डायबिटीज शरीर और मन दोनों को प्रभावित करती है। बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल आपकी क्षमता, त्वचा और लुब्रिकेशन को भी प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञ और शोध भी यह बताते हैं कि एक मधुमेह रोगी के लिए सेक्स लाइफ को एन्जॉय कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। पर इसका यह अर्थ नहीं है कि आपकी सेक्स लाइफ पूरी तरह खत्म हो गई है। डायबिटीज के साथ भी आप अपने यौन जीवन को बेहतर बनाए रख सकते हैं। हेल्थ शॉट्स पर हम वे टिप्स (sexual tips for diabetes in hindi) साझा कर रहे हैं, जिन्हें आजमा कर मधुमेह रोगी भी यौन जीवन का आनंद (sexual pleasure) ले सकते हैं।
अमेरिकन डायबिटिक एसोसिएशन के अनुसार, यदि आपका लंबे समय से बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल है, तो यह नसों (Nerves) और रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) को नुकसान पहुंचा सकता है। ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होने के कारण महिलाओं में योनि का सूखापन (Vaginal dryness) और दर्दनाक सेक्स भी हो सकता है। नर्व डैमेज होने के कारण ब्लड फ्लो कम हो पाता है। इसके कारण हार्मोनल परिवर्तन भी हो सकते हैं। इन सभी कारणों से डायबिटिक पेशेंट गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान अधिक समस्याओं का सामना कर सकते हैं।
सेक्स मेडिकल रिव्यु जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल योनि के पीएच संतुलन को खराब कर सकता है। इससे योनि संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। जब पीएच बढ़ जाता है, तो योनि में स्वस्थ लैक्टोबैसिली जीवित नहीं रह सकता है। इससे बैक्टीरियल वेजिनोसिस की संभावना बढ़ जाती है। बैक्टीरिया को संतुलन में बनाये रखने के लिए गायनेकोलोजिस्ट की सलाह पर सही जेल सप्ताह में दो बार लगायें। यह मॉइस्चराइज़र के रूप में भी काम करता है।
रीप्रोडक्टिव बायोलोजी एंड एंडोक्रिनोलोजी जर्नल के अनुसार, डायबिटीज के कारण ब्लड फ्लो प्रभावित हो जाता है। इससे लो लिबिडो की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो सेक्स ड्राइव पर सकारात्मक प्रभाव डालते हों। जिंक के स्रोत वाले फ़ूड टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में मदद करते हैं और सेक्स ड्राइव भी बढ़ाने में मदद करते हैं। फिश, सी फ़ूड के अलावा, साबुत अनाज, अनार, एवोकाडो, बेरी, नट्स भी जिंक से भरपूर होते हैं।
रीप्रोडक्टिव बायोलोजी एंड एंडोक्रिनोलोजी जर्नल के अनुसार, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने पर ब्लड वेसल्स की रक्षा होती है। नर्वस की क्षति को रोकने में मदद मिलती है। इससे योनि भी संक्रमण मुक्त रहती है। इसके लिए कैलोरी इंटेक और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ़ूड को शामिल करना जरूरी है। कम भोजन लेने से अग्न्याशय में अतिरिक्त वसा नष्ट होती है, जो इंसुलिन उत्पादन को रोकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ रोचेस्टर जर्नल के अनुसार, मधुमेह रोगियों को लुब्रिकेंट का चुनाव करते समय विशेष सावधानी बरतनी पड़ती (sexual tips for diabetes in hindi) है। कुछ लुब्रिकेंट में ग्लिसरीन और प्रोपलीन ग्लाइकोल जैसे चीनी के रूप होते हैं। ये योनि के पीएच पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इससे यीस्ट इन्फेक्शन ट्रिगर हो सकता है। शुगर के मरीज के लिए सिलिकॉन आधारित लुब्रिकेंट का चुनाव सही होता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ रोचेस्टर जर्नल के अनुसार, यदि मोटापा है, तो वजन कम करने की कोशिश करें। बैलेंस डाइट और नियमित योग और एक्सरसाइज इसमें मदद कर सकते हैं। पर्याप्त नींद लें। रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में नींद की भूमिका अहम है। नियमित रूप से रात में 6 घंटे से कम नींद लेने से लोगों में रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि होने की संभावना तीन गुना अधिक हो जाती है। यदि आप डायबिटिक हैं और किसी दिन सेक्स की इच्छा नहीं हो रही है, तो इस क्रिया में शामिल नहीं हों। यह समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है। यदि समस्या चुनौतीपूर्ण है, तो किसी सेक्स एक्सपर्ट से अवश्य मिलें।
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