कभी-कभी बार-बार कुछ मीठा खाने का मन करता है। संभव है कि यह रोजमर्रा की आदत में तब्दील हो जाये। मीठे के रूप में बहुत सारे सिंपल कार्बोहाइड्रेट खाने से तुरंत भूख खत्म हो जाती है। यह कम समय में थोड़े देर के लिए शरीर को एनर्जेटिक भी बना दे सकता है। लेकिन ये उतनी ही जल्दी आपको फिर से भूखा और अधिक मीठा खाने के लिए मजबूर भी कर देता है। स्वीट क्रेविंग कई बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। इसलिए इस पर कंट्रोल करना जरूरी है। कई उपाय स्वीट क्रेविंग को कम (fight sweet cravings) कर सकते हैं।
जर्नल ऑफ़ हेल्दी ईटिंग एन्ड एक्टिव लिविंग के शोध निष्कर्ष के अनुसार, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से हम मीठी चीज़ों की ओर रुख करते हैं।
भूख शांत करने के अलावा, कार्बोहाइड्रेट मस्तिष्क में अच्छा महसूस कराने वाले रसायन सेरोटोनिन के स्राव को उत्तेजित करते हैं। शुगर कार्बोहाइड्रेट है, लेकिन हेल्दी कार्बोहाइड्रेट साबुत अनाज, फल और सब्जियों में मौजूद होते हैं। चीनी का स्वाद एंडोर्फिन जारी करता है, जो हमें रिलैक्स करता है। पोषक तत्व मैग्नीशियम की कमी भी हमें मीठा खाने के लिए मजबूर (fight sweet cravings) करती है।
जर्नल ऑफ़ हेल्दी ईटिंग एन्ड एक्टिव लिविंग के अनुसार, जब चीनी खाने की इच्छा हो, तो फल अपने पास रखें। फल से थोड़ी मिठास के साथ फाइबर और पोषक तत्व भी मिल जाएंगे। अपने वर्किंग टेबल पर ड्राई फ्रूट्स, सीड्स, नट्स जैसे खाद्य पदार्थों का स्टॉक रखें। अपने पास रकहने पर मीठा खाने की चाहत होने पर उन्हें खाया (fight sweet cravings) जा सकता है।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अनुसार,जब मीठे की तलब लगे तो अपनी सीट से उठकर थोड़ा चल लें। चाहें तो अपने पास के दृश्यों को देखने की कोशिश कर सकती हैं। इससे आपका ध्यान मीठे या मिठाइयों की तरफ से हट सकता है।
यदि स्वीट क्रेविंग अधिक हो रही है, तो स्वादिष्ट लेकिन हेल्दी डिश का चुनाव करें। पोर्शन हमेशा कम रखें। उदाहरण के लिए बड़े साइज़ कैंडी बार की बजाय छोटा डार्क चॉकलेट चुनें। इन दिनों नट्स और सीड्स पर आधारित इम्युनिटी बार भी मिलते हैं। इनमें नेचुरल स्वीटनर होता है। इनका चुनाव करें। आहार में छोटी मात्रा शामिल करना सीखें। हमेशा लो शुगर और हेल्दी विकल्पों के साथ पेट भरने पर ध्यान केंद्रित करें।
जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस के अनुसार, भोजन के बीच बहुत लंबा इंतजार करने से मीठा और फैटी फ़ूड खाने की अधिक इच्छा होती है। इससे भूख कम हो जाती है। इसकी बजाय हर 3 से 5 घंटे में खाने से ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद मिल सकती है। इससे अधिक या अनहेल्दी मीठे स्नैक्स खाने से बच सकती हैं। हमेशा प्रोटीन, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज का चुनाव करें। इससे स्वीट क्रेविंग नहीं हो सकती है।
हार्वर्ड हेल्थ के शोध बताते हैं कि यदि स्वीट क्रेविंग से पूरी तरह बचने की कोशिश करना चाहती हैं, तो गम स्टिक चबाने का प्रयास करें। च्युइंग गम स्वीट खाने की क्रेविंग को कम कर सकता है।
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