आजकल रिलैक्स करना कठिन है। लगातार फोन कॉल और सोशल मीडिया जीवन को नियंत्रित कर रहा है। यह जरूरी नहीं है कि इससे पहले लोग तनाव में नहीं रहते थे। उन्हें भी तनाव होता था, पर मोबाइल क्रांति नहीं होने के कारण वे रिलैक्स होने के साधन का प्रयोग कर लेते थे। हमें भी अपने इलेक्ट्रोनिक गैजेट को एक किनारे रखकर रिलैक्स (How to teach yourself to relax) होने का प्रयास करना चाहिए।
एंग्जायटी और स्ट्रेस मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। खुश होने यानी रिलैक्स होने से कई मानसिक बीमारियों का जोखिम ही नहीं रहता है। खुशी महसूस करने पर आंतरिक शांति भी महसूस हम कर सकेंगे। जिस तरह खुद को खाना बनाना, घर के बजट बनाना और ऑफिस का काम करना सिखाते हैं, उसी तरह खुद को आराम करना भी सिखाना होगा। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप खुद को रिलैक्स करना सिखा सकती हैं।
जब हम तनावग्रस्त होते हैं, तो हमारा मन यह पता लगाने की कोशिश करता है कि हमें समस्या से लड़ना चाहिए या भाग जाना चाहिए। ऐसा तब होता है जब हम इस विषय पर निर्णय लेने में कठिनाई महसूस करते हैं। जो आपके मन और आपके लिए सही हो, उसे करने का निर्णय लें। जब हम ढीले तरीके से कार्य करना या सोचना या महसूस करना शुरू करते हैं, तो निश्चित रूप से स्थिति हमारे नियंत्रण से बाहर लगती है। हम दोनों पक्षों के बारे में विचार कर किसी एक का चुनाव कर लें। इससे आप खुद को रिलैक्स महसूस करेंगी।
यह कहने में कभी नहीं कतराएं कि यह काम का समय है या यह परिवार का समय है। आप यह भी कह सकती हैं कि यह मेरे लिए समय है। रोबोट की तरह काम करना सही नहीं है। अपने जीवन के हिस्सों को अलग-अलग बांटने में सक्षम होना चाहिए। यदि आपने ऐसा कर लिया टब आप कभी तनाव में नहीं रहेंगी। जिस समय खाना खा रही हैं, उस समय फोन कॉल अटेंड नहीं करें। एक समय में डॉ काम करने की जिद ही हमें तनाव में डालती है। आप जहां आराम करती हैं, वहां पर ऑफिस के काम नहीं करें। वर्क फ्रॉम होम के दौरान जिस समय ऑफिस के काम करें, उस समय परिवार के लोगों को डिस्टर्ब न करने का आग्रह करें। .
जिस समय जो काम करें, अपनी पूरी ऊर्जा उस ओर लगायें। तनाव तभी होता है, जब हम एक समय में दो नावों की सवारी करते हैं। वे लोग जो अपने कार्य के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं, वे ही आगे बढ़ते हैं और सर्वश्रेष्ठ बन पाते हैं। ऐसे लोग एक बार काम पूरा करने के बाद उसके बारे में अधिक सोच-विचार नहीं करते हैं। जो वास्तव में सबसे अधिक जरूरी है, उसके लिए अपनी सर्वोत्तम क्षमता लगायें। जरूरी काम को प्राथमिकता दें, बाकी को कल के लिए करने योग्य सूची में डाल दें।
निराशा और अपने प्रति कमतर विचार से आप परेशान हो सकती हैं। इस काम के लिए मैं सर्वश्रेष्ठ साबित नहीं हो पायी, यह सोचकर आप काफी परेशान हो सकती हैं। इन भावनाओं को खुद से दूर करें। टारगेट एचीव नहीं होने पर घबराएं नहीं। अपनी भावनाओं को एक काली खाई में नहीं भरें, अपनी भावनाओं को दबाएं भी नहीं। आपका काम अपने अंदर एक रोशनी जगाना है। खुद को दिखाना है कि आप घबरा नहीं रही हैं। भावनात्मक संयम रखें। यह आपको रिलैक्स कर प्रोडक्टिव बनाएगा।
कई बार सुव्यवस्थित रूप से रहने पर भी तनाव दूर भाग जाता है। अपनी खाना पकाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करें। नकद में भुगतान करें, ताज़े फल और सब्जियां खाएं। इलेक्ट्रॉनिक्स को बेडरूम से बाहर रखें ताकि आप बेहतर नींद ले सकें। रात को काम से पहले अपना बैग पैक करें। बर्तनों को साफ करने के साथ-साथ पूरे घर को व्यवस्थित करें।
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