इंटिमेसी केवल शारीरिक नहीं, बल्कि भावनात्मक, स्पिरिचुअल, इंटेलेक्चुअल भी होती है। बहुत से लोगों में इंटिमेसी का डर (Intimacy fear) बैठ जाता है, जिसे फियर ऑफ़ इंटिमेसी कहते हैं। ऐसे लोग दूसरों के साथ इंटिमेसी मेंटेन करने से डरते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे क्या वजह है? हालांकि, बहुत से लोग इसके शिकार होते हैं और उन्हें पता भी नहीं होता कि उनके साथ क्या हो रहा है। इसलिए इस विषय पर जानना जरूरी है, क्योंकि यह आपकी मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती है।
इस बारे में अधिक जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने सर गंगा राम हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ आरती आनंद से बात की। तो चलिए डॉक्टर से जानते हैं आखिर फियर (Intimacy fear) ऑफ़ इंटिमेसी मन में किस प्रकार बैठ जाती है और इस स्थिति से ओवर कम कैसे किया जा सकता है।
इंटिमेसी के डर में लोग दूसरे लोगों से फिजिकल, इंटेलेक्चुअल और इमोशनली क्लोज होने से डरते हैं। इसे इंटिमेसी अवॉइडेंस और अवॉइडेंस एंजायटी भी कहते हैं। यह एक प्रकार का डर है, जो एंजायटी और चाइल्डहुड ट्रॉमा की वजह से उत्पन होता है।
फिजिकल: सेक्स, कडलिंग, हगिंग, किसिंग कैजुअल टचिंग में परेशानी हो सकती है।
इमोशनल: अपनी कमजोर भावनाओं को दूसरों के सामने प्रकट करना और पिछले रिश्ते के डर और परेशानियों पर चर्चा करने में परेशानी महसूस होना।
इंटेलेक्चुअल: अपने ज्ञान और विचारों को दूसरों से शेयर करने में हिचकना। ऐसे लोग अपनी रुचि, लक्ष्य और अन्य मुद्दों पर राय विचार करने से बचते हैं।
स्पिरिचुअल: धर्म सहित दार्शनिक मान्यताओं या व्यक्तिगत मूल्यों को दूसरों के साथ शेयर न कर पाना।
एक्सपेरिमेंटल: सामान्य हॉबीज या गतिविधियां जैसे ट्रैवलिंग या स्पोर्ट्स में पार्टिसिपेट करने में परेशानी महसूस होना।
आपको यह चिंता परेशान कर सकती है कि आपके दोस्त और पार्टनर आपको छोड़ देंगे। ये भावना अक्सर माता-पिता, गार्डियन या रोल मॉडल द्वारा आपको एक बच्चे के रूप में भावनात्मक या शारीरिक रूप से त्यागने से उत्पन्न होती है।
पिछले रिजेक्शन के अनुभवों से आपको यह डर हो सकता है, कि कोई आपको पसंद नहीं करेगा या स्वीकार नहीं करेगा। यह डर माता-पिता द्वारा आपको स्वीकार न करने या किसी रोमांटिक पार्टनर द्वारा आपकी ज़रूरतों को अस्वीकार करने से उत्पन्न हो सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंसोशल एंजाइटी डिसऑर्डर होने से आप रिश्तों में निर्णय और अस्वीकृति से डर सकते हैं। आपको सामाजिक भय भी हो सकता है, जैसे स्पर्श या बातचीत से डरना, जो आपको गंभीर रूप से चिंतित और भयभीत करता है।
क्या आपको अपने पार्टनर के साथ अपनी भावनाओं के बारे में बात करना मुश्किल लगता है? इसका कारण यह हो सकता है कि आप अपनी भावनाओं को पहचानने में सक्षम नहीं हैं, या आप नहीं जानती कि अपनी भावनाओं को शब्दों में कैसे व्यक्त किया जाए। ये फियर ऑफ इंटिमेसी का एक संकेत हो सकता है।
आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि दूसरों के साथ गहरे संबंध या प्रेम के योग्य होने के लिए आपको परफेक्ट होने की आवश्यकता है। ये भावना आपको बेवजह खुद में कमियां ढूंढने से मजबूर कर सकती है। साथ ही आप खुदको व्यस्त रखना शुरू कर देती हैं, जिसकी वजह से आप लोगों के करीब जानें और उनसे बातचीत करने से बचती हैं।
