नए साल में कदम रखते ही मन में न्यू ईयर रिज़ॉल्यूशन लेने की जल्दबाज़ी बनी रहती है। मन ही मन लोग खुद को नए साल में कई कार्यों की शुरूआत से लेकर कई प्रोजेक्टस पूरा करने तक हर चीज़ के लिए तैयार कर लेते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि व्यक्ति को जीवन में बदलाव अवश्य लाने चाहिए, खासतौर से जब वे आपके भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में हो। मगर खुद को परेशान करके या किसी प्रकार से बाधित करके किसी संकल्प को पूर्ण नहीं किया जा सकता है। इसी कारण बहुत बड़ी तादाद ऐसे लोगों की है, जो अपने रेज़ोल्यूशंस को पूरा नहीं कर पा रहे हैं (why most new year resolutions fail)।
फोर्ब्स हेल्थ के अनुसार साल 2023 के अक्टूबर में किए गए वनपोल सर्वेक्षण के अनुसार 61.7 फीसदी लोगों का कहना है कि वे नए साल के संकल्प को निर्धारित करने के लिए खुद पर दबाव महसूस करते हैं। वहीं 66.5 फीसदी लोगों के अनुसार वे नववर्ष के लिए तीन या अधिक संकल्प बनाने की योजना बना रहे हैं।
इस बारे में बातचीत करते हुए मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत के अनुसार नए साल पर लिए गए रिज़ॉल्यूशन पूरे न होने के कई कारण होते हैं। अक्सर लोग अन्य लोगों को देखकर रिज़ॉल्यूशन लेने में जल्दबाज़ी करते हैं, जो पूरा न होने का मुख्य कारण है। जीवन को बेहतर बनाने के लिए और अपने लक्ष्यो की प्राप्ति के लिए सोच समझकर रिज़ॉल्यूशन लें और योजनाबद्ध तरीके से उसे पूर्ण करने की ओर बढ़ें। सबसे पहले इस बात का ख्याल रखेंं कि आपका संकल्प शॉर्ट टर्म होना चाहिए। इससे आप उसे आसानी से पूरा कर पाते हैं। दूसरा अपनी क्षमताओं को पहचानें। अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमता के अनुसार ही कोई संकल्प लें।
किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए स्टेप बाई स्टेप आगे बढ़ना चाहिए। इससे काम को समय पर और उचित तरीके से किया जा सकता है। अगर आप अपना वज़न कम करना चाहती हैं, तो उसके
लिए वेटलॉस पर ध्यान देने से पहले कैलोरी इनटेक को कम करना ज़रूरी है। इसके लिए सबसे पहले मील पर फोकस बनाकर रखें। एक एक कदम आगे बढ़ाने से सफलता अवश्य मिलती है।
अगर कोई व्यक्ति किसी कारण से कोई संकल्प लेता है, तो उसके लिए संकल्प की देखादेखी अपनेद आप को उस कार्य को करने के लिए तब तक बाधित न करें, जब तक आपको उसकी आवश्यकता महसूस न हो। अपने रेजोल्यूशन अपनी ज़रूरत के मुताबिक ही लें।
अपनी क्षमता से ज्यादा अगर आप खुद से एक्सपेक्ट करने लगते हैं, तो उससे आप अपने गोल्स को अचीव करने से चूक जाते हैं। बड़े मकसद को पाने की इच्छा रखने के कारण छोटे टारगेट्स भी अचाव नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग नए साल पर लिए गए संकल्प पूरे नहीं कर पाते हैं।
नए साल पर लिए गए संकल्पों को पूरा करने के लिए उन्हें समय देना आवश्यक है। इससे आप काम को समय पर निपटा पाते हैं और रोजमर्रा के जीवन में लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ने लगते हैं। अपने रेज़ोल्यूशंस को प्रायोरिटी न देने पर आप उन्हें अधूरा छोड़ देते हैं।
किसी भी कार्य को करने के दौरान व्यक्ति को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उन मुश्किलों को हल करके आप अपनी मंजिल को हासिल कर सकते हैं। अगर आपने नववर्ष पर जिम जाने का संकल्प लिया है, तो उसके लिए आपको रोज़ सुबह उठकर जाना पड़ेगा। अधिकतर लोग मज़बूत इच्छाशक्ति की कमी के कारण अपने मकसद को पूरा नहीं कर पाते हैं।
बदलाव जीवन का दूसरा नाम है। एक्सपर्ट के अनुसार जीवन में स्टेजिज़ ऑफ चेंज मॉडल की कई स्टेज होती है। इसमें प्रीकंटेम्पलेशन, कंटेम्पलेशन, प्रिपरेशन, एक्शन और मेंटेनेंस स्टेजिज़ होती है। वे लोग जो खुद को बदलने के लिए तैयार हो जाते हैं। वे एक्शन स्टेज पर होते हैं, आवश्यकतानुसार वे खुद को बदलने में नहीं हिचकिचाते हैं। वहीं अन्य लोग संकल्प पूरा करने से पहले ही उसे छोड़ देते हैं।
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