बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, क्योंकि इस दौरान बोन डेंसिटी कम होती जाती है। जिसकी वजह से स्केलेटन सिस्टम से जुड़ी परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है। यदि इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो धीरे-धीरे समस्याएं गंभीर होती जाती हैं और व्यक्ति को अर्थराइटिस (arthritis) और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी लाइफ़लोंग बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
इतना ही नहीं यदि ग्रोइंग ऐज में बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता या शरीर में कैल्शियम, विटामिन डी जैसे पोषक तत्वों का अवशोषण पूरी तरह से नहीं होता, तो ऐसे में भी आगे चलकर उन्हें हड्डियों से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
हेल्थ शॉट्स ने बढ़ती उम्र के साथ बोन डेंसिटी को बूस्ट करते हुए हड्डियों को स्वस्थ रखने को लेकर मदरहुड हॉस्पिटल, मैकेनिक नगर, इंदौर की कंसलटेंट न्यूट्रीशनिस्ट और डाइटिशियन रूपश्री जायसवाल से बात की। न्यूट्रीशनिस्ट ने कुछ खास खाद्य स्रोत के नाम बताएं हैं, जिनके सेवन से आपकी हड्डियों को पर्याप्त पोषण मिलता है और आपकी बोन डेंसिटी (Bone density) भी बूस्ट होती है। साथ ही साथ यह खाद्य स्रोत बढ़ती उम्र के साथ आपकी हड्डियों को कमजोर नहीं होने देते (Foods to increase bone density)।
पलक में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और अन्य कई महत्वपूर्ण मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। यह सभी पोषक तत्व बोन डेंसिटी को बूस्ट करते हुए हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। नियमित रूप से एक कप पालक का सेवन आपके दिन की एक चौथाई कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा करता है।
कई ऐसी हरी पत्तेदार सब्जियां हैं, जो आपकी सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। इन पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो इन्हें हड्डियों की सेहत के लिए खास बनाते हैं। इन पौष्टिक सब्जियां में शामिल है केल, पालक, आदि। स्वस्थ एवं मजबूत हड्डियों के लिए इन्हें अपने नियम में डाइट का हिस्सा बनाएं।
चीज की कई हेल्दी वैरायटी हैं, जो कैल्शियम का एक महत्वपूर्ण स्रोत1 हैं। वहीं हमारा शरीर प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट्स की तुलना में डेयरी फूड्स के माध्यम से कैल्शियम को अधिक अवशोषित करता है। चीज कैल्शियम की पूर्ति के लिए एक स्वादिष्ट विकल्प साबित हो सकता है। हालांकि, आपको यह याद रखना चाहिए की फुल फैट चीज में कैलोरीज बहुत ज्यादा होती हैं, साथ ही साथ इसमें सैचुरेटेड फैट भी पाया जाता है। इसलिए इनका सेवन एक सीमित मात्रा में ही करें।
यह भी पढ़ें : रागी है मेरी मम्मी का पसंदीदा विंटर ग्रेन, आप भी ट्राई करें ये 3 स्वादिष्ट और हेल्दी रागी रेसिपीज
यदि आप हड्डियों की मजबूती के लिए हेल्दी फल की तलाश में हैं, तो अंजीर एक सबसे प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है। अंजीर में स्केलेटन सेविंग पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे की कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम। हालांकि, भारत में ताजी अंजीर आसानी से उपलब्ध नहीं होती, परंतु इन्हें पूरे साल ड्रॉयड फॉर्म में पाया जाता हैं। यदि आपको ताजे अंजीर नहीं मिल रहे, तो आप ड्राई अंजीर को भी अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं।
सोयाबीन, आलमंड, कोकोनट जैसे सभी प्लांट बेस्ड मिल्क में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी पाए जाते हैं। यह दोनों पोषक तत्व हड्डियों की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा प्लांट बेस्ड मिल्क में कई अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो शरीर के साथ ही हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की मौजूदगी बोन डेंसिटी को बनाए रखने में मदद करती है।
योगर्ट में विटामिन डी और कैल्सियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। नियमित रूप से एक कटोरी योगर्ट के सेवन से आप अपने नियमित कैल्शियम के एक तिहाई जरूरत को पूरा कर सकती हैं। इसके साथ ही यह विटामिन डी की एक चौथाई आवश्यकता को पूरा करता है। इस प्रकार योगर्ट का सेवन आपकी हड्डियों की सेहत को मजबूती प्रदान करते हुए बोन डेंसिटी को बनाए रखने में मदद करता है।
ड्राई फ्रूट्स और नट्स कैल्शियम और विटामिन डी के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए इन्हें डाइट में शामिल करना बेहद महत्वपूर्ण है। यह केवल हड्डियों के लिए ही नहीं, समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। ह्यूमन बॉडी केवल सनलाइट में ही विटामिन डी प्रोड्यूस करता है, जो हड्डियों की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
यह भी पढ़ें : सर्दियों का सुपरफूड है आंवला, इन 5 रेसिपीज के साथ बनाएं इसे अपनी विंटर डाइट का हिस्सा
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।