आप महसूस कर सकती हैं की आप अच्छी नहीं हैं, या प्यार भरे रिश्ते या दोस्ती में योगदान नहीं कर सकती। सार्थक रिश्ते बनाने के लिए आप खुद पर भी भरोसा नहीं कर पाती। ये फियर ऑफ इंटिमेसी का एक संकेत हो सकता है।
आपको दोस्त, परिवार के सदस्य या सहकर्मियों पर भरोसा करने में परेशानी हो सकती है। आपको लगता है कि लोग आपको धोखा देंगे या अस्वीकार कर देंगे। परिणामस्वरूप, आप अपने पार्टनर या दोस्तों के अन्य रिश्तों से जलन या खतरा महसूस कर सकती हैं, जिसके कारण आप अपने लव्ड वन से दूर हो जाती हैं। इस प्रकार आप अपने रिश्ते को लोगों के साथ खराब कर सकती हैं।
कई बार फियर ऑफ इंटिमेसी की स्थिति में व्यक्ति अपने पार्टनर के सामने अपनी जरूरतों को प्रकट नहीं कर पाता। जब तक आप अपने पार्टनर और दोस्तों के साथ अपने रिश्ते की जरूरतों को शेयर नहीं करती हैं, तो आप असंतुष्ट महसूस कर सकती हैं।
इमोशनल ओर फिजिकल नेगलिजेंसी का एक्सपीरियंस करने पर।
उलझे हुए परिवार और पारिवारिक विवाद के बीच बड़ा होना।
छोटी उम्र में पेरेंट्स को खो देना।
पेरेंट्स का मेंटल स्टेटस स्थापित होने पर।
चाइल्ड एब्यूज का एक्सपीरियंस।
आपको यह मालूम नहीं होता कि आपका रिश्ता कब तक चलने वाला है। इसमें कोई बुराई नहीं है, इसलिए अपने रिलेशनशिप के रिस्क को एक्सेप्ट करें। कई बार रिश्ते फेल हो सकते हैं, केवल उसके बारे में सोचते रहने से आप इंटिमेसी फियर का शिकार हो सकती हैं। इसलिए इस बात को एक्सेप्ट करें और अपने रिलेशनशिप के पॉजिटिव एक्सपीरियंस को याद करें। जिससे कि आपको बेहतर तरीके से इंटिमेसी मेंटेन करने में मदद मिलेगी।
सबसे पहले खुद के साथ कंफर्टेबल होने का प्रयास करें। जब आप अपने प्रसेंस को वैल्यू करना शुरू करेंगी तो दूसरे भी आपकी वैल्यू करेंगे। अपनी बाउंड्री सेट करें और लोगों पर डिपेंडेंसी को अवॉइड करें। ऐसे आप रिजेक्शन के फियर से ओवर कम कर पाएंगी। ऐसा करने से सामने वाले व्यक्ति के साथ बेहतर इंटिमेसी मेंटेन करने में मदद मिलेगी।
दिमाग में नेगेटिविटी के बढ़ने से आपके मन में इंटिमेसी का डर और ज्यादा बढ़ सकता है। इसलिए सबसे पहले सेल्फ नेगेटिव टॉक पर नियंत्रण पाएं। खुद के दिमाग में अपने बारे में और दूसरों के बारे में नकारात्मक सोचना बंद करें, तभी आप सकारात्मक चीजों को देख पाएंगी। इस पर नियंत्रण पाने से आपको पॉजिटिविटी अट्रैक्ट करेगी, जिससे कि इंटिमेसी मेंटेन करने में मदद मिलेगी और आपको बेहतर महसूस होगा।
अगर आप इंटिमेसी फियर से परेशान हैं, और अपनी स्थिति में सुधार करना चाहती हैं, तो आपको रिलेशनशिप एस्टेब्लिश करने पर ध्यान देना चाहिए। यदि आप पहले से किसी गहरे रिश्ते में हैं, तो उन पर काम करें। जब आप खुद लोगों के नजदीक जाने की कोशिश करती हैं, तो आपको समझ आता है कि असल में सामने वाला व्यक्ति आपके कितने करीब है।
कई बार इंटिमेसी फियर के डर से हम अच्छे लोगों के नजदीक जाने से भी डरते हैं, उनके साथ भी अपनी भावनाएं शेयर नहीं करते। इसलिए अपने तरफ से प्रयास करें, इससे आपको लोगों के साथ बेहतर अंडरस्टैंडिंग एस्टेब्लिश करने में मदद मिलेगी।
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