देसी घी के स्वास्थ्य लाभ के बारे में तो आप सभी जानती होंगी, परंतु आज भी कई लोग ऐसे हैं जो इसे अवॉयड करते हैं, खासकर जो वेट लॉस डाइट पर हैं। हालांकि, असल में देखा जाए तो देसी घी वजन बढ़ाने की जगह वेट लॉस में आपकी मदद करती है। वहीं देसी घी सामान्य संक्रमण जैसे की मौसमी सर्दी खांसी, फ्लू आदि को भी ट्रीट कर सकती है।
सालों से मेरी मां इसे सीजनल फ्लू होने पर घरेलु उपचार के तौर पर इस्तेमाल करती चली आ रही हैं। तो मैंने सोचा क्यों न इस नुस्खे को आप सभी के साथ भी शेयर किया जाए। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे संक्रमण और सीजनल फ्लू को ट्रीट करने के लिए देसी घी को कैसे करना है इस्तेमाल (Desi ghee for cough and cold)।
घी में मौजूद ल्युब्रिकेटिंग और सूदिंग प्रॉपर्टी गले की खराश को कम करने में मदद करती हैं। आयुर्वेद के अनुसार घी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो इसे सर्दी खांसी जैसे संक्रमण के लिए खास बनाती हैं। खासकर यह सीजनल संक्रमण, जैसे की फ्लू की स्थिति में काम करती हैं। देसी घी नसल कैविटी को पूरी तरह से साफ कर देती है, जिससे कि नाक बंद नहीं होता और आपका रेस्पिरेटरी फंक्शन सामान्य रहता है। वहीं यह ब्रीदिंग को भी इंप्रूव कर सकती है।
यदि आपके गले में खराश है या आप कफ से परेशान हैं तो एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच देसी घी डालें। इन्हें अच्छे से मिला लें और इस पानी से गरारा करें। उचित परिणाम के लिए सुबह-शाम दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। घी की ल्युब्रिकेटिंग और सूदिंग प्रोपर्टी आपके गले को आराम पहुंचाती हैं।
घी और ब्लैक पेपर का कॉम्बिनेशन गले की खराश और कफ के जमाव को कम कर देता है। घी और ब्लैक पेपर में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टी पाई जाती है। यह फ्लू जैसे संक्रमण से राहत प्रदान करता है। एक पानी में एक चम्मच देसी घी, दो चुटकी ब्लैक पेपर और थोड़ा सा अदरक मिलाएं। पानी को कुछ देर तक उबालें फिर इसे छान लें और जब यह गुनगुना हो जाए तो इसे पीएं।
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घी और हल्दी दोनों ही इम्युनिटी बूस्ट करने में आपकी मदद करते हैं। इनकी एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी इसे सर्दी खांसी जैसे संक्रमण के लिए बेहद खास बना देती हैं। उचित मात्रा के लिए देसी घी और हल्दी का मिश्रण तैयार करें, इस मिश्रण को सुबह शाम लें।
गर्म घी में अजवाइन डालें और फिर इसे गुनगुने दूध में डाल दें। तैयार किए गए इस मिश्रण को रात को सोने से पहले लेना है। अजवाइन और घी दोनों में एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी पाई जाती है और ये संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। साथ ही घी शरीर को अंदर से गर्माहट प्रदान करता है जिससे की कफ के जमाव से राहत मिलती है।
एक चम्मच घी और शहद को एक साथ मिला लें। इस मिश्रण को रात के समय सोने से पहले लेना है। इस मिश्रण को लेने के तुरंत बाद पानी न पिएं। यह कॉम्बिनेशन छाती में कफ के जमाव को कम करने में मदद करेगा। यदि आप ड्राई कफ से परेशान हैं तो यह एक प्रभावी घरेलू नुस्खा साबित हो सकता है। शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो संक्रमण फैलाने वाले कीटाणु के ग्रोथ को कम कर देते हैं। वहीं गले को चिकना बना देते हैं, जिससे कि खराश से राहत मिलती है।
यदि आपको जुकाम है और आपका नाक बार-बार बंद हो जाता है तो ऐसे में घी को गुनगुना करें और इसका 2 बूंद अपने नाक में डालें। यह नाक में कफ के जमाव को कम कर देता है और आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
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