कभी पीठ तो कभी टांगों में होने वाला दर्द कई बार असहनीय हो जाता है। अनियमित दिनचर्या, देर तक काम करना और शरीर में पोषण की कमी बदन दर्द के वो सामान्य कारण है, जो अक्सर लोगों की परेशानी का कारण बन जाते हैं। सेल्फ केयर न कर पाना शरीर को दिनों दिन कमज़ोर और मांसपेशियों में अकड़ान का कारण साबित होता है। ऐसे में खुद को ख्याल रखने के लिए कुछ बातों का अवश्य ख्याल रखें। जानते हैं बदन दर्द के कारण (causes of body ache) और इससे कैसे बचा जा सकता है।
इस बारे में बातचीत करते हुए आर्टिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन ने बताया कि मौसम में बदलाव आने से शरीर वायरल बुखार और फ्लू की चपेट में आने लगता है। इससे शारीरिक अंगों में ऐंठन महसूस होने लगती है। इसके अलावा शरीर में आयरन की कमी और विटामिन डी की भरपूर मात्रा न मिल पाने के कारण बदन दर्द बढ़ने लगता है। ऐसे में न केवल अपनी डाइट बल्कि अपने लाइफस्टाइल में भी बदलाव लाने की आवश्यकता है, ताकि इम्यून सिस्टम को मज़बूती मिल सके और शरीर बीमारियों की चपेट में आने से बच पाए।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार पानी की कमी से शरीर में थकान की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, शरीर में पानी का उचित स्तर न होने से ब्लड में ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित होने लगती है। इसके चलते पीठ, कमर और टांगों में दर्द की शिकायत रहती है और चक्कर आने का जोखिम भी बनी रहता है।
पूरी नींद न लेने से शरीर में दर्द और थकान की शिकायत हर पल बनी रहती है। सीडीसी के अनुसार 18 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को 24 घंटों में से 7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। कम नींद शारीरिक दर्द का कारण बनने लगती है। क्वालिटी स्लीप न मिलने से शरीर में मोटापा, डायबिटीज़, हृदय रोग और डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
शरीर में कैल्शियम की कमी के चलते शरीर में हाइपोकैल्सीमिया यानि लो ब्लड कैल्शियम लेवल का खतरा बढ़ने लगता है। जो हड्डियों में दर्द की समस्या का कारण साबित होता है। वहीं विटामिन डी न मिल पाने से मसल्स पेन, कमज़ोरी क्रैंपस की संभावना बढ़ जाती है।
शरीर में आयरन की कमी से मसल्स में ऐंठन बढ़ने लगती है। इससे यूरिन और चेहरे के रंग में भी गहरा पीलापन नज़र आने लगता है। रेड ब्लड सेल्स की कमी से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है। इससे शारीरिक दर्द बढ़ता है और थकावट महसूस होती है। महावारी के चलते कम उम्र की लड़कियों से लेकर महिलाओं तक हीमोग्लोबिल की कमी मुख्य रूप से पाई जाती है। जो शरीर को कमज़ोर बनाती है।
वे लोग जो निमोनिया से ग्रस्त हैं, उन्हें चेस्ट और मसल्स पेन की समस्या से होकर गुज़रना पड़ता है। फेफड़ों में होने वाले इस संक्रमण से शरीर में थकान, भूख न लगना, बुखार और मासंपेशियों में ऐंठन बढ़ने लगती है। इससे बदन दर्द की समस्या बढ़ जाती है।
सुबह उठकर 25 से 30 मिनट स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज करने से बदन दर्द की समस्या हल हो जाती है। इसके अलावा कुछ देर की वॉक भी शरीर को नई एनर्जी प्रदान करती है। बॉडी को स्ट्रेंच करने से मसल्स में होने वाली ऐंठन कम होने लगती है और मज़बूती प्राप्त होती है।
पूरी नींद न मिलना शरीर में थकान का कारण बनने लगता है। व्यस्त दिनचर्या में से कुछ वक्त निकालकर घूमने के लिए निकालें और प्रकृति के नज़दीक समय बिताएं। इसके अलावा सोने और उठने का नियम बनाएं। ताकि शरीर को पूरा आराम मिल सके।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी शारीरिक कमज़ोरी का कारण बनने लगती है। इससे शरीर में दर्द और कमज़ोरी महसूस होती है। खुद को हेल्दी बनाए रखने के लिए प्रोटीन और कैल्शियम का इनटेक बढ़ाएं। साथ ही सीड्स और नट्स समेत मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन भी शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है।
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