर्नी के लिए उचित नहीं होता। राइस का एक छोटा बाउल काफी है, इससे अधिक लेने पर आपका वजन बढ़ सकता है।
यदि आप अपने वेट लॉस डाइट में चावल शामिल करना चाहती हैं, तो इसे प्रोटीन के साथ कंबाइन करें। टोफू, पनीर, दाल आदि का कॉम्बिनेशन एक बेहतर विकल्प साबित होगा। इस प्रकार चावल खाने से आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती हैं, और आपको बार-बार भूख नहीं लगती, जिससे कि आप ओवर ईटिंग से बचाती हैं। इसके अलावा प्रोटीन में थर्मिक इफेक्ट पाया जाता है, जिसका मतलब है कि आप दिन भर में अधिक कैलरी बर्न कर पाती है, जो वेट लॉस में एक महत्वपूर्ण फैक्टर माना जाता है।
डॉ अदिति वेट लॉस में वेज पुलाव खाने की सलाह देती हैं। वेज पुलाव में अपनी पसंदीदा सब्जियां ऐड करें, जिनमें फाइबर सहित कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। इस प्रकार यह शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करता है। साथ ही साथ आपकी वेट लॉस जर्नी में भी कंट्रीब्यूट करता है। इतना ही नहीं इसके सेवन से आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती है। अक्सर हम वेट लॉस में सादा खाना खाकर थक जाते हैं, ऐसे में वेज पुलाव आपके टेस्ट बड्स को भी एक फ्लेवर प्रदान करेगा, जिससे कि आपकी क्रिविंग्स भी कम होंगी।
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