Malaria recovery tips: मलेरिया से स्पीडी रिकवरी के लिए दवा के साथ इन जरूरी बातों का भी रखें ध्यान

ज्यादातर लोग मलेरिया के इलाज को मेडिकल देखभाल तक सीमित कर देते हैं, परंतु यदि आप इसे जल्दी रिकवर करना चाहती हैं, तो दवाइयों के साथ-साथ आपको घर पर खुद से उचित देखभाल करने की आवश्यकता होती है।
malaria ko kaise kren treat
जानें दवाइयों के अलावा मलेरिया को कैसे करना है ट्रीट। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Updated: 29 Oct 2023, 20:36 pm IST
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मलेरिया एक बेहद सामान्य बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलती है। खासकर यह उन एरिया में ज्यादा पाई जाती है, जहां पानी तथा जंगल का जमाव होता है। सीधे शब्दों में समझे तो वैसी जगह जहां मच्छर आसानी से पनप सकते हैं। मलेरिया की बीमारी महिला मच्छर के काटने से होती है। वहीं मच्छर के काटने के लगभग 6 दिनों के बाद इसके लक्षण नजर आना शुरू होते हैं और 6 से लेकर 30 दिनों तक नजर आ सकते हैं। कुछ लोगों मैं मलेरिया के लक्षण समय के साथ काम हो जाते हैं तो कुछ लोगों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकती है

ज्यादातर लोग मलेरिया के इलाज को मेडिकल देखभाल तक सीमित कर देते हैं, परंतु यदि आप इसे जल्दी रिकवर करना चाहती हैं, तो दवाइयों के साथ-साथ आपको घर पर खुद से उचित देखभाल करने की आवश्यकता होती है। खासकर डाइट पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। क्या खाना है और क्या नहीं, इस बारे में आपको उचित जानकारी होनी चाहिए।

हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मेदांता हॉस्पिटल, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विकास देशवाल से बात की। डॉक्टर ने डेंगू से जल्दी रिकवरी के लिए मेडिसिंस के अलावा इन खास डाइट टिप्स पर ध्यान देने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि किन चीजों से आपकी रिकवरी जल्दी होती है, और किन चीजों से आपकी रिकवरी में डिले हो सकता है (Malaria recovery tips)।

how to recover from malaria fast
मलेरिया से रिकवरी के लिए क्या खाएं। चित्र : एडॉबीस्टॉक

मलेरिया में नजर आने वाले लक्षण (symptoms of malaria)

ठंड से शरीर मे कंपन होना
हाई फीवर होना
असमय पसीना आना
उल्टी महसूस होना और उल्टी आना
डायरिया होना
सिर दर्द रहना
अधिक थकान महसूस होते रहना
बदन में ऐंठन होना
त्वचा का पीला पड़ जाना
मल में खून आना

जानें क्यों होता है मलेरिया

मलेरिया प्लाज्मोडियम पैरासाइट्स के कारण होता है। यह पैरासाइट्स इंफेक्टेड मच्छरों के काटने से फैलता है। केवल महिला मच्छर ही मलेरिया पैरासाइट्स को फैला सकती है। यह पैरासाइट्स दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पाए जाते हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों में ओवरलैप होते हैं और संक्रमण कितना गंभीर हो सकता है, इसके संदर्भ में भिन्न होते हैं।

जानें दवाइयों के अलावा मलेरिया को कैसे करना है ट्रीट

1. न्यूट्रिशियस फूड्स का सेवन करें

मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को बॉडी कैलोरी और पोषक तत्वों की रिक्वायरमेंट को बढ़ाने की आवश्यकता होती है। इसे बीएमआर और बॉडी मेटाबॉलिक रेट कहते हैं। इसके साथ ही मलेरिया में जब आपका बॉडी टेंपरेचर बढ़ता है, तो आपको अपनी कैलोरी इंटक को भी बढ़ा लेना चाहिए। हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट लें, इसके साथ ही गेहूं और मिलेट्स कि जगह चावल का सेवन करें। चावल आसानी से पच जाता है और यह ऊर्जा का भी एक समृद्धि स्रोत है।

