पीरियड्स (periods) के दिनों में महिलाओं को कई शारीरिक समस्याओं से होकर गुज़रना पड़ता है। महीने के उन दिनों में चेहरे पर मुहांसों और पेट में ऐंठन से लेकर शरीर में थकान का महसूस होना एक आम बात है। इससे बचने के लिए कई घरेलु नुस्खों से लेकर डॉक्टरी जांच तक हर प्रकार का उपचार करते हैं। इन दिनों की थकान को दूर करने के लिए लाइफस्टाइल में ये साधारण बदलाव लाकर हम इस समस्या को दूर कर सकते हैं। जानते हैं पीरियड्स के दिनों में खुद को हेल्दी और फिट रखने के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिएं। पीरियड की थकान को दूर करने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें (tips for period weakness)।
अगर आपका हीमोग्लोबिन (hemoglobin) लेवल कम है, तो इन दिनों में आपके लिए परेशानियां बढ़ सकती है। बॉडी को एनर्जी प्रदान करने के लिए शरीर में ब्लड लेवल को मेंटेन करके रखना ज़रूरी है।
होर्मोनस में होने वाले बदलाव के चलते महिलाओं को इन दिनों में मूड स्विग, क्रैंप्स और ब्लोटिंग (Bloating) से होकर गुज़रना पड़ता है। दरअसल, शरीर में होर्मोनल असंतुलन पीरियड में होने वाली थकान का कारण साबित होने लगता है।
अगर आप पौष्टिक आहार नहीं ले रही हैं, तो ये भी पीरियडस के दिनों में होने वाली थकान का एक कारण साबित हो सकता है। हैवी ब्लड फ्लो के चलते शरीर में कमज़ोरी और थकान का महसूस आना स्वाभाविक है। ऐसे में मील स्किप करने से बचें और आहार में कच्ची सब्जियों और फलों को शामिल करें।
पीरियड (periods) में होने वाली थकान का कारण शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी भी है। अक्सर महिलाओं को कुछ दिन पहले से भी थकावट महसूस होने लगती है। एक्सपर्ट के मुताबिक पीरियड (periods) खत्म होने के बाद शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे शरीर हेल्दी महसूस होने लगता है।
इस बारे में बातचीत करते हुए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ आशा आर दलाल का कहना है कि पीरियड में होने वाली थकान (periods fatigue) का अर्थ शरीर में पीरियड (periods) से पहले और बाद में एनर्जी की कमी और हर वक्त कमज़ोरी महसूस करना है। जो अक्सर हैवी ब्लीडिंग और गलत खान पान के कारण होने लगती है। इसके अलावा नींद पूरी न होना भी इसका मुख्य कारण है। जानते हैं इस समस्या के कारण और इससे बचने के उपाय भी।
पीरियड्स (periods) के दिनों में शरीर की कमज़ोरी को दूर करने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीएं। दिनभर में 1 से 2 लीटर तक पानी पीने से शरीर निर्जलीकरण की समस्या से बचा रहता है। इसके अलावा रात के वक्त अत्यधिक कॉफी और चाय का सेवन करने से भी बचें। इसके अलावा अल्कोहल और स्वीटनर्स से भरपूर पेय पदार्थों का सेवन भी न करें।
शरीर की तंदरूस्ती को बनाए रखने के लिए इन दिनों में हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ की जगह लाइट एक्सरसाइज़ या मॉडरेट एक्सरसाइज़ करें। इससे न केवल पेट में ऐंठन की समसया दूर होने लगती है बल्कि आप खुद को हेल्दी फील करते हैं। इससे आप भरपूर नींद भी ले पाते हैं। अगर आप एक्सरसाइज़ नहीं कर पाती हैं, तो कुछ वक्त वॉक के लिए निकाल लें।
इन दिनों में शरीर को थकान से दूर रखने के लिए उचित आहार लें। अपनी डाइट में आयरन को भरपूर मात्रा में शामिल करें। साथ ही डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंटस भी लें। इसके अलावा फ्राइड और स्पीइसी फूड खाने से बचें। इससे आपकी बॉडी में क्रैंपस की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा दिनभर में एक साथ पूरा खाना खाने की जगह स्मॉल मील्स लें।
इन दिनों में खुद को एनर्जेटिक रखने के लिए नींद भी अह्म रोल अदा करती है। इसके लिए रात में पूरी नींद लें। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित रहता है। साथ ही हैप्पी होर्मोस प्रोडयूस होते हैं। देर तक जागने से आपको मूड स्विंग और थकान व तनाव का सामना करना पड़ता है।
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