आयरन एक बेहद महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। बॉडी के कई ऐसे फंक्शंस हैं जिन्हे प्रभावी रूप से काम करने के लिए प्रयाप्त मात्रा में आयरन की आवश्यकता होती है। लगभग 70 प्रतिशत आयरन रेड ब्लड सेल्स में मौजूद होता है, जिसे हीमोग्लोबिन कहते हैं। हीमोग्लोबिन बनाने में आयरन का अपना एक महत्वपूर्ण रोल होता है। हालांकि, बहुत से लोगों को खानपान की गलती और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण आयरन की कमी हो जाती है। ऐसे में कई शारीरिक समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने लगता है, ऐसे में शरीर में खून की कमी बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
आयरन की कमी को पूरा करने और इसे मेंटेन रखने के कई तरीके हैं। खासकर आयुर्वेद इसमें आपकी काफी मदद कर सकता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौड़ ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए 3 खास आयरन बूस्टिंग आयुर्वेदिक नुस्खे सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर ये किस तरह काम करते हैं (ayurvedic remedies to overcome iron deficiency)।
हार्मोनल समस्याओं, इनफर्टिलिटी से पीड़ित व्यक्ति, मोटापा, कब्ज, बवासीर, आईबीएस, लिवर और किडनी रोग वाले मरीजों के शरीर में आयरन या लॉ हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे लोगों को अपने हीमोग्लोबिन के स्तर पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
त्वचा का पीला पड़ना
ऊर्जाशक्ति में कमी आना
अधिक कमजोरी महसूस होना
बढ़ी हुई हार्टबीट
किसी भी कार्य को करने के बाद सिर दर्द होना
बर्फ और क्ले की क्रेविंग्स होना
बालों का झड़ना
ठंड लगना
चेस्ट पेन
ब्रिटल नेल्स
हाथ और पैरों का ठंडा पड़ना
यहां कुछ खास आयुर्वेदिक टिप्स हैं जो आयरन की कमी और हीमोग्लोबिन के स्तर को मेन्टेन करने में मदद कर सकती हैं।
आंवला और शहद का कॉम्बिनेशन विटामिन सी और आयरन का एक समृद्ध स्रोत है। यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम है, तो इसके लिए प्रतिदिन आंवला और शहद लेने से मदद मिलेगी।
इनमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ा देते हैं, जिससे की जब आप आयरन लेती हैं, तो उसकी गुणवत्ता पूरी तरह से आपके शरीर में अवशोषित हो पाती है। बेहतर परिणाम के लिए रोजाना सुबह 1 चम्मच आंवला पाउडर में 1 चम्मच शहद मिलाएं और इस मिश्रण को लें।
मेथी में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, इसके अतिरिक्त जब आप मेथी को स्प्राउट्स करती हैं, तो इसके आयरन की गुणवत्ता अधिक बढ़ जाती है। इसके अलावा मेथी हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल्स को उत्तेजित करती है, जिससे हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार होता है।
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हीमोग्लोबिन मेंटेन करने के साथ ही मेथी आपके शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर आपके ब्लड फ्लो में सुधार करती है। यह आपकी नसों को आराम पहुंचाती है, ताकि फ्लड फ्लो सामान्य रहे। इसके अलावा, मेथी कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में भी मदद करती है।
मेथी के दानों को रात भर के लिए पानी में भिगो कर छोड़ दें। फिर पानी को चावल के साथ पकाकर इसे डाइट में शामिल करें। हालांकि, आप चाहें तो इसके पानी को सीधा पी भी सकती हैं। यह आपकी बॉडी में रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ाता है।
कद्दू के बीज, तिल के बीज और सूरजमुखी के बीज सभी आयरन से भरपूर होते हैं और शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा में सुधार कर सकते हैं। इनमें कई अन्य महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज तथा पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बॉडी में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देता है। यदि आप आयरन की कमी से परेशान हैं तो इसे शाम के नाश्ते के रूप में अपनी डाइट में शामिल करें। ये हेल्दी कॉम्बिनेशन रेड ब्लड सेल्स को बूस्ट करने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है।
सभी बीजों को बराबर मात्रा में मिला लें, अब इन्हे हल्के नमक के साथ ड्राई रोस्ट करके स्टोर कर लें। रोजाना शाम की चाय के साथ इसे एन्जॉय करें। हालांकि, यदि आप चाहें तो सुबह इस मिश्रण का 1 चम्मच ले सकती हैं।
नोट: सभी आयु वर्ग के लोग इसे ले सकते हैं, लेकिन अगर किसी को गठिया की समस्या है, तो उन्हें आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए, और जिन लोगों का ब्लड शुगर लो रहता है उन्हें अधिक मेथी का सेवन नहीं करना चाहिए।\
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