तनाव बन रहा है युवाओं में सिर दर्द का कारण, कोविड-19 महामारी के बाद देश भर में बढ़ी है यह समस्या

एक शोध निष्कर्ष के अनुसार, भारत में कोरोना के बाद से तनाव के स्तर में वृद्धि हुई है। इसके कारण लोगों में सबसे अधिक सिरदर्द के मामले बढ़ रहे हैं। क्या है तनाव का कारण और सिरदर्द से बचाव के उपाय।
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तनाव का स्तर कम होने से चिंता और अवसाद से मुक्ति मिल जाती है। चित्र : अडॉबी स्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 20 Oct 2023, 09:04 am IST
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कोरोना महामारी (Covid 19) का प्रभाव लंबी अवधि तक बना रह सकता है। इसका सबसे अधिक बुरा प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ा है। इसके कारण तनाव, अवसाद के मामले तो बढे ही हैं। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना पेंडेमिक से भारत बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके कारण यहां सिरदर्द के मामले बहुत अधिक बढे हैं। सिरदर्द का सीधा संबंध तनाव के स्तर से जोड़ा जा रहा (higher stress level cause headache in India increased) है। जानते हैं क्या है शोध।

काम का दबाव और आर्थिक समस्या (Work Pressure and Financial Crisis Cause Headache)

भारत में दवा की एक प्रमुख कंपनी ने भारत में बढ़ रहे सिर दर्द के मामलों पर शोध किया। अध्ययन के लिए 20 शहरों के 22 से 45 वर्ष की आयु के 5,310 से अधिक लोगों का साक्षात्कार लिया गया। इसमें 93% उत्तरदाताओं ने सिरदर्द में कोरोना के पहले के समय के मुकाबले बढ़ोत्तरी पायी। बढ़े हुए तनाव स्तर से जुड़ा हुआ पाया गया सिरदर्द। रिसर्च रिपोर्ट से पता चलता है कि दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाले देश के लोग तनावग्रस्त होकर सिरदर्द के मामलों में वृद्धि की शिकायत कर रहे हैं। सर्वेक्षण में शामिल तीन में से एक व्यक्ति ने खुद को महामारी के बाद अधिक तनावग्रस्त माना।

क्या हैं तनाव के कारण (Causes of Stress)

सर्वेक्षण में शामिल कामकाजी और गैर-कामकाजी दोनों तरह के लोगों ने तनाव के लिए वित्तीय समस्याएं और काम के दबाव को सूची में सबसे ऊपर माना। इसके बाद स्वास्थ्य समस्याएं और पारिवारिक झगड़े को तनाव का कारक माना गया। स्टडी रिपोर्ट इस बात पर जोर देते हैं कि तनाव का प्रभावी प्रबंधन होना चाहिए। महामारी से पहले की अवधि की तुलना में 26-35 और 36-45 आयु समूहों में स्ट्रेस लेवल क्रमशः 12% और 13% बढ़ गया है। 26-35 आयु समूह की पीढ़ी को सबसे अधिक तनावग्रस्त माना गया है। यह आंकड़ा 87% तक है।

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तनाव के लिए वित्तीय समस्याएं और काम के दबाव हैं सूची में सबसे ऊपर । चित्र : शटरस्टॉक

सिर दर्द के कारण कंसन्ट्रेशन में परेशानी (Headache causes lack of concentration)

तनाव से यदि सिरदर्द बढ़ता है, तो सिरदर्द ध्यान को भी प्रभावित कर सकता है। लगभग 40% उत्तरदाताओं ने माना कि उन्हें दिन-प्रतिदिन के कार्यों पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने में अधिक कठिनाई का अनुभव होता है। सिर दर्द के कारण प्रोफेशनल कामकाज के साथ-साथ घरेलू कामों की जिम्मेदारियों को पूरा करने में भी कंसन्ट्रेशन का अभाव होता है।

मुंबई में सबसे अधिक सिरदर्द के मामले

रिपोर्ट के निष्कर्ष में शोधकर्ताओं ने बताया कि मुंबई को देश की सिरदर्द वाली राजधानी माना जा सकता (higher stress level cause headache in India increased) है। यह एकमात्र प्रमुख शहर (टियर 1 शहर) है, जहां सिरदर्द की घटनाएं 90% से अधिक है। इससे थोड़ा कम चेन्नई है, जो 89% है। टियर 2 शहरों में अहमदाबाद और भुवनेश्वर शामिल हैं, जहां सिरदर्द से पीड़ित होने के अधिक मामले मिल रहे हैं

क्यों होता है स्ट्रेस के कारण सिरदर्द (what is the cause of Headache)

तनाव के कारण सिरदर्द (Stress causes Headache) तब होता है जब गर्दन और स्कैल्प की मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं (Muscular Strain causes Headache) या सिकुड़ जाती हैं। मांसपेशियों में संकुचन तनाव, अवसाद, सिर में लगी चोट या एंग्जायटी के कारण हो सकती है। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन वयस्कों और बड़े किशोरों में आम है

तनाव के कारण सिरदर्द तब होता है जब गर्दन और स्कैल्प की मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं । चित्र : शटरकॉक

सिरदर्द से बचाव के यहां हैं उपाय (How to prevent Headache)

सिरदर्द से बचाव के लिए नियमित समय पर पौष्टिक आहार ( Nutritious Food) लें। किसी भी समय का भोजन छोड़ने से खाली पेट गैस बनने की आशंका होने लगती है। भोजन न छोड़ें, विशेषकर नाश्ता। पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार लें। नियमित रूप से व्यायाम (Exercise for Headache) करें। व्यायाम से मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और सिरदर्द से आराम मिलता है। पर्याप्त नींद लें। अधिक कैफीन लेने स्मोकिंग करने से बचें। ये दोनों कारक सिर दर्द बढ़ा सकते हैं। बिना डॉक्टर से संपर्क किये कोई दर्द की दवा नहीं (Painkiller for Headache) लें।

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