मिलेट एक ऐसा मोटा अनाज है, जो फाइबर में रिच होने के साथ-साथ कई पोषक तत्वों का खजाना है। ज्यादातर लोग सर्दियों में बाजरे की रोटी, बाजरे की खिचड़ी और बाजरे के लड्डू बनाकर इसे आहार में शामिल करते हैं। पर गर्मी का मौसम आते ही इसकी खपत कम हो जाती है। अगर आप इस मौसम में मिलेट की गुडनेस का लाभ लेना चाहते हैं, तो हमारे पास एक आसान और मज़ेदार रेसिपी है। इसका नाम है मिलेट कढ़ी। जी हां आप बेसन की जगह इस बार कढ़ी-पकौड़ा (Millet kadhi pakoda) बनाने में मिलेट का इस्तेमाल कर सकती हैं। तो फिर नोट कीजिए स्टेप बाय स्टेप रेसिपी।
मिलेट के फायदों पर बात करते हुए डायटीशिन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि मिलेट में विटामिन और मिनरल की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद माइक्रोन्यूट्रेंट्स की मात्रा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है। इसमें प्रोटीन और फाइबर भी उच्च मात्रा में पाया जाता है। आहार में इसे शामिल करने के लिए दिनभर की एक मील को मिलेट से रिप्लेस कर देना फायदेमंद साबित होता है।
इसके सेवन से शरीर हेल्दी और एनर्जी से भरपूर रहता है। आहार में मामूली बदलाव शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते है। आमतौर पर कड़ी बनाने के लिए बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। मगर इसमें मिलेट को एड करके न केवल पकौड़ों की न्यूट्रीशन वैल्यू को बढ़ाया जा सकता है बल्कि क्रिस्पीनेस भी बढ़ जाती है।
मिलेट में फिनोलिक कंपाउड पाए जाते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं। ज्वार, बाजरा और रागी का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद मिलती हैं। आहार में इन्हें मॉडरेट ढ़ग से शामिल करने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।
बाजरा और ज्वार में फाइबर और नॉन स्टार्च पॉलीसेकेराइड की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में शुगर स्पाइक का खतरा कम हो जाता है। लो ग्लाइसेमिक इंडैक्स के चलते ब्ल्ड में शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। इसमें पाए जाने वाले अनडाइजेस्टिबल कार्ब्स डायबिटीज़ के जोखिम को कम करता है।
सॉल्यूबल फाइबर से भरपूर मिलेट का सेवन करने से गट हेल्थ मज़बूत रहती है और शरीर में जमा अतिरिक्त फैट्स की समस्या हल हो जाती है। एनआईएच की रिसर्च के अनुसार डायबिटीज़ से ग्रस्त चूहों को नियमित रूप से ज्वार और बाजरा आहार में दिया गया। इससे न केवल शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिली बल्कि ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी कम हो गया
नियमित रूप से मिलेट का सेवन करने से गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है। इससे शरीर में ब्लोटिंग, अपच और एसिडिटी की समस्या से मुक्ति मिल जाती है। इसमें मौजूद फाइबर का स्तर पाचन संबधी समस्याओं को हल करने में मदद करता है।
दही 2 कप
पानी 2 कप
अजवाइन के पत्ते 3 से 4
लाल मिर्च 1/2 चम्मच
अदरक 1 चम्मच
बाजरे का आटा 1 कप
घी 2 चम्मच
नमक स्वादानुसार
जानें इसे बनाने की विधि
स्टेप 1
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कस्टमाइज़ करेंइसे बनाने के लिए सबसे पहले दही को ब्लैंण्ड करें और उसमें 2 कप पानी मिला दें। अब इसमें स्वादानुसार नमक, काली मिर्च, हल्दी, हींग और लाल मिर्च को डालें और मिलाएं।
स्टेप 2
अब बाजरे के आटे को घोल में डालकर मिलाएं। इसके बाद 2 चम्मच घी डालकर गैस पर रख दें।
स्टेप 3
इसे कुछ देर पकने दें और उबाल आने के बाद गैस को धीमा कर दें। इसके बाद बर्तन को ढक दें और बीच-बीच में हिलाएं।
स्टेप 4
दूसरी ओर प्याज को मोटा काट लें और उसे एक बर्तन में डाले। अब उसमें दही को मिला दें। तैयार मिश्रण में अजवाइन के पत्ते, अदरक, हल्दी, लाल मिर्च, सौंफ और बाजरे का आटा डालें और मिक्स करें।
स्टेप 5
इसके बाद गर्म तेल में पेस्ट डालकर पकौड़े तैयार करें। आप चाहें, तो इसमें आलू और लौकी भी डाल सकते हैं।
मिलेट कढ़ी तैयार होने के बाद उसमें पकौड़े एड कर दें।
स्टेप 6
अगर आप चाहें, तो इसे सूखी मिर्च, हींग और कड़ी पत्ते का तड़का लगा सकते हैं। बाजरे का आटा बनाने के लिए इसे रोस्ट कर लें और उसे पीसकर आटा तैयार कर लें।