बदलता मौसम सर्दी खांसी वॉयरल को अपने साथ लेकर आता है। जैसा की हम सभी अनुभव कर सकते हैं की आजकल जुखाम, सर्दी-खांसी लोगों को कितना ज्यादा प्रभावित कर रहा है। ऐसी स्थति में खुदको एक उचित देखभाल देना बहुत जरुरी है। क्युकी सर्दी खांसी और वॉयरल आम समस्याएं हैं, परन्तु यह शरीर को कमजोर कर देती हैं साथ ही पूरी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में हमेशा से लोग कोल्ड एंड कफ से निजात पाने के लिए घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल करते चले आ रहे हैं। शहद और अदरक से हटकर आपके व्यंजनों के स्वाद को दुगना करने वाली लहसुन की छोटी कलियां भी जुकाम और खांसी की समस्या में कारगर हो सकती है (garlic for cold and cough)।
इस बदलते मौसम मुझे भी बहुत तेज जुकाम हो गया था। ऐसे में मैं अपने काम और नियमित चीजों पर ध्यान केंद्रित नहीं रख पा रही थी। तब मेरी मम्मी के सुझाये लहसुन वाले नुस्खे (garlic for cold and cough) ने मेरा साथ दिया। जब मुझे इससे सकारात्मक परिणाम मिलें तो मैंने इस बारे में और जानकारी प्राप्त करने के लिए एक्सपर्ट से बातचीत की साथ ही मेडिकल साइंस भी इस बात को प्रमाणित कर चुकी है।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकैडमी की डायरेक्टर और नूट्रिशनिस्ट डॉक्टर पूनम दुनेजा से बातचीत की।
पूनम दुनेजा के अनुसार “लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट् और एंटीफंगल प्रॉपर्टी पाई जाती है। यह इन्फेक्शन्स को दूर रखते हुए इम्युनिटी बूस्ट करने में भी मदद करते है। लहसुन को चबाने या क्रश करने से इसमें मौजूद कंपाउंड्स एलीसिन में बदल जाते हैं। एलीसिन में पर्याप्त मात्रा में सल्फर मौजूद होता है, जो लहसुन को एक बेहतरीन स्वाद देता है।
नूट्रिशनिस्ट पूनम दुनेजा के अनुसार एलीसिन की प्रॉपर्टीज आसानी से परिवर्तित हो सकती हैं। इसलिए यह सल्फर के अन्य कंपाउंड्स में परिवर्तित हो जाता है। ऐसे में लहसुन के औषधीय गुण और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। जिससे वाइट ब्लड सेल्स बढ़ता और और इम्युनिटी बूस्ट होती है। वाइट ब्लड सेल्स सर्दी-खांसी, वायरल फ़्लू , जुकाम और कफ जैसे संक्रमण से लड़ने में मददगार होते हैं।
वहीं लहसुन में एन्टीवायरल एजेंट्स मौजूद होते हैं, जो खांसी के लक्षण की औसत लंबाई को 70 प्रतिशत तक कम कर देते हैं। गंभीर खांसी और वायरल की स्थिति में लहसुन का पुराना अर्क काफी प्रभावी रूप से काम करता है और इन समस्यायों की आयु को बहुत छोटा कर देता है।
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लहसुन की 2 कलियों को क्रश करके सुबह खली पेट खाने से शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार किया जा सकता है।
यदि आपका बच्चा वायरल संक्रमण से परेशान है, तो लहसुन की 3 से 5 कलियों को बिच से काट लें और इन्हे धागे में डालकर उनके गले में पहना दें। ऐसा करने से उन्हें लहसुन की सुंगंध आती रहेगी और सर्दी खांसी के संक्रमण से राहत पाने में मदद मिलेगी।
4 से 5 चम्मच तिल के तेल को स्मोकिंग पॉइंट तक गर्म कर लें। अब 4 से 5 लहसुन की कलियों को काटकर इसमें डाल दें। अब इसे ठंडा होने दें और सर्दी खासी की स्थति में इसे अपनी छाती, पीठ एवं गले पर अप्लाई करें। इससे काफी राहत मिलेगी।
रात को बेड पर जानें से पहले लहसुन की 2 कलियों को रोस्ट करके शहद के साथ लेना काफी असरदार रहेगा।
लहसुन को घी के साथ रोस्ट करके अपने खाद्य पदार्थों में शामिल करें। यह स्वाद बढ़ाने के साथ ही पाचन क्रिया को संतुलित रखता है और इम्मुनिटी बूस्ट करने में मदद करता है।
यदि आपको लहसुन से एलर्जी है तो सर्दी-खांसी की स्थिति में इसका सेवन न करें। यह स्थिति को और ज्यादा खराब कर सकता है।
यदि आपको लहसुन को पचाने में समस्या होती है तो कभी भी लहसुन की 2 कलियों से ज्यादा न लें। अन्यथा ब्लोटिंग, गैस इत्यादि का सामना करना पड़ सकता है।
लहसुन की तासीर गर्म होती है, ऐसे में यदि आप मीनोपॉज से गुजर रही हैं, तो इसके सेवन से परहेज रखें।
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