Good Sleep : गंदा बेडरूम भी डिस्टर्ब कर सकता है आपकी नींद, यहां हैं अच्छी नींद के 4 इफेक्टिव नुस्खे

खराब लाइफस्टाइल और रूटीन के कारण स्ट्रेस और एंग्जाइटी हो जाती है। इससे रात में नींद आनी मुश्किल हो जाती है। आयुर्वेद में कई उपाय हैं, जो बेहतर नींद लाने में मदद करते हैं।
सोने से पहले टीवी, आईपैड, फोन जैसे गैजेट का प्रयोग बहुत अधिक उत्तेजना का कारण बन सकते हैं, जो नींद में दिक्कत पैदा कर सकते हैं। चित्र : शटर स्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 20 Oct 2023, 09:03 am IST
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वृद्ध वयस्कों, महिलाओं और मानसिक रूप से बीमार लोगों में नींद नहीं आने की बीमारी आम है। अच्छी और गहरी नींद नहीं लेने से जीवन के हर पहलू पर असर पड़ सकता है। यह मूड से लेकर दिन में प्रभावी ढंग से कार्य करने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है। रात में नींद नहीं आने के कई कारण हो सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, कुछ उपाय अपनाकर अच्छी नींद लाई (Ayurvedic tips for good sleep) जा सकती है।

क्या कहते हैं आंकड़े (Figures on Good Sleep)

जर्नल ऑफ़ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर के अनुसार, विश्व के कई देशों की 10%-30% आबादी अनिद्रा से ग्रस्त होती है। कुछ स्थानों पर यह आंकड़ा 50%-60% तक हो सकता है। इन सभी में मुख्य रूप से गैजेट का अत्यधिक प्रयोग और नशे का सेवन करना कारण बन सकता है।

क्यों नहीं आती है नींद (Causes of Bad Sleep)

अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में हुई स्टडी बताती है कि कई चीजें रात की खराब नींद में योगदान कर सकती हैं। दिनचर्या सही नहीं होने पर दिन में अत्यधिक थकान भी नींद नहीं आने का कारण बन सकती है। सोने से पहले टीवी, आईपैड, फोन जैसे गैजेट का प्रयोग बहुत अधिक उत्तेजना का कारण बन सकते हैं, जो नींद में दिक्कत पैदा कर सकते हैं।

नीली रोशनी का बुरा प्रभाव (Bad Effect of Blue Light) 

स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी शरीर में मेलाटोनिन के स्राव को रोक देती है। यह हार्मोन नींद का एहसास कराता है। शाम में बहुत अधिक कैफीन और शराब का सेवन करना भी शामिल हो सकता है। इसके अलावा, शोरगुल वाले वातावरण में सोना, दिन में बहुत अधिक सोना, सूरज की रोशनी के कम संपर्क में आना और कुछ दवाएं भी नींद नहीं आने का कारण बन सकती हैं। तनाव, चिंता, अवसाद भी अनिद्रा और स्लीप एपनिया के कारण बन सकते हैं।

नींद को बेहतर बनाने के यहां हैं 4 आयुर्वेदिक तरीके (Ayurvedic Tips for Good Sleep)

आयुर्वेद के अनुसार शरीर और दिमाग को संतुलन में लाने पर ही नींद आती है। नींद हमारे शरीर, दिमाग और मन को आराम देने के साथ-साथ टोक्सिंस को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है।

1 अभ्यंगम का अभ्यास ( Abhyanga for Good Sleep)

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ रिसर्च इन आयुर्वेद के अनुसार, शरीर पर गर्म हर्बल तेल से मालिश करने से अच्छी नींद आ सकती है। यदि पूरे शरीर की मालिश करना कठिन लगता है, तो स्कैल्प और पैरों से शुरुआत की जा सकती है। नहाने से पहले या बाद में गर्म ऑर्गेनिक तिल या बादाम या चंदन के तेल की कुछ बूंदों से पैरों की धीरे-धीरे मालिश करें।

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नहाने से पहले या बाद में गर्म ऑर्गेनिक तिल या बादाम या चंदन के तेल की कुछ बूंदों सेऑयल मसाज जरूर करें। चित्र शटरस्टॉक

सिर न्यूरॉन रिसेप्टर्स से भरा होता है, इसलिए स्कैल्प पर तेल से मसाज करने पर मस्तिष्क को संदेश मिलता है कि इसे अब आराम देने का समय आ गया है। इससे हवा और गति से जुड़े वात दोष को कम करने में मदद मिलती है।

2 मसालेदार दूध पिएं (Drink Spiced Milk for Good Sleep)

दूध में एक चुटकी इलायची पाउडर, एक चौथाई चम्मच जायफल (Nutmeg), दालचीनी और अदरक पाउडर मिलाएं। इसे धीमी आंच पर गर्म करें। इसमें आधा चम्मच घी भी मिलाया जा सकता है। सोने से एक घंटे पहले इसे लेने से पाचन और नींद को बढ़ावा मिल सकती है

3 एसेंशियल ऑयल का उपयोग करें (Essential oil for Good sleep) 

शाम ढलने के बाद एसेंशियल ऑयल डिफ्यूज़र (essential oil diffuser) और चंदन की अगरबत्ती का प्रयोग करें। यह मन को शांत और स्वस्थ रखते हैं। मन शांत होने पर समय पर अच्छी नींद (Ayurvedic tips for good sleep) आ जाती है

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नशाम ढलने के बाद एसेंशियल ऑयल डिफ्यूज़र का प्रयोग करें । चित्र : शटरस्टॉक

4 बेडरूम को साफ़ रखें (Keep bedroom clean to get good sleep)

अस्त-व्यस्त और पूरे घर में फैले हुए सामान का प्रभाव मन पर भी पड़ता है। बेड रूम साफ़-सुथरा होने से आराम करने में मदद मिलती है। साफ़ और आरामदायक बिस्तर, धीमी रोशनी, शांत वातावरण अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं। जैसे ही सूरज ढल जाए, मस्तिष्क को संकेत देने के लिए घर की रोशनी कम कर दें कि दिन के व्यस्त कार्यक्रम समाप्त हो गये और अब रात में आरामदायक नींद जरूरी है।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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