जब तक आप बोलेंगी नहीं, कोई आपको सुनेगा नहीं। घर हो या बाहर, यही इस दुनिया की सच्चाई है। यह संभव नहीं है कि आप क्या चाहती हैं, यह बिना बोले ही लोग समझ जाएं। हो सकता है कि आप बहुत मेहनती और प्रतिभावान हों, लेकिन जब बोलने का अवसर आता हो, तो आप अपने आप को एक्सप्रेस ही न कर पाती हों। यह समस्या अकेली आप ही की नहीं है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो स्किल्ड होने के बावजूद एक्सप्रेसिव नहीं बन पाते। आपकी मदद करने के लिए हम ऐसे टिप्स लेकर आए हैं, जो आपको अपने आप को अभिव्यक्त करने (self expression) में मदद करेंगे।
जर्नल ऑफ़ सेल्फ एस्टीम के अनुसार, सेल्फ एक्सप्रेशन आत्म-अभिव्यक्ति ख़ास गतिविधियों में शामिल होने की प्रक्रिया है। इनके बारे में हम मानते हैं कि ये हमारे अंतरतम विचार, भावना और इच्छा हैं। इन्हें हमें बाहर लाना चाहिए। सही शब्दों में व्यक्ति की रचनात्मकता, विचार या कल्पना सेल्फ एक्सप्रेशन हैं। आत्म-अभिव्यक्ति आत्म-जागरूकता भी हो सकती है।
इसकी परिभाषा लगभग हर किसी से भिन्न हो सकती है। किसी एक व्यक्ति के लिए यह जर्नलिंग और उनके पसंदीदा गाना गाने जैसा लग सकता है। दूसरे के लिए, यह खाना बनाने और स्टैंड-अप कॉमेडी करने जैसा लग सकता है। यह प्रक्रिया हमेशा व्यक्तिगत होती है।
जर्नल ऑफ़ सेल्फ एस्टीम के अनुसार, आत्म-अभिव्यक्ति का महत्व खुद की खोज को प्रभावित करने की क्षमता में निहित है। खुद को जानने के लिए नई चीजों को आजमाने की जरूरत है। जैसे ही इन गतिविधियों के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त किया जाता है, यह एहसास होता है कि हमारे पास कुछ जन्मजात प्रतिभाएं हैं। इन्हें हमने कभी नहीं खोजा है। यदि खुद को अभिव्यक्त नहीं किया जाए, तो यह मानसिक स्वास्थ्य और ओवरऑल वेलनेस की भावना पर बड़ा असर डाल सकता है।
जैसे-जैसे आप स्वयं को अभिव्यक्त करना सीखते हैं, आप अपना आत्म-सम्मान भी विकसित करना शुरू कर देती हैं। यही बात उलटे रूप में भी सच साबित होती है। सामान्य सोच के विरुद्ध जाएं और सामाजिक अपेक्षाओं को छोड़ दें। अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और खुद को चुनौती दें। इससे आत्मविश्वास विकसित होता है।
प्रामाणिक आत्म-अभिव्यक्ति के लिए ईमानदारी की आवश्यकता होती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप खुद को अभिव्यक्त करने के लिए किस माध्यम का उपयोग करती हैं। हमेशा किसी और की बजाय खुद बनने का प्रयास करें। कभी-कभी इस प्रक्रिया के माध्यम से आप और भी अधिक जान पाएंगी कि आप कौन हैं।
स्वयं को अभिव्यक्त करने के लिए आपको अपनी खोज में गहराई से जाने की आवश्यकता है। शांत चिंतन में क्षण बिताएं। उन चीज़ों के बारे में सोचें, जो आपको जीवंत बनाती हैं। आप जितनी अधिक आत्म-जागरूकता प्राप्त करेंगी, आप उतना ही बेहतर ढंग से स्वयं को अभिव्यक्त कर पाएंगी।
स्वयं को अभिव्यक्त करने के बहुत अधिक तरीके हैं। चाहे वह टीम के साथ खेलना हो या पहली बार सार्वजनिक रूप से बोलना हो। नई चीज़ आज़माएं। स्टैंड-अप रूटीन में अपने व्यक्तित्व के बारे में चुटकुले बनाएं। अपने दोस्तों के साथ समस्या-समाधान और नई स्ट्रेटजी बनाने वाले गेम खेलें। कोई वाद्य यंत्र बजाना सीखें। अपने विस्तृत विचार पर एक जर्नल में लिखें।
कभी-कभी अपने भीतर को खोजने का सबसे अच्छा तरीका समान गतिविधियों में लगे अन्य लोगों के साथ साझेदारी करना है। समान विचारधारा वाले रचनात्मक मित्रों के साथ समय बिताना घर से दूर अपने घर जैसा महसूस हो सकता है। आप अपने साथियों के बीच खुद को यह मान्यता दे पाएंगी कि आप जो कर रही हैं वह सार्थक और महत्वपूर्ण (self expression) है। रास्ते में आप उन पसंद, नापसंद और अपनी रुचि की खोज कर पाएंगी, जो आप अब तक नहीं कर पाई हैं।
यह भी पढ़ें :- आपकी फिटनेस, लुक और ब्रेन को भी प्रभावित करती है एजिंग, जानिए इसे कैसे धीमा किया जा सकता है
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें