मौसम के बदलते ही स्किन के अलावा बालों को भी एक्स्ट्रा केयर की ज़रूरत होती है। स्कैल्प पर होने वाली खुजली, बालों की रफनेस और ड्राईनेस (dryness) वो आम समस्याएं है, जिनसे हमें होकर गुज़रना पड़ता है। स्कैल्प संबधी इन सभी परेशानियों से बालों की नमी खो जाती है। कई बार बालों पर अत्यधिक प्रॉडक्टस का इस्तेमाल भी स्कैल्प की सेहत को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। ऐसे में बालों को मज़बूती प्रदान करने के लिए दादी नानी के समय से चली आ रहे हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) का अप्लाई करना फायदेमंद साबित हो सकता है। जानते हैं वो होम मेड हर्बल शैम्पू (Homemade herbal shampoo) जिनकी मदद से बालों को की जाती है मज़बूती प्रदान।
हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) का प्रयोग करने से बालों की नमी बरकरार रहती है। रूखे और बेजान बालों को प्राकृतिक चीजों से पोषण प्राप्त होता है। इससे फॉलिकल्स भी हेल्दी होते हैं। सप्ताह में 2 से 3 बाद हर्बल शैम्पू को प्रयोग करने से बालों का फ्रिजीनेस दूर हो जाती है।
होम रेमिडीज़ की मदद से बालों का टूटना और झड़ना कम होने लगता है। निरंतर हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) को लगाने से बालों का टैक्सचर बेहतर बनता है और ग्रे हेयर्स की समस्या भी हल हो जाती है। हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) बालों को कैमिकल्स के नकारात्मक प्रभाव से बचाते है।
नेचुरल प्रोडक्टस की मदद से बालों को पोषण की प्राप्ति होती है। मॉइस्चराइजिंग गुणों से युक्त होने के चलते बालों का रूखापन दूर होने लगता है। दिनभर में किसी भी समय इसे बालों पर उंगलियों या ब्रश की मदद से लगाने से स्कैल्प इंफै्क्शन से बचा रहता है।
बार बार बालों का उलझना भी हेयरफॉल (hair fall) का मुख्य कारण साबित होता है। इससे उभरने के लिए बालों पर हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) को कुछ देर तक लगा रहने दें और फिर धो दें। इससे रक्त प्रवाह नियमित होता है, जिससे बालों में माइश्चर बढ़ता है, जो शुष्कता की समस्या को हल कर देता है।
घर पर तैयार किए गए हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) से डैंड्रफ की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे बालों का रूखापन दूर होता है और बालों की चमक बढ़ने लगती है। इससे फॉलिकल्स की मज़बूती बढ़ती है, जो स्कैल्प पर शुष्कता को बढ़ने से रोकता है।
नीम की पत्तियों को धोकर उन्हें 1 कप पानी में उबालें। इसके अलावा 10 से 15 पत्तियों को वॉश करके ब्लैंडर में डालें। साथ ही उसमें 2 से 3 चम्मच एलोवेरा जेल को भी मिलाकर ब्लैंण्ड कर दें। इस गाढ़े मिश्रण को पतला करने के लिए आवश्यकानुसार नीम का पानी मिला दें। अब इसमें कोई भी माइल्ड हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) को मिलाएं और बालों पर अप्लाई करें। 10 से 15 मिनट तक बालों में लगा रहने दें और फिर धो दें।
बाज़री में मिलने वाले काले ड्राई आंवले किसी लोहे के बर्तन में डालें और उसमें शिकाकाई को मिक्स कर दें। इन्हें 2 से 3 दिन तक भिगोकर रखें। अब इसे दिन में कुछ देर के लिए धूप में रखें। इसके बाद इन्हें हाथों से मसलकर निचोड़ लें या छानकी अलग कर दें। तैयार लिक्विड से बालों को धोएं। आप चाहें, तो इसमें किसी भी हर्बल शैम्पू को मिला सकते हैं।
बालों को बदलते मौसम में मुलायम बनाए रखने के लिए एक बर्तन में दो बड़े चम्मच मुल्तानी मिट्टी डालकर उसमें आवश्यकतानुसार छाछ को मिलाएं। इस मिश्रण को बालों के बीचों बीच लगाएं। इस पैक के सूखने के बाद बालों को धो लें। इससे बालों का टैक्सचर बेहतर होने लगता है। साथ ही बालों की लंबाई बढ़ने लगती है।
इसे बनाने के लिए आंवला, रीठा, भृंगराज और मेथी पाउडर को एक बर्तन में लेकर मिक्स कर लें। अब इसमें आवश्कतानुसार पानी मिलाएं और गाढ़ा पेस्ट बना लें। अब इसमें आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर एक लिक्विड तैयार कर लें। इसे बालों में लगाएं और 15 मिनट तक लगा रहने दें। फिर बालों को धो दें। इसे आप बॉटल में भरकर रख सकते हैं।
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