खूबसूरत त्वचा भला किसे नहीं चाहिए होती, परंतु यदि आप एक स्वस्थ त्वचा की चाहत रखती हैं तो आपको इसकी उचित देखभाल करनी आनी चाहिए। त्वचा पर इस्तेमाल होने वाले सभी स्किन केयर प्रोडक्ट्स को लगाने का सही समय और एक उचित तरीका होता है, यदि इन्हें सही तरीके से न लगाया जाए तो इनका प्रभाव नजर नहीं आता।
त्वचा पर प्रोडक्ट इस्तेमाल करने का एक रूल है जिसमें हमें पहले पतला फिर मोटे कंसिस्टेंसी वाले प्रोडक्ट को अप्लाई करने की सलाह दी जाती है। किसी भी हाई कंसिस्टेंसी के प्रोडक्ट के पहले त्वचा पर कम कंसिस्टेंसी का प्रोडक्ट लगाएं ताकि यह त्वचा में अच्छी तरह से अवशोषित हो पाए।
हेल्थ शॉट्स के साथ आज आपके ब्यूटी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल का सही तरीका मालूम करेंगे। इस लेख में बताया गया है कि त्वचा पर पहले किस प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से (How to layer skin care product)।
क्लिंजर दो प्रकार के होते हैं ऑयल बेस्ड ओर वॉटर बेस्ड। यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आप वॉटर बेस्ड क्लीनर का इस्तेमाल करें, यदि आपकी स्किन ऑयली नहीं है, तो आपको ऑयल बेस्ट क्लींजर का इस्तेमाल करना चाहिए। किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से पहले त्वचा को अच्छी तरह से क्लीन करना बेहद जरूरी है।
यदि त्वचा पर किसी प्रकार की इम्प्यूरिटी जमी होती है तो स्किन केयर प्रोडक्ट्स इनके साथ रियेक्ट कर कर त्वचा को हानि पहुंचा सकते हैं। जब आपकी त्वचा पूरी तरह से साफ होती है तो कोई भी प्रोडक्ट त्वचा में अच्छी तरह अवशोषित हो पाता है।
कई बार त्वचा पर क्लींजर का इस्तेमाल करने के बाद भी पोर्स के अंदर गंदगी जमा रह जाती है, ऐसे में टोनर का इस्तेमाल त्वचा पर बचे हुए तेल और धूल-गंदगी को पूरी तरह से बाहर निकालने में मदद करता है और यह आपकी त्वचा को अन्य प्रोडक्ट के इस्तेमाल के लिए तैयार करता है। साथ ही त्वचा को हाइड्रेट करते हुए स्किन के पीएच वैल्यू को भी सामान्य रहने में मदद करता है, जिससे कि एक्ने पिंपल इत्यादि जैसी समस्याएं नहीं होती।
बाजार में कई प्रकार के टोनर उपलब्ध हैं, यदि आप चाहें तो इसे घर पर भी तैयार कर सकती हैं। आपको कॉटन का पैड लेना है, उसे टोनर से गिला कर लें और अपनी त्वचा पर चारों और अच्छी तरह अप्लाई करें।
बाजार में तमाम प्रकार के सीरम मौजूद हैं परंतु आपको दिन के समय एंटीऑक्सीडेंट युक्त सीरम का इस्तेमाल करना चाहिए। यह त्वचा पर फ्री रेडिकल से होने वाले प्रभाव को कम कर देता है। विटामिन सी और विटामिन ई दो सबसे आम एंटीऑक्सीडेंट हैं, जो त्वचा के टेक्सचर को इंप्रूव करने में मदद करते हैं। इसके अलावा आप ग्रीन टी, कैफीन इत्यादि युक्त सीरम का इस्तेमाल कर सकती हैं। ध्यान रहे यदि विटामिन सी युक्त सिरम लगा रही हैं तो धूप में जाने से बचें, इसके अलावा त्वचा पर सीरम लगाते वक्त हाथों से अधिक जोर न दें।
यह भी पढ़ें : इन 3 स्वादिष्ट रेसिपीज के साथ लें भिंडी के पोषक तत्वों का लाभ, सामग्री और रेसिपी हम बता रहे हैं
आंखों के नीचे की त्वचा काफी पतली और संवेदनशील होती है ऐसे में सूरज की हानिकारक किरण, बैक्टीरिया और वायरस इन क्षेत्रों पर अधिक हावी पड़ सकते हैं। साथ ही इन पर एजिंग के निशान भी सबसे पहले नजर आते हैं, इसलिए आंखों के नीचे के क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अपने स्किन केयर रूटीन में आई सीरम को जरूर शामिल करें। इससे रोलर या फिर अपने साफ उंगलियों की मदद से धीमे-धीमे आंखों के निचले हिस्से को मसाज दें।
लाइटवेट फेस ऑयल त्वचा में अच्छी तरह अवशोषित हो पाता है। इसे मॉइस्चराइजर के पहले अप्लाई करें। यह स्टेप उन लोगों के लिए बेहद जरूरी है जिनकी त्वचा रूखी है। वहीं यदि आपकी त्वचा डिहाइड्रेटेड रहती है तब भी फेस ऑयल को स्किप न करें।
मॉइश्चराइजर में ग्लिसरीन, सेरामाइड, एंटीऑक्सीडेंट और पेप्टाइड जैसे प्रभावी इनग्रेडिएंट्स मौजूद होते हैं, जो त्वचा के लिए बेहद जरूरी हैं। यह स्किन बैरियर को प्रोटेक्ट करते हुए त्वचा से जुड़ी समस्याओं में मददगार होते हैं।
मॉर्निंग रूटीन के फाइनल स्किन केयर प्रोसेस में आपको सनस्क्रीन अप्लाई करने की आवश्यकता होती है। यह न केवल स्किन कैंसर के खतरे को कम करता है बल्कि एजिंग प्रोसेस को भी धीमा कर देता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार सूरज की किरणें स्किन कैंसर और त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं का कारण बनती हैं, इसलिए सनस्क्रीन लगाना बेहद महत्वपूर्ण है। कम से कम spf30 युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।
स्किन केयर फॉलो करने के बाद त्वचा पर मेकअप बेस और फाउंडेशन अप्लाई कर सकती हैं। गर्मी में स्टिक और पाउडर बेस्ट फाउंडेशन का इस्तेमाल करें। साथ ही साथ मेकअप की जितनी पतली लेयर हो सके इतनी पतली लेयर अप्लाई करें।