शारीरिक गतिविधियों को बनाए रखने के लिए आपको व्यायाम और योग करना बहुत जरूरी है। आपके शरीर को एक्टिव रखने के लिए योग और एक्सरसाइज करना आपकी मदद कर सकती है। लेकिन अगर आपको अपने दिमाग को भी एक्टिव रखना है, तो आपको अपने ब्रेन के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए।
सीधे शब्दों में कहें, तो ब्रेन एक्सरसाइज ऐसी गतिविधियां हैं जो आपके मस्तिष्क को व्यस्त रखती हैं। इनमें पहेली खेलना और पढ़ने से लेकर खेल खेलना और लोगों से बात करना तक सब कुछ शामिल है।
ब्रेन के हेल्थ को बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको उनमें सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। आपको उन चीजों में अधिक शामिल होना चाहिए जिसमें आपका दिमाग अधिक व्यस्त हो। कुछ ऐसे योगासन हैं, जिनकी मदद से आप अपने ब्रेन में ब्लड फ्लो को बढ़ा सकती हैं और दिमाग को बूस्ट कर सकती हैं।
अपनी रीढ़ सीधी करके आराम से बैठें। आप फर्श पर या कुर्सी पर तब तक बैठ सकते हैं, जब तक आपकी पीठ को सहारा मिले।
अपनी आंखें बंद करें और अपने चेहरे की मांसपेशियों, विशेषकर अपने जबड़े को आराम देने के कुछ समय लें। अपने होठों को हल्का सील रखें लेकिन दांत अलग रखें।
अपनी नाक से धीमी और गहरी सांस लें। अपने फेफड़ों को पूरी तरह हवा से भरें।
जैसे ही आप साँस छोड़ते हैं, अपने कानों को अपने अंगूठे से बंद कर लें, अपनी उंगलियों को अपने माथे के किनारों पर रखकर धीरे से अपनी आंखों को ढक लें।
सांस छोड़ते समय मधुमक्खी की भिनभिनाहट जैसी आवाज निकालें। –अपने सिर और चेहरे पर कंपन महसूस करें।
अपने पैरों को अपने सामने सीधा फैलाकर फर्श पर बैठे। आपकी रीढ़ सीधी हो और आपकी पैल्विक जमीन पर टिकी हो। आपकी एड़ियां चटाई पर हों।
सांस लें, अपनी भुजाओं को ऊपर की ओर ले जाएं। अपनी रीढ़ को लंबा करें और अपनी छाती को ऊपर उठाएं।
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बीएमआई चेक करेंसांस छोड़ते हुए, अपनी रीढ़ की हड्डी को लंबा रखते हुए, अपनी पीठ के निचले हिस्से से आगे की ओर झुकें।
अपनी पीठ को गोल करने के बजाय सीधा रखें। आपने पैरों की उंगलियों को हाथों से पकड़ने की कोशिश करें।
गहरी सांस लें और 30 सेकंड से एक मिनट तक इसी स्थिति में रहें।
योगा मैट पर अपनी पीठ के बल लेटकर शुरुआत करें। अपने घुटनों को मोड़ें और अपने।
आपनी भुजाएं आपने बगल में रखें, आपकी हथेलियां नीचे की ओर हों।
आपके पैर सीधे आपके घुटनों के नीचे हों और आपकी टखने आपके घुटनों की सीध में हों।
अपने पैरों को एक दूसरे के सीधा रखें।
पैरों को मजबूती से दबाएं, अपने ग्लूट्स और कोर भी शामिल करें।
अपने कूल्हों को छत की ओर उठाते हुए सांस लें। अपने कूल्हों को तब तक उठाते रहें जब तक कि आपकी जांघें फर्श के समानांतर न हो जाएं। आपकी छाती आपकी ठुड्डी तक पहुंचनी चाहिए।
अपनी भुजाएं सीधी रखें और अपनी कोहनियों को बाहर निकलने से रोकें। अपने कूल्हों को ऊंचा उठाने के लिए अपनी जांघ की मांसपेशियों को शामिल करें।
गहरी और लगातार सांस लेते हुए 30 सेकंड से एक मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
अपनी पीठ के बल लेटकर अपनी बाहों को अपने शरीर के साथ और हथेलियों को नीचे रखें।
अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं और अपने हाथों का उपयोग अपनी पीठ के निचले हिस्से को सहारा देने के लिए करें।
सांस लें और अपने पैरों को सीधा रखते हुए छत की ओर उठाएं। आपका वजन आपके कंधों पर होना चाहिए, आपकी गर्दन पर नहीं।
अपनी कोहनियों को पास-पास रखते हुए, अपने हाथों से अपनी पीठ के निचले हिस्से को सहारा दें।
अपने पैरों और धड़ को तब तक उठाते रहें जब तक कि आपका शरीर फर्श से सीधी रेखा में न आ जाए।
अपनी रीढ़ को सहारा देने के लिए अपने पेट की मांसपेशियों को शामिल करें और अपने पैरों को सीधा रखें।
यदि आरामदायक हो, तो आप अपने हाथों को अपनी पीठ के निचले हिस्से से हटा सकते है।
गहरी और समान रूप से सांस लेते हुए 30 सेकंड से एक मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
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