भारतीय परिवारों में हेयर ग्रोथ के लिए चंपी करना और तेल लगाने का अपना अलग महत्व है। मगर ज्यों ज्यों बड़ होते हैं, तो मां के हाथों से बालों में लगने वाले तेल की जगह स्प्रे, सीरम और शैम्पू व कंडीशनर ले लेते हैं। मगर बावजूद इसके बालों से जुड़ी समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहती हैं। कुछ लोग बालों की ग्रोथ को लेकर चिंतित रहते है, तो कुछ बालों के टैक्सचर को इंप्रूव करना चाहते हैं। अगर आप भी अपने बालों को हेल्दी, स्मूद और शाइनी बनाए रखने के लिए नेचुरल प्रोडक्टस की तलाश में है, तो मम्मी की रसोई में मौजूद बरसों पुराना सरसों का तेल आपकी इस समस्या को हल कर सकता है। जानते हैं सरसों के तेल से जुड़ी रेमिडीज़ किस प्रकार हेयर केयर में है मददगार।
सरसों के तेल में एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन, कैल्शियम और ओमेगा 3 व 6 फैटी एसिड पाया जाता है। इससे डीप कंडिशनिंग में मदद मिलती है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर सरसों का तेल स्कैल्प को संक्रमण से मुक्त रखता है। इसके अलावा हेयर ग्रोथ में मददगार साबित होता है। इसमें नेचुरल फैट्स की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसे बालों में लगाने से बालों का रूखापन दूर होता है और बालों के नरिशमेंट में मदद मिलती है।
प्रीमेच्योर हेयर की समस्या को हल करने के लिए सरसों का तेल बेहद कारगर है। इसमें मौजूद मोनोअनसेचुरेटिड और पॉलीअनसेचुरेटिड फैट्स बालों के नेचुरल कलर को बरकरार रखते हैं। सरसों के तेल को आंवला पाउडर के साथ मिलाकर सप्ताह में 2 बार बालों में लगाने से बालों का कालापन बढ़ने लगता है
एक कप सरसों के तेल को गर्म कर लें। उसे ठण्डा के करने के बाद 1 चम्मच आंवला पाउडर को उसमें मिलाएं। अब इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगाएं और 30 मिनट के बाद बालों को धो लें। आंवला पाउडर की जगह आप इसमें आंवला का रस भी प्रयोग कर सकते हैं।
सरसों के तेल को स्लैक्प पर लगाने से रूखेपन को दूर करने में मदद मिलती है। इसे बालों के बीचों बीच उंगलियों की मदद से लगाने से स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है, जिससे फ्लेकी स्कैल्प से राहत मिलती है और स्कैल्प पर बढ़ने वाले संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है।
बालों को नेचुरली मॉइश्चराइज़ रखने के लिए 1 चम्मच मेथी दाने को आधा कप सरसों के तेल में डालकर पकाएं। 10 से 15 मिनट तक धीमी आंच पर पकाने के बाद तेल को छाल लें और उसे हेयरवॉश से पहले 1 घंटे तक बालों में लगा रहने से और फिर नेचुरल शैम्पू से बालों को धोंए। इससे स्कैल्प की नमी बरकरार रहती है।
मौसम बदलने के साथ बाल झड़ने लगते हैं। बालों के बॉन्ड को मज़बूत बनाए रखने के लिए सरसों के तेल में करी पत्ता मिलाकर बालों में लगाएं। सरसों के तेले में मौजूद विटामिन और मिनरल की मात्रा स्कैप्ल की पीएच को मेंटेन रखने में मदद करती है। इसमें मौजूद प्रोटीन की मात्रा बालों को मज़बूती प्रदान करता है।
मुट्ठी भर करी पत्ते को धोकर 1 कटोरी सरसों के गर्म तेल में डालें और 2 से 3 दिन तक भीगे रहने दें। इस तेल को दिनभर धूप में रखने के बाद इसे बालों पर अप्लाई करें। इससे बालों की मज़बूती बढ़ने लगती है। साथ ही करी पत्ते में पाई जाने वाली एंटीबैक्टीरियल प्रापर्टीज बालों का संक्रमण से बचाव कर हेयरफॉल से भी बचाता है।
दो मुंहे बालों की समस्या बढ़ने से हेयरग्रोथ प्रभावित होने लगती है। ऐसे में बालों को हेल्दी बनाने के लिए सरसों के तेल में कलौंजी को मिलाकर लगाने से बालों को मज़बूती मिलती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंटस और बीटा कैरोटीन के गुण बालों को हेल्दी बनाते हैं।
स्पिल्ट एंडस को कम करने के लिए कलौंजी को सरसों के तेल में डालकर पकाएं और तेल काला होने के बाद ठण्डा होने के लिए रख दें। अब इसे बालों को जड़ों से लेकर लेंथ और एजिज़ तक लगाएं। इससे बालों का नेचुरल कलर मेंटेन रहता है और दो मुंहे बालों की समस्या हल हो जाती है।