गोभी जैसी दिखने वाली ये सब्जी अभी हाल ही में हमारे आहार में शामिल हुई। हाल ही में यानी, हमारी मम्मी या दादी-नानी की रसोई में यह नहीं थी। हमारी प्लेट तक इसके पहुंचने का श्रेय ग्लोबल मार्केट को दिया जा सकता है। जिसने हमें उन सुपरफूड्स तक भी पहुंचाया, जिनके बारे में हम बिल्कुल नहीं जानते थे। ब्रोकली असल में पोषक तत्वों का खजाना है। पर क्या इसे खाने के बाद आपको अपच या अन्य समस्याएं होने लगती हैं? तो जानिए क्या है इसका कारण।
सबसे ज़्यादा अगर किसी हरी सब्जी के फायदों को गिनाया जाता है, तो वो है ब्रोकली। ब्रोकली जैसी क्रूसिफेरस सब्जियां बहुत हेल्दी होती हैं। अगर आपको सलाद खाना पसंद है, तो हो सकता है कि आप इसमें ब्रोकली डाल दें। और हो भी क्यों न, यह ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर है।
ब्रोकली खाने के बारे में कुछ कहना मुश्किल है, क्योंकि यह स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला सुपरफूड है। यह विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरपूर है। यह हृदय, मस्तिष्क, हड्डियों, प्रतिरक्षा प्रणाली और आपकी गट हेल्थ के लिए अच्छी है।
लेकिन, क्या हो यदि हम आपको बताएं कि आपकी प्यारी ब्रोकली आपको नुकसान पहुंचा सकती है, खासकर अगर आप इसका रोजाना सेवन कर रहे हैं।
ब्रोकली गैस और सूजन का कारण बनती है। जर्नल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी में एक रिपोर्ट में इसके गैस बनाने वाले ट्रिगर्स का विस्तृत विवरण दिया गया है। जर्नल के अनुसार, ब्रोकली, केल, फूलगोभी भी गोभी की तरह, सबसे अधिक गैस उत्पादन वाली सब्जियों में से एक है।
मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम की क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स विभाग की हेड क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट उपासना शर्मा का कहना है कि ”बहुत अधिक ब्रोकली खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपको आपके मल त्याग के साथ समस्या दे सकती है। ब्रोकली फाइबर से भरपूर होती है, जो कम मात्रा में खाने पर अच्छी होती है, लेकिन अगर आप बहुत अधिक फाइबर खाते हैं, तो आपका शरीर इसे पचाने के लिए उतने एंजाइम नहीं बनाता है। इसलिए आपको जलन का अनुभव होता है।”
डॉ उपासना के अनुसार – ”ब्रोकली में गोइट्रोजन (Goitrogens) नामक केमिकल होते हैं, जो आयोडीन के सेवन में हस्तक्षेप करके थायरॉयड ग्रंथि के कार्य को दबा देते हैं। जो थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आवश्यक एक प्रमुख खनिज है।”
”आयोडीन के सेवन के इस अवरोध के कारण थायरॉइड ग्रंथि बढ़ जाती है। इससे गोइटर (goitre) हो सकता है, और ब्रोकली गोइट्रोजन से भरी हुई है, और यह आपके थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को प्रभावित करती है।”
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर के मुताबिक, खून को पतला करने वाली दवाएं लेने वाले लोगों को ब्रोकली के सेवन पर नजर रखनी चाहिए। अध्ययन के अनुसार, ब्रोकली में विटामिन K होता है, और यह आपकी दवा के प्रभाव को प्रभावित कर सकता है।
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