सेक्सुअल एक्टिविटी से शरीर को प्लेजर की प्राप्ति होती है। शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रॉन और टेस्टोस्टरॉन का उचित स्तर सेक्स ड्राइव को बढ़ा देता है। मगर कई बार यही सेक्स पेनफुल लगने लगता है, जिससे कामेच्छा प्रभावित होती है और सेक्सुअल लाइफ डिस्टर्ब होने लगती है। हांलाकि लोग इससे राहत पाने के लिए कई प्रकार के ल्यूब्रिकेंटस और दवाओं का प्रयोग करते हैं। वे लोग जो लंबे समय से पेनफुल सेक्स का सामना कर रहे हैं, उनकी इस समस्या को कुछ योगासनों के माध्यम से हल किया जा सकता है। जानते हैं इंटरकोर्स के दौरान होने वाली दर्द को दूर करने के लिए कौन से योगासन है कारगर (how to make sex easy)।
शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न ककरने के लिए चक्की चलानासन एक बेहतरीन विकल्प है। असे नियमित तौर पर करने से पेनफुल इंटरकोर्स की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा अनियमित पीरियड की समस्या भी हल होने लगती है।
सबसे पहले मैट पर सीधे बैठ जाएं और अपनी दोनों टांगों को सामने की ओर सीधा करके रखें। घुटनों को न मोड़ें।
अब दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिला लें और हाथों को चक्की के आकार में घुमाकर वापिस चेस्ट के पास लेकर आएं।
हाथों को दोनों पैरों की उंगलियों के उपर से लेकर जाएं। इस योगासन के दौरान दोनों पैरों के मध्य दूरी बनाकर रखें।
30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस योगासन को करने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
शरीर की थकान को दूर करने के लिए भद्रासन का अभ्यास किया जाता है। इसे योगासन को करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन नियमित होता है। इसके अलावा पेल्विक मसल्स में बढ़ने वाले खिंचाव से राहत मिलती है। सेक्सुअल हेल्थ को उचित बनाए रखने के लिए इसे रूटीन में शामिल करना फायदेमंद साबित होता है।
इस योगासन को करने के लिए मैट पर सीधे बैठ जाएं और इस दौरान कमर को एकदम सीधा रखें
अब दोनों टांगों को घुटनों से मोड़ते हुए उनके पंजों को आपस में मिला दें। अब पैरों को अंदर की ओर खींचें।
दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक करके पैरों के उपर लेकर आएं और आंखों को बंद करके रखें।
अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें और 1 मिनट तक इसी मुद्रा में बैठे रहें। इससे शरीर में स्टेमिना बिल्ड होता है और मन की शांति मिलती है।
मलासन को गारलैंड पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस योगासन को नियमित तौर पर करने से पेल्विक मसल्स को मज़बूती मिलती है। इससे शरीर के निचले हिस्से से जुड़ी समस्याएं दूर होने लगती है। इसके अलावा सेक्सुअल लाइफ भी हेल्दी बनती है।
इस योगासन को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के मध्य दूरी बनाकर रखे।
पैरों को बाहर की ओर रखें और धीरे धीरे घुटनों के बल बैठ जाएं। अब दोनों हाथों से नमस्कार की मुद्रा बनाएं।
योगासन के दौरान पीठ को एकदम सीधा रखें और ध्यान रखें की हिप्स जमीन से टच न हों।
दोनों कोहनियों को थाइज़ के अंदर लेकर आएं। गहरी सांस लें और छोड़ें और 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में बैठें।
4. सेतुबंधासन (Bridge pose)
पेल्विक मसल्स की मज़बूती के लिए सेतुबंधासन का अभ्यास करें। इससे शरीर को मज़बूती मिलती है, अनियमित पीरियड की समस्या को हल किया जा सकता है। इस योगासन की मदद से कमर के निचले भाग में खिंचाव बढ़ता है, जिससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित हो जाता है।
इस योगासन को करने के लिए मैट पर सीधे लेट जाएं और टांगों को सीधा करें। दोनों पैरों के मघ्य दूरी बना लें।
अब टांगों को घुटनों से मोड़ लें और गहरी सांस लें। शरीर को कमर से उपर की ओर उठाने का प्रयास करें।
दोनों बाजूओं को जमीन से चिपका लें और शरीर को 30 सेकण्ड तक उपर उठाएं रखें। इस दौरान आंखें बंद रखें।
कमर को उपर उठाने के बाद दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिला लें और सांस लें व छोड़ें।
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