scorecardresearch facebook

तनाव बढ़ाकर याद्दाश्त में कमी ला सकता है सेक्स के बीच लंबा गैप, जानिए क्यों जरूरी है रेगुलर सेक्स

आपके और आपके पार्टनर के बीच सेक्स संबंधों में लंबा गैप आने के कई कारण हो सकते हैं। पर यह गैप आप दोनों के रिलेशनशिप ही नहीं सेहत पर भी असर डाल रहा है।
Updated On: 16 Jun 2023, 10:14 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
Female ejaculation
फीमेल इजैक्यूलेशन महिलाओं को प्लैजर महसूस करवाने लगता है। इससे महिलाएं संतुष्टि का अनुभव करने लगती है। चित्र शटर स्टॉक

कई स्थिति में महिलाएं सेक्स में रूचि खोने लगती हैं। मेनोपॉज, मेडिकेशन, डायबिटीज, स्ट्रेस, लिबिडो की कमी की स्थिति में प्राकृतिक रूप से सेक्सुअल इंट्रेस्ट कम हो जाता है। सेक्स केवल आपकी उत्तेजना को कण्ट्रोल कर आपको प्लेजर प्रदान नहीं करता यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। नियमित सेक्स तमाम स्वास्थ्य समस्यायों का उचित समाधान है।

यदि आप सेक्स में रूचि खोने लगी हैं या आपको सेक्स करने का मन नहीं होता, तो आपको जान लेना चाहिए की आपकी यह गलती किस तरह आपके रिश्ते सहित समग्र सेहत पर भारी पड़ सकती है। पार्टनर के साथ इंटिमेसी को बरकरार रखें और सेक्स के बिच लंबा गैप न छोड़ें।

यहां जानें क्यों जरुरी है नियमित सेक्स

1. तनाव की स्थिति

यदि आपने अपने पार्टनर के साथ लंबे समय से सेक्स नहीं किया है, तो इससे आप उनसे अलगाव महसूस कर सकती हैं। जिसका अर्थ यह हो सकता है कि आप उनसे अपनी भावनाओं के बारे में ज्यादा बात नहीं कर पाएं, या दिन-प्रतिदिन के स्ट्रेस को रिलीज करना बेहद मुश्किल हो सकता है।

सेक्स करने से आपका शरीर ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन जैसे हार्मोन रिलीज करता है, जो तनाव के प्रभाव को प्रबंधित करने में आपकी मदद करते हैं। साथ ही ऑक्सीटोसिन से आपको बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है।

memory problem
सभी कपल्स को हफ्ते में कम से कम दो से तीन बार इंटीमेट जरूर होना चाहिए। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. याददाश्त पर पड़ता है प्रभाव 

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की माने तो नियमित रूप से सेक्स करने वाले कपल्स की याददाश्त शारीरिक संबंध न बनाने वाले जोड़ों की तुलना में अधिक होती है। सेक्स आपके ब्रेन को न्यूरॉन्स विकसित करने और सामान्य रूप से बेहतर काम करने में मदद कर सकता है। इसलिए सभी कपल्स को हफ्ते में कम से कम दो से तीन बार इंटीमेट जरूर होना चाहिए।

यह भी पढ़ें : किसी भी ब्रांडेड लुब्रिकेंट से ज्यादा फायदेमंद है सेक्स के दौरान नारियल के तेल का इस्तेमाल, एक्सपर्ट बता रहीं हैं कैसे

3. रिश्ते पर भी पड़ता है नकारात्मक प्रभाव

नियमित सेक्स आपको अपने साथी के साथ भावनात्मक रूप से करीब महसूस करने में मदद करता है, साथ ही साथ आप खुलकर एक दूसरे से बातचीत करती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार जो जोड़े अधिक सेक्स करते हैं, उन्हें अक्सर अधिक खुश पाया जाता है।

Pollपोल
पुरुषों में महिलाओं को सबसे ज्यादा क्या आकर्षित करता है?

परंतु ऐसा नहीं है कि आपको हर रोज सेक्स करने की आवश्यकता है हफ्ते में 1 से 2 बार सेक्स करना पर्याप्त है। आपकी उम्र, लिंग और आप कितने समय से रिश्ते में हैं, यह सभी आपके फिजिकल इंटिमेसी के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर है।

4. अधिक होता है बीमारी का खतरा

नियमित सेक्स आपके शरीर को बीमारी से लड़ने में मदद कर सकता है। नियमित सेक्स आपके प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और आपके शरीर को संक्रमण जैसे कि सर्दी खांसी और अन्य बीमारियां प्रभावित नहीं कर पाती। एक अध्ययन में, कॉलेज के छात्र जो प्रति सप्ताह एक से दो बार सेक्स करते थें उनमें एक निश्चित एंटीबॉडी (इम्युनोग्लोबुलिन ए कहा जाता है) का उच्च स्तर पाया गया। जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

kamzor immunity bhi iske liye zimmedar ho sakti hai
एक बेहतर इम्युनिटी सिस्टम ही बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

5. वेजाइनल वॉल और ल्युब्रिकेशन पर पड़ता है असर

यदि आप ऐसी महिला हैं जो मेनोपॉज़ से गुजर चुकी हैं, तो आपके पास यौन संबंध बनाए रखने का एक और कारण है। नियमित सेक्स के बिना, आपकी योनि कस जाती है और इसके टिश्यू पतले हो सकते हैं जिस वजह से लंबे समय के बाद सेक्स करने से चोट लगने, और टिश्यू फटने या यहां तक कि रक्तस्राव होने की संभावना अधिक होती है। कई महिलाएं मेनोपॉज के बाद या प्री मेनोपॉज की स्थिति में सेक्स करने से बचती हैं, जिससे स्थिति और भी बदतर हो सकती है।

यह भी पढ़ें : बार-बार बढ़ जाता है आपके एजिंग पेरेंट्स का ब्लड शुगर लेवल, तो जरूर आजमाएं ये 4 प्रभावी घरेलू नुस्खे

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

अगला लेख

सेChat करें