राजगिरा (Amaranth) एक सुपरफूड है जो आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है। राजगिरा पर शोध से साबित हुआ है कि यह अनाज कोलेस्ट्रॉल (Amaranth for high cholesterol) के स्तर और रक्त शर्करा (Amaranth for high blood sugar) के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है। इसमें सूजन रोधी गुणों भी है और उच्च रक्तचाप में भी मदद करता है। आइये जानते हैं राजगिरा के स्वास्थ्य लाभों (Amaranth benefits) के बारे में और इसे अपने आहार (How to add amaranth in diet) में कैसे शामिल करें।
यह एक ग्लूटेन-फ्री ग्रेन है, राजगिरा (Amaranth) के नाम से भी जाना जाता है, और यह हमारे आहार में एक अद्भुत योगदान देता है। यह आहारीय फाइबर का भी एक बड़ा स्रोत है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ रेखा राधामोनी का कहना है कि अमरांथ की पत्तियां और बीज दोनों का सेवन किया जा सकता है।
डॉ. राधामोनी कहते हैं “राजगिरा प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, आयरन और विटामिन ए और सी का अच्छा स्रोत है। यह प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री भी है। राजगिरा में उच्च फाइबर सामग्री और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। लाइसिन अमरांथ की पत्तियों में आवश्यक अमीनो एसिड होते है जो आपकी ऊर्जा के स्तर और कैल्शियम अवशोषण को बेहतर बनाने में सहायता करता है।,”
जर्नल ऑफ फूड साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि राजगिरा के सेवन से प्लाज्मा कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, प्रतिरक्षा प्रणाली उत्तेजित होती है, शरीर में ट्यूमर को रोकने की गतिविधि बढ़ती है, रक्त शर्करा का स्तर कम होता है और हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ एनीमिया में भी मदद मिलती है।
हालांकि, डॉ. राधामोनी चेतावनी देती हैं, “प्रतिदिन राजगिरा का सेवन न करें क्योंकि इसके अधिक सेवन से कफ बढ़ सकता है (जिससे वजन बढ़ सकता है, वॉटर रिटेंशन और थकान हो सकती है)। इसका सेवन सप्ताह में एक या अधिकतम दो बार करना सबसे अच्छा है।”
राजगिरा के बहुत सारे फायदे है बशर्ते इसे हमारे आहार में अच्छी तरह और सही अनुपात में शामिल किया जाए। डॉ. राधामोनी ने अमरंथ के सबसे बड़े स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया।
राजगिरा कैल्शियम का एक समृद्ध और प्रभावी स्रोत है। अपने आहार में राजगिरा को शामिल करने से निश्चित रूप से आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
राजगिरा में मौजूद मैग्नीशियम और फेनोलिक एसिड हृदय रोगों से बचाव और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इंटरनेशनल जर्नल फॉर विटामिन एंड न्यूट्रिशन नीड्स में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी मदद करता है। इसमें कहा गया है कि राजगिरा ने बहुत कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को 21-50% तक कम कर दिया।
हम सभी जानते हैं कि प्रोटीन शरीर के लिए एक बेहतरीन सप्लीमेंट है और राजगिरा एक बेहतरीन पौधा आधारित प्रोटीन है। राजगिरा आपकी ऊर्जा के स्तर को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। यह मांसपेशियों के निर्माण और उच्च प्रतिरक्षा में भी मदद करता है।
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कस्टमाइज़ करेंग्लूटेन-फ्री होने के कारण, राजगिरा सीलिएक रोग या ग्लूटेन सेंसिटिव से पीड़ित लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। यह वजन घटाने में भी मदद कर सकता है क्योंकि यह फाइबर का भी एक बड़ा स्रोत है।
राजगिरा की जड़ों में सूजन-रोधी गुण होते हैं और इसका उपयोग दर्द और सूजन से राहत देने के लिए किया जाता है। मॉलिक्यूलर न्यूट्रिशन एंड फूड रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि राजगिरा की वजह से सूजन के कई लक्षण कम हो सकते है।
राजगिरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे हैं। लीवर को साफ करने के कई प्राकृतिक तरीके हैं और राजगिरा का सेवन उनमें से एक है। प्लांट फूड्स फॉर ह्यूमन न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि राजगिरा फिनोल का एक अच्छा स्रोत है और लीवर को शराब से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
राजगिरा के दानों को उसी तरह पकाएं और खाएं जैसे आप चावल या क्विनोआ पकाते हैं। यह आपके साधारण डिनर में खाए जाने वाले खाने के एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।
पॉपकॉर्न बनाने के लिए राजगिरा के दानों को पॉप करें। यह एक स्वस्थ और गिल्ट फ्री नाश्ते का काम कर सकता है।
पके हुए राजगिरा के दानों को शहद या दूध के साथ मिलाकर एक पौष्टिक नाश्ता या दलिया बनाएं।
राजगिरा सूप भी एक बढ़िया विकल्प है और सर्दियों की शाम के लिए यह अच्छा विकल्प है, चाहे आप दुनिया के किसी भी हिस्से में हों, अमरांथ के सूप से आपको बहुत फायदा मिल सकता है।
राजगिरा की पत्तियों को घी में भून लें, उसमें काली मिर्च और जीरा डालकर साइड डिश का तरह आप इसे परोस सकते है।
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