ज्यादातर महिलाओं को अपने जीवनकाल में कभी न कभी किसी न किसी रूप में ब्रेस्ट पेन (Breast Pain) यानी स्तन में दर्द का अनुभव करती हैं। स्तन के दर्द का आमतौर पर इलाज बहुत आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ दुर्लभ केसेस में स्तनो में दर्द का होना किसी बड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
यह दर्द स्थिर हो सकता है या यह कभी-कभार ही हो सकता है। ब्रेस्ट पेन हल्के से लेकर तेज़ तक हो सकता है और इसके कई कारण होते हैं। इसलिए सबसे पहले इनके कारणों को समझें और चिकित्सीय मदद लें।
इस तरह का दर्द महीने में कुछ ही दिन, पीरियड (Periods) के आने के दो से तीन दिनों पहले तक होता है। यह दर्द सामान्य भी हो सकता है या हल्का से मध्यम दर्द दोनों स्तनों में हो सकता है।
हर महीने एक हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक, पीरियड से पहले शुरू होकर कभी-कभी पूरे पीरियड के दौरान यह दर्द बना रहता है। स्तनो में होने वाला यह दर्द हल्का या तेज़ हो सकता है, और दोनों स्तनों को यह दर्द प्रभावित कर सकता है।
इस तरह का स्तन दर्द मस्टाल्जिया कहलाता है। इस तरह का दर्द होने पर यह संकेत होता है कि हार्मोन आपके स्तनों को प्रभावित कर रहे हैं।
हार्मोनल में उतार-चढ़ाव होने से महिलाओं के स्तन में दर्द प्रमुख रूप से होता है। पीरियड्स शुरू होने से तीन से पांच दिन पहले स्तनों में दर्द होता है और जब पीरियड्स शुरू हो जाता है तो यह दर्द बंद हो जाता है। ऐसा आपके पीरियड्स से पहले एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) जैसे हार्मोन में बढ़ोत्तरी होने के कारण होता है। ये हार्मोन आपके स्तनों में सूजन पैदा कर देते हैं और स्तनो में दर्द पैदा कर सकते हैं।
आपके पीरियड्स का समय नजदीक आने और ख़त्म होने के समय स्तनो में दर्द होना सामान्य बात है। इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। अगर आप गर्भवती हो जाती हैं, तो आपके स्तनों में पहली तिमाही के दौरान दर्द की समस्या हो सकती है क्योंकि इस दौरान हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है। कई महिलाओं के लिए स्तन में दर्द होने का मतलब गर्भावस्था का शुरुआती लक्षण होता है।
कैफीन का सेवन कम कर दें
कम फैट वाला खानपान का सेवन करें
नमक का सेवन कम करें
धूम्रपान न करें
डॉक्टर की सलाह पर पेन किलर लें
अपने डॉक्टर से पूछें कि अगर आपके स्तन में चोट है तो क्या गर्भनिरोधक गोलियां या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दवाएं बदलने से मदद मिल सकती है।
आपके शरीर के किसी भी हिस्से की तरह स्तनों में भी चोट लग सकती है। यह किसी दुर्घटना, खेलकूद के दौरान या ब्रेस्ट सर्जरी के कारण हो सकता है। चोट लगने के समय आपको तेज दर्द महसूस हो सकता है। स्तन में चोट लगने के बाद कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक दर्द बना रह सकता है। अगर दर्द में कमी नहीं होती है या आपको नीचे बताये गए कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से मिलें।
गंभीर सूजन
स्तन में गांठ
स्तन का लाल होना और गर्मी किसी संक्रमण का संकेत हो सकता है
ख़राब साइज की ब्रा के कारण आपके स्तनों में चोट लगना
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंबिना बेहतर सपोर्ट के स्तनों को छाती से जोड़ने वाले लिगामेंट खिंच सकते हैं, जिससे दर्द की समस्या उभर सकती है। एक्सरसाइज करते हुए ब्रा साइज को लेकर ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपकी ब्रा का साइज सही हो और आपकी छाती को ब्रा अच्छा सपोर्ट प्रदान करती हो।
यह भी पढ़ें : अब लोगों की मजबूरी हो गई है कि वे औरतों से जुड़े मुद्दों पर बात करें : मालिनी अवस्थी