क्या आपका बच्चा भी बहुत संकोची है कोई चीज करने से पहले बहुत सोचता है। खेलने के लिए आगे बढ़ने के बजाय, वह पीछे खड़े होकर दूसरे बच्चों को देखना पसंद करता है। वह आपसे रुक-रुक कर बात करता है, कभी-कभी वह बड़बड़ाता है, लेकिन कभी-कभी वह चुप रहता है, और आप समझ नहीं पाते कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है। वह अपने बेडरूम में अकेले बहुत समय बिताता है। उसके शिक्षक कहते हैं कि वह चाहते हैं कि वह कक्षा में अधिक भाग ले। उसका सामाजिक जीवन दो लोगों तक ही सीमित है। तो इससे ये पता चलता है कि आपका बच्चा इंट्रोवर्ट हो सकता है।
इंट्रोवर्ट एक शब्द है जिसका उपयोग उन व्यक्तित्वों के विवरण के लिए किया जाता है, जो स्वाभाविक रूप से अपनी भावनाओं को अपने तक सीमित रखते हैं। उन्हें बाहरी प्रेरणाओं की बजाय उनके विचारों और भावनाओं से अधिक समाधान मिलता है। स्विस मनोवैज्ञानिक कार्ल जंग ने 1900 के दशक की शुरुआत में इंट्रोवर्ट के विचार को प्रस्तुत किया।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट रुचि रूह बताती है कि इंट्रोवर्ट वह व्यक्ति है जो शांत, कम से कम उत्तेजक वातावरण पसंद करता है। अकसर इंट्रोवर्ट लोग सोशल गैदरिंग के बाद थका हुआ महसूस करते हैं। जबकि अकेले समय बिताना अपनी ऊर्जा वापस पाने का तरीका है। ऐसा मुख्य रूप से इसलिए होता है क्योंकि इंट्रोवर्ट व्यक्तित्व डोपामाइन के साथ एक अलग तरह की प्रतिक्रिया करता है, जो उत्तेजनापूर्ण मिलनसार व्यक्तित्व के साथ अलग होता है।
इंट्रोवर्ट लोग की संख्या शायद ही कम हो। एक अध्ययन के आधार पर संख्याएं अलग-अलग होती हैं, एक अध्ययन में सामने आया कि अमेरिया में कुल जनसंख्या का 30 से 50 प्रतिशत इंट्रोवर्ट ही है। अगर आप कुछ सबसे सफल नेता, मनोरंजनकर्ता और उद्यमी, जैसे बिल गेट्स, एम्मा वाटसन, वॉरेन बफेट, कोर्टनी कॉक्स, क्रिस्टीना एगुइलेरा, अब्राहम लिंकन, मदर टेरेसा और महात्मा गांधी को जानते होंगे तो ये सभी इंट्रोवर्ट रह चुके है। लेकिन फिर भी इन्होंने अपनी उसी व्यक्तित्व के साथ देश की अलग अलग जगाहों पर अपना योगदान दिया।
अपने बच्चे को याद दिलाएं कि अगर वह बहुत ज़्यादा थका हुआ या परेशान महसूस करता है, तो वह सामाजिक गतिविधियों से ब्रेक ले सकता है। एक्सट्रोवर्ट लोग सामाजिक गतिविधियों से ऊर्जा महसूस करते हैं, वहीं इंट्रोवर्ट लोग थका हुआ महसूस कर सकते हैं। अगर आपका बच्चा बड़ा है, तो वह कमरे के किसी शांत जगह या बाहर किसी अलग जगह पर जाकर सो सकता है।
जब बच्चा किसी ऐसी चीज़ का आनंद लेता है, जिससे वह शुरू में डरता था तो उसे बताएं। उदाहरण के लिए आप बोल सकते है कि “आपको लगा था कि जन्मदिन की पार्टी में आपका समय खराब बीतेगा, लेकिन आपने कुछ नए दोस्त बना लिए।” इस तरह के सकारात्मक रूप से उत्साह बढ़ाने से, समय के साथ, वह अपनी घबराहट और भय की भावनाओं को स्वयं नियंत्रित करने में सक्षम हो जाएगा।
जब कोई दूसरा बच्चा उससे खिलौना छीनने की कोशिश करे तो उसे ऊंची आवाज़ में रुको या नहीं कहना सिखाएं। अगर स्कूल में उसे धमकाया जा रहा है या उसके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है, तो उसे किसी वयस्क या टीचर से बात करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसकी शुरुआत इंट्रोवर्ट बच्चों को यह सिखाने से होती है कि उनकी आवाज़ जरूरी है।
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