फेस्टिव सीज़न की शुरूआत के साथ ही खाने के लिए तरह तरह की रेसिपीज़ बनाई जाती हैं। चाहे बात फ्रेंच फ्राइज़ की हो या फ्रिटर्स की, उन्हें तैयार करने के लिए ज्यादा मात्रा में तेल की आवश्यकता होती है। खाना बनाने के दौरान ज्यादा ऑयल का प्रयोग वज़न बढ़ाने में मददगार साबित होता है। वहीं कम मात्रा में तेल का इस्तेमाल करने से न केवल कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, बल्कि वेटलॉस में भी मदद मिलती है। आइए आज आपको इस लेख के माध्यम से बताते हैं कि कम तेल या बिना तेल के खाने को कैसे तैयार करें (Cook food with less oil)।
खाना बनाने के लिए अधिकतर लोग पौष्टिकता से भरपूर ऑलिव, मसटर्ड, पीनट व कोकोनट ऑयल का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा कुछ लोग मछली के तेल में भी खाना बनाना पसंद करते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि ये तेल कई प्राकर से सेहत के लिए फायदेमंद है। मगर ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होने लगता है।
इंडियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित 2016 के एक शोध के मुताबिक यह पाया गया कि रिफांइड ऑयल ट्रांसफैट और मुक्त कणों जैसे विषाक्त घटकों को कम कर सकते हैं। अगर आप बार.बार तेल भूनते हैं तो ये नुकसान साबित होता है। इससे शरीर में टॉक्सिक कॉपोनेंट बढ़ने लगते हैं, जो हृदय के लिए हानिकारक है।
खाना पकाने के दौरान तेल की मात्रा कम रखने से कैलोरी इनटेक में कटौती करने में मदद मिलती है। आहार विशेषज्ञ श्रुति के भारद्वाज कहती हैं, कि तेल में कैलोरी भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसके सेवन को कम करके, कैलोरी इनटेक को घटाया जा सकता है। खासतौर से वे लोग जो वेटलॉस जर्नी पर हैं।
कम तेल के साथ खाना पकाने से हृदय स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। तेल के कम इस्तेमाल से बनने वाले खाने से हृदय स्वस्थ बना रहता है और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से भी बचा रहता है।
वे लोग जो मधुमेह के शिकार है और उनका शुगर लेवल बढ़ता घटना रहता है। ऐसे लोगों को कम तेल इस्तेमल करने से रक्त शर्करा के स्तर को शरीर में नियमित किया जा सकता है। तेल में मौजूद ओमेगा .6 फैटी एसिड उच्च इंसुलिन प्रतिरोध में योगदान करती है।
भोजन में अत्यधिक तेल कुछ लोगों के लिए पाचन संबंधी परेशानी पैदा कर सकता है। कम तेल के साथ खाना पकाने से अपचए ब्लोटिंग, कब्ज और सूजन जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है। इससे खाना आसानी से पच जाता है।
पैन को ऑयल से ग्रीस करके खाना पकाने से सब्जियों में पोषक तत्वों की मात्रा बनी रहती है। वहीं उन्हें डीप फ्राई करने से वो शरीर में हृदय रोग और शुगर लेवल के बढ़ने का जोखिम बढ़ा देती है। अत्यधिक तेल में भोजन को अधिक पकाने से महत्वपूर्ण पोषक तत्व नष्ट होने लगते है। पोषण मूल्य को संरक्षित रखने के लिए कम तेल का प्रयोग करें।
स्टीमिंग में भाप का उपयोग करके भोजन तैयार किया जात है, जो अत्यधि तेल की आवश्यकता के बिना पोषक तत्वों को बनाए रखने में मददगार साबित होता है। यह सब्जियों, मछली और सूप के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
ज्यादा तेल की आवश्यकता के बिना ग्रिलिंग भोजन को बेहतरीन स्वाद प्रदान करती है। इसकी मदद से मीट, सब्जियों और फलों को शानदार तरीके से पकाया जा सकता है।
बेकिंग सिर्फ केक तैयार करने के लिए नहीं है बल्कि इससे और भी रेसिपीज़ तैयार की जा सकता हैं। बेकिंग की मदद से कम तेल की मात्रा के साथ खाना तैयार किया जा सकता है।
एयर फ्राइंग यानि खाना तैयार करने के लिए हॉट एयर का प्रयोग किया जाता है। खाने को कुरकुरा बनाने के लिए बेहद कम मात्रा में तेल की आवश्यकता होती है। यह डीप फ्राइंग का एक हेल्दी विकल्प माना जाता है।
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