आत्मविश्वास की कमी के कारण व्यक्ति खुद को असफल मान लेता है। वह अपने निर्धारित लक्ष्य को पाने में खुद को असक्षम मां लेता है। आत्मविश्वास आपको मानसिक स्तर पर मजबूत बनाते हैं। आपका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। यदि किसी क्षेत्र में असफलता मिल गयी है या कोई दुर्घटना हो गयी, तो व्यक्ति खुद को कमतर आंकने लगता है। उसका सेल्फ कांफिडेंस हिल जाता है। कुछ उपाय हैं, जो आत्मविश्वास को बूस्ट करने में मदद (how to boost self confidence) कर सकते हैं।
जर्नल ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड सायकोलोजी के अनुसार, आत्मविश्वास के हेल्दी लेवल से व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जीवन में सफल होने के चांसेज बढ़ सकते हैं। शोध में पाया गया कि जिन लोगों के पास सेल्फ कांफिडेंस था, उन लोगों ने अकादमिक रूप से अधिक उपलब्धि हासिल की। आत्मविश्वास का स्तर इस बात को भी प्रभावित करता है कि आप खुद को दूसरों के सामने कैसे प्रस्तुत करते हैं।
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, इन दिनों लोग इंस्टाग्राम, ट्विटर पर लोगों को फ़ॉलो करते हैं। इसके बाद वे उनसे सुंदरता, कमाई आदि जैसी बातों के लिए अपनी तुलना करने लग जाते हैं। सामाजिक तुलना स्वाभाविक है। लेकिन इससे आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद नहीं मिल सकती है। इसका विपरीत असर भी हो सकता है। शोधकर्ताओं ने नोट किया कि जब लोग अपनी तुलना दूसरों से करते हैं, तो वे ईर्ष्या का अनुभव करते हैं। उनमें जितनी अधिक ईर्ष्या होती है, वे अपने बारे में उतना ही बुरा महसूस करते हैं। इसलिए आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए सबसे पहले दूसरों से अपनी तुलना करना बंद कर दें।
ऐसे मित्रों का साथ छोड़ दें, जो आपको नीचा महसूस कराते हैं। हमेशा पॉजिटिव थिंकिंग वाले लोगों का साथ स्वीकारना चाहिए। जिन लोगों के साथ आप समय बिताती हैं, वे आपके विचारों और दृष्टिकोण को प्रभावित कर सकते हैं। इस बात पर ध्यान दें कि दूसरे आपको कैसा महसूस कराते हैं।
यदि आप किसी खास व्यक्ति के साथ घूमने के बाद अपने बारे में बुरा महसूस करती हैं, तो उनसे अलग हो जाएं। इसके बजाय, अपने आप को ऐसे लोगों के साथ रखें, जो आपसे प्यार करते हैं और आपके लिए सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं। ऐसे लोगों की तलाश करें, जो सकारात्मक हों। वे आपका आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद कर सकें।
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अपने बारे में अच्छा महसूस करना भी जरूरी है। जब आप सेल्फ केयर करना शुरू करती हैं, तो आप अपने मन, शरीर और आत्मा के लिए सकारात्मक करती रहे हैं। इससे आप स्वाभाविक रूप से अधिक आत्मविश्वास महसूस करने लगेंगी। सेल्फ केयर के लिए अपने शरीर को पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ खिलाना जरूरी है। इससे आप स्वस्थ, मजबूत और अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगी। शारीरिक व्यायाम भी आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। मेडिटेशन कई तरीकों से आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह आपको स्वयं को पहचानने और स्वीकार करने में मदद करता है। अच्छी नींद आत्म-सम्मान दिलाता है।
जब आप कोई गलती करती हैं या असफल होती हैं, तो स्वयं के साथ बढ़िया व्यवहार करें। खुद को कोसने की बजाय आगे सही दिशा में मेहनत करने के बारे में सोचें। यह भावनात्मक रूप से अधिक लचीला बनायेगा। यह चुनौतीपूर्ण भावनाओं को बेहतर ढंग से नेविगेट करने में मदद करेगा।
नकारात्मक चर्चा व्यक्ति की क्षमताओं को सीमित कर सकती है। आपके अवचेतन मन पर बुरा प्रभाव डालकर आत्मविश्वास में कमी ला सकती है। इससे आपको लगने लगेगा कि आप सफल नहीं हो सकती हैं। इसलिए अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए नकारात्मक की बजाय सकारात्मक बातचीत या चर्चा में भाग लें। याद रखें कि हर किसी की अपनी खूबी होती है।अपनी उन खूबियों को याद कर आगे बढ़ें। इससे सेल्फ कांफिडेंस बूस्ट अप होगा।
यह भी पढ़ें :- Missing tile syndrome: समझिए क्या है, ये मानसिक स्थिति जिसमें आपको हमेशा जीवन में नज़र आती है कमी