ओवरथिंकिंग की आदत आपको सबसे अलग-थलग कर सकती है, जानें इसे कैसे कंट्राेल करना है

लोनलिनेस यानी कि अकेलापन किसी भी वक्त आपको घेर सकता है, खासकर तनाव और एंग्जाइटी की स्थिति में अकेलापन महसूस होना बिल्कुल सामान्य है।
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लंबे समय तक अकेलापन महसूस करने पर यह मानसिक स्थिति पर प्रभाव डाल सकता है। चित्र : अडॉबी स्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 29 Jul 2023, 17:00 pm IST
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अकेलापन सोचने और सुनने में जितना सामान्य लगता है इसके साथ डील करना उतना ही मुश्किल हो सकता है। हम सभी ने कभी न कभी अकेलेपन को महसूस जरूर किया होगा परंतु यदि यह लंबे समय तक बना रहता है, तो आपके मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। अकेलापन महसूस करने के लिए आपको अकेले रहने की जरुरत नहीं होती, आप हजारों के बिच रहते हुए भी अकेली हो सकती हैं।

लोनलिनेस यानी कि अकेलापन किसी भी वक्त आपको घेर सकता है, खासकर तनाव और एंग्जाइटी की स्थिति में अकेलापन महसूस होना बिल्कुल सामान्य है। यदि आप भी अकेलापन महसूस कर रही हैं तो यह लेख आपके लिए है और यदि आप एक सामान्य जिंदगी जी रही हैं फिरभी इसे जरूर पढ़ें, ताकि आप लोनलिनेस के शिकार हुए दूसरे व्यक्ति की सहायता कर सकें।

हेल्थशॉट्स ने इस विषय पर गुरुग्राम हॉस्पिटल की सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, डॉ. आरती आनंद से बात की। उन्होंने लोनलिनेस यानी कि अकेलेपन से डील करने के कुछ प्रभावी टिप्स सुझाए हैं (How to control overthinking)। इन टिप्स के साथ आपको अकेलेपन के एहसास से डील करने में आसानी होगी। तो चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

अकेलापन हमारी मेमोरी और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को सबसे ज्‍यादा नुकसान पहुंचाता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
अकेलापन हमारी मेमोरी और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को सबसे ज्‍यादा नुकसान पहुंचाता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

पहले समझे किस तरह आपके लिए खतरनाक हो सकता है अकेलापन

अकेलेपन की स्थिति में आपकी भावनाएं शेयर करने वाला कोई नहीं होता, यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है जहां आपके सामने आपके अलावा और कोई नहीं होता। आप किस बात से परेशान हैं, आपके मन में क्या चल रहा है, इन सभी बातों को शेयर करने के लिए आपको कोई अपना नजर नहीं आता। ऐसे में आपके भावनात्मक स्वास्थ्य पर बेहद नकारात्मक असर पड़ता है, जिससे आपका तनाव अधिक बढ़ सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी नकारात्मक साबित होगा।

अकेलेपन की स्थिति आपको ओवरथिंक करने वाले व्यक्तियों में शामिल कर सकती है। वहीं अकेलापन नकारात्मकता को आकर्षित करता है। जब आप अकेली होती हैं, तो आपके दिमाग में कई सारी बातें चल रही होती हैं और इस दौरान नकारात्मकता के अधिक हावी होने का खतरा बना रहता है।

नींद सेहत के लिए बेहद महत्वपूर होती है परंतु अकेलेपन का एहसास नींद की कमी का कारण बन सकता है। अकेलेपन की स्थिति में रात को सुकून की नींद नहीं आती, इस दौरान रात को बीच-बीच में नींद खुल जाती है, जिससे अगले पुरे दिन की दिनचर्या प्रभावित होती है।

अकेलापन दूर करना है तो याद रखें ये टिप्स (How to control overthinking)

1. अपने इंट्रेस्ट से मिलता जुलता कोई ग्रुप जॉइन करें

यदि आपको खाना पकाने में इंट्रेस्ट है या आप बहुत अच्छी पेंटिंग करती हैं या डांसिंग और सिंगिंग का शौक रखती हैं तो आपको अपने इंट्रेस्ट से मिलते जुलते किसी ग्रुप में पार्टिसिपेट करना चाहिए। इन गतिविधियों में वक्त बिताने से आपको बेहतर महसूस होगा और आप खुदको सकारात्मक रूप में व्यस्त रख पायेगी, जिससे आपका अकेलापन भी दूर हो जायेगा।

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अपनी देखभाल के लिए कुछ समय निकालें। चित्र : शटरस्टॉक

2. सेल्फ केयर की मदद लें

यदि आप अकेलापन महसूस कर रही हैं तो ऐसे में सेल्फ केयर आपका सबसे अच्छा दोस्त बन सकता है। खुद को अपनी देखभाल में व्यस्त रखें, हेल्दी डाइट लें, नियमित एक्सरसाइज करें, स्किन केयर, हेयर केयर और अपनी अन्य पसंदीदा गतिविधियों में भाग लें। यह सभी आपको व्यस्त रखते हुए बेहतर महसूस करने में मदद करेंगी। इसके साथ ही यह सभी गतिविधियां मानिसक स्वास्थ्य से लेकर शारीरिक एवं त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी कमाल की होती हैं।

रात को बेहतर नींद लेने का प्रयास करें, साथ ही चाहें तो किसी प्रकार के सोशल वर्क का हिस्सा भी बन सकती हैं, यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा। सोशल वर्क के दौरान आपको कई ऐसे लोग मिलेंगे जिनके साथ वक़्त बिताकर आपको अपना अकेलापन बांटने में मदद मिलेगी।

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3. महत्वपूर्ण है अकेलेपन की भावना को स्वीकार करना

किसी भी समस्या से बाहर आने के लिए उस समस्या के प्रति पूरी जानकारी होना बेहद महत्वपूर्ण है। जबतक आप अपनी समस्या को पूर्ण रूप से समझकर स्वीकार नहीं कर लेती तब तक आप इसके प्रति उपचार शुरू नहीं कर पाती। ऐसे में अकेलेपन को स्वीकार करें और देखें की आपके अकेलेपन का क्या कारण है, क्युकी कई बार ऐसा होता है की हम लोगों के बिच बैठे बैठे भी अकेला महसूस करने लगते हैं। कारणों का पता लगाने के बाद इनपर काम शुरू करें और जरुरत पड़ने पर प्रोफेशनल और चिकित्सीय मदद भी ले सकती हैं।

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खुद की देखभाल करना सबसे ज़रूरी है। चित्र: शटरस्‍टॉक

4. दोस्त, परिवार के सदस्य और नए लोगों से जुड़ने की कोशिश करें

“समय सब ठीक कर देता है” यह कहावत तो आप सभी ने सुनी होगी, परन्तु क्या अपनी स्थिति को पूरी तरह से समय पर छोड़ देना उचित है। जब आप अकेलेपन से निपटने के लिए उचित कदम उठा सकती हैं, तो फिर क्यों इसे समय के भरोसे छोड़ना है। खुदको शांत करें और आगे बढ़कर लोगों से घुलने मिलने का प्रयास करें।

नए लोगों से बातचीत करें या पुराने दोस्तों से मिलने का प्लान बनाएं। इस स्थिति से निकलने के लिए आप सोशल मीडिया को सकारात्मक रूप से भी इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि, सोशल मीडिया की अधिकता आपको लोगों से दूर अकेलेपन में धकेल सकती है। इसलिए सावधान रहना जरुरी है।

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लेखक के बारे में

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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