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पीरियड्स क्रैम्प्स की नेचुरल रेमेडी है पानी में घी मिलाकर पीना, यहां हैं दर्द से राहत देने वाले ऐसे ही 5 उपाय

अधिक पेन किलर लेने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, साथ ही किडनी संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। हर महीने आने वाली पीरियड्स के दर्द की वजह से आप अपना ऑफिस मिस नहीं कर सकती, ऐसे में आखिर क्या किया जाए?
Published On: 4 Oct 2023, 09:30 am IST
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ghee aur gunguna paani peene ke fayde.
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए हर सुबह गर्म पानी के साथ घी का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है। चित्र : शटरस्टॉक

पीरियड्स के दौरान ज्यादातर महिलाओं को पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होता है। वहीं कुछ महिलाओं को पीरियड शुरू होने के 2 दिन पहले से ही पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। ऐसे में दर्द कम करने के लिए महिलाएं पेन किलर लेती हैं, जो की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। अधिक पेन किलर लेने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, साथ ही किडनी संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। हर महीने आने वाली पीरियड्स के दर्द की वजह से आप अपना ऑफिस मिस नहीं कर सकती, वहीं बच्चियों के लिए स्कूल और कॉलेज मिस करना भी कोई विकल्प नहीं है। अब आप सोच रही होंगी ऐसे में क्या किया जाए!

जब मैं छोटी थी और मेरे पीरियड्स आने लगे थे तो मुझे भी पेट में असहनीय दर्द का अनुभव होता था। तब मेरे पीरियड्स की डेट के 2 से 3 दिन पहले से मेरी मम्मी मुझे गुनगुने पानी में एक चम्मच घी घोलकर देती थी, इसके अलावा भी उन्होंने मुझे कई अन्य घरेलू नुस्खे भी बताए, जिसे मैं घर और मम्मी से दूर कॉलेज के दिनों में इस्तेमाल किया करती थी। यकीन मानें पेन किलर की जगह इन नुस्खों के इस्तेमाल से आपके पेट का दर्द छूमंतर हो जाएगा। चलिए जानते हैं आखिर ये कौन से घरेलू नुस्खे हैं और ये किस तरह काम करते हैं (home remedies for periods cramps)।

Periods mei yeh galtiyaan na karein
आपको पीरियड्स के दौरान रहें अधिक सचेत। चित्र अडोबी स्टॉक

यहां हैं पीरियड्स पेन को कम करने के लिए कुछ खास ड्रिंक्स

1. गुनगुने पानी के साथ घी का सेवन करें

एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच घी डालें, इसे अच्छी तरह मिलाएं और पीरियड्स शुरू होने के दो दिन पहले से इसे पीना शुरू कर दें। इसके अलावा आप अपने ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में अलग-अलग खाद्य पदार्थों के साथ घी ले सकती हैं। यह स्टमक लाइनिंग को स्मूथ करता है, साथ ही साथ पाचन प्रक्रिया को भी बेहतर बनाता है। इससे आपको पीरियड्स के दौरान दर्द, उल्टी और बेचैनी का एहसास कम होता है।

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2. अदरक की चाय

अदरक सभी के घरों में मौजूद होता है और इसका इस्तेमाल अलग-अलग खाद्य पदार्थों में फ्लेवर ऐड करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही अदरक के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, उनमें में से एक है पीरियड्स के दर्द पर नियंत्रण पाना। इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी स्टमक लाइनिंग के सूजन को कम कर देते हैं, वहीं यह ब्लोटिंग से भी राहत प्रदान करता है। इससे पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

इसे तैयार करने के लिए एक कप पानी को गैस पर चढ़ाएं और उसमें कस किया हुआ दो चम्मच अदरक डालें। इसमें लगभग चार से पांच मिनट तक उबाल आने दें, फिर इसे छाने और पीरियड्स के दौरान सुबह शाम दो बार इसे पियें।

3. सौंफ की चाय

सौंफ की चाय मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले दर्द से राहत पाने का एक प्रभावी तरीका है। यह उन हारमोंस को कम करती हैं, जो इन्फ्लेमेशन और ब्लोटिंग को बढ़ावा देते हैं। साथ ही साथ मांसपेशियों की ऐंठन और पेट के निचले हिस्से में होने वाले असहनीय दर्द को भी कम कर देती हैं। इसे तैयार करने के लिए सौंफ को एक कप उबलते हुए पानी में डाल दें और लगभग 7 से 10 मिनट के लिए इसे बॉयल होने दें। उसके बाद पानी को छाने और इसे हल्का गुनगुना होने पर चाय की तरह से पिएं।

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किशमिश के स्वास्थ्य संबंधी अनेक लाभ हैं। चित्र-शटरस्टॉक।

4. किशमिश का पानी और केसर

इस ड्रिंक के सेवन से पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द के साथ-साथ मूड स्विंग से भी राहत मिलती है। किशमिश प्राकृतिक लैक्सेटिव की तरह काम करते हैं और आपके पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ रखते हैं। साथ ही केसर भी स्टमक लाइनिंग को रिलैक्स रहने में मदद करते हैं, जिससे कि अधिक दर्द का अनुभव नहीं होता। आप इसे पीरियड शुरू होने के एक हफ्ते पहले से लेना शुरू करें और पीरियड्स के दो दिन बाद तक इसे पिएं।

एक कप पानी में 4 से 5 किशमिश और केसर के दो धागे को रात भर के लिए भिगोकर छोड़ दें। सुबह सबसे पहले खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहे तो पीरियड्स के अलावा भी इसे अपनी डाइट का हिस्सा बन सकती हैं, यह त्वचा के लिए भी कमाल का साबित होगा।

5. बीटरूट जूस

पीरियड्स के दौरान बीटरूट जूस महिलाओं के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक साबित हो सकता है। इसमें वीटा कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं, जो पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं में कारगर हो सकते हैं। यह ब्लड फ्लो को प्रमोट करते हैं और मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले दर्द को कम कर देते हैं। साथ ही साथ यह शरीर में ऊर्जा के स्तर को भी बढ़ावा देते हैं। घर पर फ्रेश बीटरूट जूस तैयार करें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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