शादीशुदा जीवन को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने के लिए दो लोगो के बीच अंडरस्टैण्डिंग का होना ज़रूरी है। इससे न केवल रिश्ते की बुनियाद मज़बूत बनती है बल्कि एक दूसरे के लिए प्यार भी बढ़ने लगता है। मगर वहीं जब पार्टनर के ज़रिए बात बात पर ताने कसना और कमियां खोजी जाती हैं, तो रिश्तों में हल्की दरारें नज़र आने लगती है। जब आप अपने पार्टनर के लिए उपहास का विषय बनने लगते हैं, तो उससे रिश्तों की गरिमा कम होती चली जाती है। जानते हैं वो संकेत जो इस ओर इशारा कर रहे हैं कि आपका पार्टनर आपको अपमानित कर रहा है(Sign of disrespect)।
इस बारे में साइकोलोजिस्ट और ग्राफोलॉजिस्ट सोनल ओसवाल का कहना है कि रिश्तों में नोंक झोंक का होना सामान्य है। मगर जब ये बातें बड़ी समस्याओं का रूप धारण कर लेती है, तो उससे रिश्ता टॉक्सिक होने लगता है। रिश्ते को हेल्दी बनाए रखने के लिए एक दूसरे पर विश्वास बनाए रखें और रिस्पेक्ट दें। इसके अलावा एक दूसरे से होने वाली छोटी छोटी गलतियों को नज़रअंदाज़ करें, ताकि रिश्ते की बुनियाद मज़बूत बनी रहे। जानते हैं एक्सपर्ट के बताए वो संकेत जो रिश्ते में अपमान का कारण साबित होते हैं।
रिश्ते को हेल्दी बनाए रखने के लिए उसका संतुलित होना ज़रूरी है। अपने हर फैसले में पार्टनर की मर्जी को भी शामिल करें। एक दूसरे के निर्णय लेने में मददगार बनें। अगर आप किसी भी कार्य में अपने पार्टनर की मंजूरी को शामिल नहीं करते हैं, तो ये डिस्रिस्पेक्ट की ओर इशारा करता है।
हर कार्य को अपने मन मुताबिक करने की आदत कहीं न कहीं पार्टनर के अपमान का कारण सिद्ध होने लगती है। हर व्यक्ति अपने हिसाब से कार्य को उचित ढ़ग से करता है। ऐसे में रिश्ते की मज़बूती के लिए कार्यों की सराहना करनी चाहिए और उन्हें बूस्ट करना चाहिए। इससे रिश्ते को सही पहचान मिलती है। वे लोग जो रिश्तों को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं। उससे पार्टनर खुद को अपमानित महसूस करने लगता है।
खुद को बेहतर दिखाने के लिए पार्टनर की कमियां निकालने से रिश्तों में दूरियां बढ़ने लगती है। हर काम में पार्टनर को गलत और खुद को सही साबित करना डिसरिस्पेक्ट को दर्शाता है। पार्टनर को नीचा दिखाने के लिए भावनात्मक उपेक्षा करना रिश्ते को अनहेल्दी बना देता है।
जब पार्टनर मैनिपुलेटिव हो और हर परिस्थिति के लिए आपको जिम्मेदार ठहराने लगता है, तो इससे आप खुद को अपमानित और कमज़ोर महसूस करने लगती हैं। अब पार्टनर अपनी बात कहने के बाद जब आपकी बात सुनने के लिए तैयार न हो और हर समस्या के लिए आपको दोषी ठहराता हो, तो उससे रिश्ते कमज़ोर होने लगते हैं।
पर्सनल लाइफ पर हमेशा नज़र टिकाएं रखना रिश्ते को टॉक्सिक बना देता है। ऐसे लोगो ंकी नज़र अपने पार्टनर के फोन से लेकर मिलने जुलने वाले हर दोस्त पर टिकी रहती है। ऐसे लोगों में हर पल इनसिक्योरिटी की भावना प्रबल रहती है।
हर व्यक्ति का आचार और व्यवहार अन्य लोगों से भिन्न होता है। मगर टॉक्सिक पार्टनर हर पल कभी लुक्स को लेकर, जो कभी उपलब्धियों को लेकर अपने पार्टनर की तुलना अन्य लोगों से करने में नहीं हिचकते हैं। इन लोगों मानना होता है कि पार्टनर उनकी तुलना में कम है और वो उनके स्टेटस को मैच नहीं करता है। जो पूरी तरह से अपमानजनक है।
अपनी बात को सच साबित करने और पार्टनर पर दबाव बनाने के लिए ऐसे लोग ऊंची आवाज़ में बात करने लगते हैं। इससे पार्टनर आपको हर पल गलत साबित करने की कोशिश करने लगता है, जिससे रिश्तों में अपमान झकलने लगता है।
पार्टनर का व्यवहार अगर आपको बार बार डिसअपॉइंट कर रहा है, तो अपनी ताकत और उपलब्धियों पर फोकस करें। अपने जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए मनचाही गतिविधियों में व्यस्त हो जाएं। आत्मनिर्भर होने से मन में आत्मविश्वास बढ़ने लगता है।
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कस्टमाइज़ करेंदिनभर पार्टनर की बातों को सोचने की जगह कुछ वक्त दोस्तों के साथ बिताएं। सोशल सर्कल बिल्ड करने से आप मानसिक तौर पर खुद को स्वस्थ और एक्टिव रख सकती है। इससे बेवजह बढ़ने वाला तनाव दूर होने लगता है और शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं।
अगर आप किसी कारणवश रिश्ते से दूर नहीं हो सकती हैं, तो अपने रिश्ते में सीमाएं निर्धारित कर लें। इसके चलते पार्टनर की बातों को ख्ुद पर हावी न होने दें। इससे जीवन में पार्टनर की दखलअंदाजी से बचा जा सकता है।
तन और मन को हेल्दी रखने के लिए सेल्फ केयर करना और खुद से प्यार करना बेहद ज़रूरी है। पति का अपमानजनक व्यवहार रिश्ते में असुरक्षा के संकेत मात्र होता है। ऐसी स्थिति में अपनी मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने के लिए योग व मेडिटेशन करें। साथ ही शारीरिक तौर पर फिट रहने के लिए पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल कर।
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