अनियमित दिनचर्या लोगों में नींद सें संबधित समस्याओं को बढ़ाने का काम कर रही है। पूरी नींद न मिल पाने से लोग कई समस्याओं के शिकार हो रहे है। ऐसे में ग्रीन नॉइज की मदद से नींद की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिलता है। दरअसल, ग्रीन नॉइज का नाम लेते ही मन में हरियाली, पेड़ पौधों और पक्षियों की चहचहाहट के दृश्य उभरने लगते हैं। इतना सोचने भर से ही मन चिंताओं से दूर खुली वादियों में खो जाता है। ऐसे में इस लो फ्रिक्वेंसी साउंड को सुनने से स्लीप डिसऑर्डर के शिकार लोग आराम की नींद लेते हैं। जानते हैं ग्रीन नॉइज़ क्या है और कैसे मेंटल हेल्थ व नींद की समस्या में सुधार लाने में मदद करता है (Benefits of green noise)।
ग्रीन नॉइज एक लो फ्रिकवेंसी साउंड को कहते हैं, जो प्रकृति की नेचुरल साउंडस से बेहद मिलता जुलता हैं, जबकि व्हाइट नॉइज़ में फ्रिकवेंसी का इक्वल डिस्ट्रेब्यूशन किया जाता है।
व्हाइट नॉइज़ के निरंतर शोर की तुलना में ग्रीन नॉइज़ का शोर अधिक आरामदायक और सुखदायक लगने लगता है। ग्रीन नॉइज़ ज्यादा नेचुरल लगने लगता है, जिसमें पत्तियों की सरसराहट या बारिश की आवाज़ सुनाई देती है
इस बारे में मनस्थली की संस्थापक.निदेशक और वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ ज्योति कपूर का कहना है कि लोग अक्सर सोने के लिए व्हाइट नॉइज़ की मदद लेते हैं, मगर उसकी तुलना में ग्रीन नॉइज़ अधिक संतुलित है। इस लो फ्रिक्वेंसी साउंड में पत्तों की सरसराहट, बारिश की बूंदों और पानी की हल्की धारा बहने की आवाज़ मन को शांत रखती है और सुकून का एहसास दिलाती है।
इससे मन में उठने वाले विचारों का वेग भी थम जाता है और तनाव से राहत मिलती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार जिन लोगों को शोर के माहौल में सोने में कठिनाई होती है, उन्हें बेहतर आराम देने के लिए ग्रीन नॉइस का प्रयोग किया जाता है।
प्रकृति से जुड़ी आवाज़ों पर आधारित ग्रीन नॉइज़ को सुनने से नींद न आने की समस्या खत्म होने लगती है। दरअसल, तनाव के चलते व्यक्ति के मन में उठने वाले कई प्रकार के विचार नींद न आने का बड़ा कारण साबित होते है। ऐसे में सोने से पहले ग्रीन नॉइज़ को सुनने से नाइट एंग्ज़ाइटी से राहत मिल जाती है।
ग्रीन नॉइज की मदद से डिस्ट्रेक्शन को कम करके फोकस और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में मदद मिलती है। बहुत से लोग सुखद और प्रोडक्टिव वर्कप्लेस के लिए ग्रीन नॉइज का उपयोग करते हैं। इसे सुनने से इधर उधर के विचारों से हटकर मन एकचित्त होने लगता है।
वर्कप्रेशर अक्सर तनाव का कारण साबित होता है। ऐसे में ग्रीन नॉइज सुनने से तनाव में कमी आने लगती है। मानसिक स्वास्थ्य पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। तनाव का स्तर कम होने से चिंता और अवसाद से मुक्ति मिल जाती है।
ग्रीन नॉइज़ से तनाव कम होने लगता है। इससे चिंता के स्तर में भी गिरावट आने लगती है। लगातार कुछ देर तक इस साउंड को सुनने से मन में उठने वाले तीव्र विचारों की गति थम जाती है। आत्म संयम बढ़ने लगता है और बार बार किसी बात को लेकर चिंतित होने की समस्या भी हल हो जाती है।
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