ताजे फल और सब्जियों का सेवन मलेरिया के मरीज के लिए बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। वहीं स्टडी की माने तो विटामिन ए, विटामिन सी, से भरपूर चुकंदर, गाजर, पपीता, बेरीज, नींबू, संतरा बॉडी को डिटॉक्सिफाई कर इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। जो की एक मलेरिया के मरीज के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है।

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नारियल पानी में विटामिन और मिनरल प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. फ्लूइड इंटेक को बढ़ाएं

ज्यादातर लोगों को फीवर में भूख की कमी महसूस होती है, ऐसे में उनके लिए खाना खाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में शरीर में ऊर्जा शक्ति को बनाए रखने के लिए, ग्लूकोज वॉटर, फ्रूट जूस, कोकोनट वॉटर, नींबू चीनी पानी और इलेक्टरल वॉटर पीने से मदद मिलेगी। अपनी नियमित पानी को बॉयल करके रख लें और जब यह ठंडा हो जाए तो इसे पियें।

इसके अलावा चावल और दाल का पानी भी एक अच्छा आईडिया है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में फ्लूइड होने से बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकलने में मदद मिलती ह, जिससे रिकवरी की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा मलेरिया की स्थिति में अजवाइन पानी का सेवन आपके लिए कमाल कर सकता है। यह ब्लोटिंग को कम कर देता है और गैस को बाहर निकालता है। साथ ही साथ पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखता है।

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3. डाइट में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाएं

मलेरिया के मरीज में बहुत अधिक टिश्यू लॉस होता है, ऐसे में बॉडी में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए हाई कार्बोहाइड्रेट सहित हाई प्रोटीन डाइट लेने से मदद मिलेगी। यह टिश्यू को रिपेयर कर इसे बिल्ड करने में भी मदद करते हैं। दही, लस्सी, बटर मिल्क जैसे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें।

4. नट्स और सीड्स का सेवन करें

मलेरिया के मरीजों को डाइट में फाइटोन्यूट्रिएंट्स के इंटक को बढ़ा लेना चाहिए। नट्स और सीड्स में फाइटोन्यूट्रिएंट्स, हेल्दी फैट और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। इसे रोस्ट करके किसी एयर टाइट कंटेनर में पैक कर लें। जब दो मिल्स के बीच में भूख लगे तो आप रोस्टेड नट्स और सीड्स को ले सकती हैं।

janiye malaria kaise aapko kaise prabhavit karta hai
जानिए कैसे मलेरिया आपको प्रभावित करता है। चित्र : शटरस्टॉक

मलेरिया में बेहतर रिकवरी के लिए इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज

हरी पत्तेदार सब्जियां, थिक स्किन वाले फल, साबुत अनाज जैसे बहुत अधिक फाइबर वाले खाद्य पदार्थों से बचें। हाई फैट वाले खाद्य पदार्थ जैसे फ्राइज़, चिप्स, पेस्ट्री, बहुत अधिक पनीर वाली कोई भी चीज़, मैदे से बने व्यंजन आदि से पूर्ण रूप से दूर रहें।

मसालेदार या गर्म तासीर वाले भोजन से परहेज रखना जरूरी है, इससे अनावश्यक पेट संबंधी समस्याएं और सीने में जलन हो सकती है। मलेरिया के मरीज के डाइट में कभी भी सॉस और अचार जैसे खाद्य स्रोत शामिल नहीं किए जाने चाहिए। कॉफ़ी, चाय, कोको, कोला या किसी अन्य कैफीनयुक्त पेय पदार्थ के सेवन से भी परहेज करना जरूरी है।

इलेक्ट्रोलाइट्स पीने के साथ ही विटामिन की कमी पर काम करना अधिक महत्वपूर्ण है। सूप, या फलों का रस, दाल का पानी, नारियल पानी आदि पीना महत्वपूर्ण है। विटामिन सी और ए से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे पपीता, चुकंदर और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स वाले अन्य खट्टे खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें, यह मलेरिया के मरीजों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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