आंखों का दर्द है कोविड-19 का नया लक्षण, जानें क्या कहती है स्टडी

अगर आपकी आंखों में खुजली हो रही है, साथ ही आंखों का रंग लाल और उनमें पानी से भरा नजर आ रहा है, तो यह कोरोनो वायरस का एक संकेत हो सकता है।
इस नए शोध के अनुसार आंखों में पीड़ा होना भी कोविड-19 का लक्षण हो सकता है। चित्र: शटरस्‍टाॅॅक
ब्लिंक करना न भूलें- जब आप स्क्रीन पर काम कर रहे हैं, तो आंखों को हर 30 सेकेण्ड में ब्लिंक करना न भूलें। इससे थकी हुई आंखें दोबारा रिफ्रेश हो जाती है। इसके अलावा डिम लाइट मं काम करने से परहेज करें। दरअसल, कम रोशनी आंखों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इससे आंखों की रोशनी दिनो दिन कम होने लगती है। चित्र: शटरस्‍टाॅॅक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 11 Dec 2020, 08:30 pm IST
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अगर आपकी आंखें पानी से भरी हुई हैं, तो इसका कारण आपकी टीवी, लैपटॉप या मोबाइल की स्क्रीन नहीं है। वास्तव में आंखों का यह बुरा हाल कोरोना वायरस के कारण हो सकता है। हम रोजाना नोवल कोरोना वायरस को लेकर कुछ नया खोज रहे हैं, ऐसे में इसके लक्षणों की लिस्ट लगातार बढ़ती नजर आ रही है।

एक नए शोध के अनुसार आंखों की पीड़ा कोविड-19 को सबसे महत्वपूर्ण दृष्टि आधारित संकेत हैं। एक स्टडी जिसका नेतृत्व मूल रूप से एक भारतीय वैज्ञानिक ने किया है, इस विषय में हमारी समझ को बढ़ाता है कि शरीर के माध्यम से नोवल कोरोनावायरस कैसे यात्रा करता है।

कंजक्टिवाइटिस कोरोना वायरस के लक्षणों में से एक हो सकता है

ब्रिटेन में एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (एआरयू) के शोधकर्ताओं ने ऐसे लोगों से पूछा, जिनके लक्षणों के बारे में प्रश्नावली पूरी करने के लिए कोविड​​-19 का निदान किया गया था, और सकारात्मक परीक्षण करने से पहले उनकी स्वास्थ्य स्थिति की तुलना में वे कैसे थे।

ब्रिटेन में एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (एआरयू) में विज़न एंड आई रिसर्च इंस्टीट्यूट की निदेशक प्रोफेसर और अध्ययन की प्रमुख लेखक शाहिना पर्डन के अनुसार, कोविड​​-19 के संबंध में आंखों से संबंधी विभिन्न लक्षणों के संकेत के लिए यह पहला अध्ययन है। जिसमें अन्य कोविड-19 लक्षणों और उनकी अवधि के संबंध में उनकी समय सीमा को आंखों की समस्याओं के साथ जोड़ा गया है।

यह पैटर्न समझकर आप कोविड-19 को वायरल बुखार से अलग कर पाएंगे। चित्र: शटरस्‍टॉक

बीएमजे ओपन ऑप्थल्मोलॉजी नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि जब प्रतिभागियों में COVID-19 था, तो उनकी आँखों की समस्या एक लक्षण के रूप में 16 फीसदी थी। शोधकर्ताओं के मुताबिक सिर्फ 5 फीसदी प्रतिभागियों की हालत पहले से खराब थी।

जबकि 18 प्रतिशत प्रतिभागियों ने अपने लक्षणों में से एक के रूप में फोटोफोबिया या हल्की संवेदनशीलता से पीड़ित होने की सूचना दी। यह उनकी प्री-कोरोनावायरस स्थिति से केवल 5 प्रतिशत की वृद्धि थी। अध्ययन में पाया गया कि 83 उत्तरदाताओं में से 81 प्रतिशत ने अन्य COVID-19 लक्षणों के दो सप्ताह के भीतर ओकुलर समस्याओं (ocular issues) की सूचना दी। इनमें से 80 फीसदी ने बताया कि उनकी आंखों की समस्या दो सप्ताह से कम समय तक रही।

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बुखार के बाद भी थकान कोरोनोवायरस का सबसे आम लक्षण है

सबसे आम लक्षणों में से एक थकान थी, जिससे 90 प्रतिशत उत्तरदाता पीड़ित थे। साथ ही 76 प्रतिशत में बुखार, और सूखी खांसी 66 प्रतिशत उत्तरदाताओं में देखी गई। जबकि यह महत्वपूर्ण है कि ओकुलर लक्षणों (ocular symptoms) को संभावित कोविड-19 लक्षणों की सूची में शामिल किया गया है।

बुखार के बाद थकान कोविड-19 का सबसे कॉमन लक्षण है। चित्र : शटरस्टॉक
बुखार के बाद थकान कोविड-19 का सबसे कॉमन लक्षण है। चित्र : शटरस्टॉक

हम तर्क देते हैं कि आंखों की पीड़ा को ‘कंजंक्टिवाइटिस’ की जगह लेनी चाहिए क्योंकि इसे अन्य प्रकार के संक्रमणों के लक्षणों से अलग करना महत्वपूर्ण है। जैसे कि जीवाणु संक्रमण, जो कि आंखों में चिपचिपा डिस्चार्ज या किरकिराहट के रूप में प्रकट होते हैं।

यह अध्ययन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें इस बारे में अधिक समझने में मदद करता है कि कोविड-19 कंजंक्टिवा को कैसे संक्रमित कर सकता है और यह तब कैसे वायरस को शरीर में फैलने देता है।

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