कई लोगों के साथ ये परेशानी होती है कि वे कुछ काम करने की सोचते है लेकिन दिन के खत्म होने तक वो बहुत से काम करते है लेकिन वो काम नहीं कर पाते है जिसके बारे में वे सोचकर रखते है। इसके पीछे की सबसे बड़ा कारण ही टाइम मैनेजमेंट का न होना है। टाइम मैनेजमट आपको कई चीजें सीखाता है और आपके लिए कई चीजें आसान भी बना देता है।
हमारे पास सीमित समय ही होता है जिसमें से हमे ये पता होना चाहिए कि कौना सा काम प्रोडक्टिव है और कौन सा नहीं। आपको वो काम करना सबसे जरूरी है जो जिसको करने के बाद आपके अंदर कुछ प्रोडक्टिविटी आए। समय प्रबंधन करना भी एक व्यकित का कौशल हो सकता है।
यदि आप टाइम मैनेजमेंट स्किल में महारत हासिल कर लेते हैं, तो आपको फिर कभी ऐसा महसूस नहीं होगा कि आपका समय “सीमित” है। आपको ऐसा महसूस होगा जैसे सब कुछ ठीक हो रहा है, आपके पास एक दिन में अपनी ज़रूरत की हर चीज़ को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय है।
सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि समय प्रबंधन को आमतौर पर गतिविधियों को व्यवस्थित करने, प्राथमिकता देने और योजना बनाने की प्रक्रिया को कहा जाता है। इसका मतलब सिर्फ काम पर आपकी परियोजनाएं ही नहीं हैं, बल्कि आपके व्यक्तिगत जीवन में भी टाइम मैनेजमेंट जरूरी है। जिस तरह से आप अपने घर का प्रबंधन करते हैं से लेकर अपने व्यक्तिगत विकास और रचनात्मक शौक तक सब जगह टाइम मैनेजमेंट जरूरी है।
हम जानते हैं कि यदि हमारे जीवन के एक क्षेत्र में अच्छा संतुलन नहीं है, तो इसका प्रभाव बाकी सभी क्षेत्रों पर पड़ेगा। यदि हम अपनी नींद को अनुकूलित नहीं करते हैं, तो हम काम में उत्पादक नहीं होंगे। यदि हम मानसिक थकान या व्याकुलता से जूझते हैं, तो हम कुछ भी मौलिक नहीं बना पाएंगे और न ही अपनी फैमिली या दोस्तों पर ध्यान दे पाएंगे।
वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा छात्रों के एक समूह पर किए गए 2014 के एक अध्ययन से पता चला है कि आप अपना समय कैसे व्यतीत करते हैं इसे नियंत्रित करने से कथित तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिलती है। समय प्रबंधन प्रशिक्षण के दो और चार सप्ताह में, छात्रों ने तनाव की भावनाओं में कमी देखी थी।
उचित समय प्रबंधन के साथ, व्यक्ति काम और आधुनिक जीवन की मांगों से परेशान होने की भावना को दूर कर सकते हैं और सीख सकते हैं कि इसे कैसे कम किया जाए।
प्रभावी तरीके से टाइम को मैनेज करने से आपको अपने कार्यों को प्राथमिकता देने और जो करने की आवश्यकता है उस पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देता है। यह आपकी उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करता है, यह सुनिश्चित करता है कि आप कम समय में अधिक काम पूरा करें।
खराब समय प्रबंधन के कारण अक्सर तनाव बढ़ जाता है। जब आपके पास एक स्पष्ट योजना होती है और आप बुद्धिमानी से समय बांट सकते है, तो आप समय सीमा के दबाव को कम कर सकते हैं और तनाव की भावना से बच सकते हैं।
अपने समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने का अर्थ है लक्ष्य निर्धारित करना और उस पर काम करना। यह आपको बड़े कार्यों को छोटे, अधिक प्रबंधनीय चरणों में विभाजित करने में मदद करता है, जिससे आपके उद्देश्यों को प्राप्त करना आसान हो जाता है।
काम, परिवार और पर्सनल लाइफ के बीच स्वस्थ संतुलन बनाए रखने के लिए समय प्रबंधन आवश्यक है। यह आपको अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए समय निकालने, थकान से बचने और आपके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
बहुत सारे लोग टाइम मैनेजमेंट इसलिए नहीं कर पाते, क्योंकि उन्हें अपनी क्षमताओं और जिम्मेदारियों का सही अंदाजा नहीं होता। क्षमता और कौशल से अधिक काम हाथ में ले लेना आपको अव्यवस्थित कर सकता है। जिससे आप बेवजह तनाव में आ सकती हैं। इसलिए अपने डेली रुटीन और वर्क स्पीड का विश्लेषण कर यह तय करें कि आप कितने घंटे में कितना और कैसा काम कर सकती हैं।
अपने छोटे और बड़े लक्ष्यों को परिभाषित, उन्हें समझे एंव जाने। यह स्पष्टता आपकी गतिविधियों का मार्गदर्शन करेगी और आपको कार्यों को प्राथमिकता देने में मदद करेगी।
अपने उन कामों की पहचान करें जो सबसे ज्यादा जरूरी है और समय के प्रति संवेदनशील हैं। ऐसे काम जिनकी जरूरत ज्यादा नहीं है उन कामों पर ध्यान देने से पहले उच्च-प्राथमिकता वाली वस्तुओं पर ध्यान दें।
विभिन्न गतिविधियों के लिए विशिष्ट समय ब्लॉक बनाएं। इससे आप एक दैनिक या साप्ताहिक शेड्यूल बनाने में सक्षम हो सकते है। हर काम के लिए ऐसे समय को चुने जिसे आप उस समय पर पूरा कर सकते है न कि सिर्फ शेड्यूल बनाने के लिए तैयार करें।
बड़े कार्यों को छोटे, अधिक प्रबंधनीय चरणों में विभाजित करें। इससे काम का बोझ कम लगता है और लगातार आप आगे बढ़ते रहते है। अगर आप काम को विभाजिन नहीं करें और एक समय में दो या उससे अधिक काम करना चाहेंगे तो शायद आप एक भी काम समय पर खत्म नहीं कर पाएंगे।
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