हमारी कुछ बुरी आदतें हमारी लाइफस्टाइल को खराब कर देती हैं। बेहतर स्वास्थ्य के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। ये बदलाव कोई भी विकल्प या कार्य हो सकता है। संभव है कि ये बदलाव शुरुआत में बहुत प्रभावी नहीं दिखें। पर बाद में अच्छी आदतें हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं। इसलिए हेल्दी लाइफ चाहती हैं, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव (how to change your lifestyle to be healthy) लाना होगा।
वजन बढ़ने पर उसे नियंत्रित करने के लिए दवाएं ली जा सकती हैं। दर्द पर काबू पाने, उम्र बढ़ने के कुछ लक्षणों को कम करने या कोई बीमारी होने पर भी हम दवाएं लेते हैं। ये दवाएं स्वास्थ्य समस्याओं के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं। कुछ समय बाद दुबारा लक्षण दिख सकते हैं। दवा के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। यदि बिना साइड इफेक्ट के आपको पूरी तरह ठीक होना है, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव करना होगा। इससे आप न केवल दवा के लाभों को लंबे समय तक बनाए रख सकेंगी, बल्कि स्वस्थ भी रह सकेंगी।
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, लाइफस्टाइल या जीवनशैली में बदलाव व्यवहार में बदलाव या आदत में बदलाव हैं। यह बुरी आदतों को छोड़कर स्वास्थ्य के लिए अच्छी आदतों को अपनाना है। इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। ये ऑवरआल हेल्थ में सुधार करते हैं। नींद का पैटर्न, खाने की प्रवृत्ति, फिजिकल एक्टिविटी लेवल, स्ट्रेस मैनेजमेंट और हाइड्रेशन- ये 5 आदतें हैं, जिनके प्रति ढीला-ढाला रवैया स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इन आदतों में बदलाव करने से पर्सनल वेलनेस पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है। आप जो भोजन खाती हैं, आप जितनी नींद लेती हैं और आपकी एक्सरसाइज करने की आदतें- ये सभी वजन, हार्मोन हेल्थ और पेन लेवल को प्रभावित कर सकते हैं।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, हेल्दी (how to change your lifestyle to be healthy) हैबिट डेवलप करने के लिए अभ्यास और अच्छी रूटीन की जरूरत पड़ती है। यदि आप अच्छी और नई आदतों का नियमित रूप से अभ्यास करेंगी, तो 20 दिन के बाद से आपको स्वाभाविक लगने लगेगा। इसका मतलब है कि तीन सप्ताह में खुद में हेल्दी हैबिट डेवलप किया जा सकता है।
अक्सर हम मोबाइल पर सर्च करते हुए या टीवी देखते हुए खाने लगते हैं। इसका एक ही उपाय है कि इस आदत को दूसरी आदत से रिप्लेस करें। जैसे ही टीवी ऑन करें, ट्रेडमिल पर चलने लगें या एक स्थान पर खड़े होकर जॉगिंग करने लगें। जीवनशैली में बदलाव लाने का यह सबसे प्रभावी तरीका है। अन्हेल्दी हैबिट को रोकने के लिए उसके स्थान पर एक हेल्दी हैबिट बनाने की कोशिश करें। इससे सुधार हो पायेगा।
जर्नल ऑफ़ मेंटल हेल्थ के अनुसार, सबसे अधिक जरूरी मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना है। तनाव और मूड स्विंग कई बीमारियों की जड़ है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सबसे जरूरी है। हेल्दी साइकोलॉजिकल चेंज के लिए ध्यान और योग की मदद लेनी होगी। सांस पर नियन्त्रण वाले योग मददगार होते हैं। साथ ही सोने से पहले अच्छी किताबें पढने से भी स्ट्रेस मैनेज हो पाता है।
जीवनशैली में सभी परिवर्तन तकनीकी रूप से व्यवहार में बदलाव ही हैं। नींद की आदतों, फिजिकल एक्टिविटी और हेल्दी डाइट खाने का प्रयास (how to change your lifestyle to be healthy) भी व्यवहार में बदलाव है।
न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, आहार में हेल्दी परिवर्तन करने से वजन कम करने, हार्मोन के स्तर को संतुलित करने और दर्द को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। इन परिवर्तनों में पोर्शन कंट्रोल, अधिक पानी पीना और पौष्टिक आहार का पालन करना (how to change your lifestyle to be healthy) भी शामिल है।
छोटी शुरुआत से ही मंजिल मिल सकती है। जीवन में स्थायी परिवर्तन लाने का सबसे प्रभावी तरीका छोटी शुरुआत करना है। इसमें अपनी प्रत्येक खराब आदत के बारे में जानना और उसका मूल्यांकन करना शामिल है। इसके आधार पर यह जानना कि यह जीवनशैली को किस प्रकार प्रभावित कर रही है। फिर जरूरत के आधार पर सिंपल और प्रैक्टिकल चेंज लाना होता है।
यह भी पढ़ें :- Hariyali Teej : हेल्दी और ग्रीन रेसिपीज के साथ अपनी तीज की पार्टी में लगाएं सेहत का तड़का