जिम करते समय बहुत से लोग अपनी दिनचर्या में प्रोटीन पाउडर शामिल करते है, और वे इसे कुछ समय के लिए इस्तेमाल भी करते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को इन सप्लीमेंट को न लेने के कारणों में ब्लोटिंग और गैस की समस्या का हवाला देते हुए दखा होगा।
ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रोटीन पाउडर आपके दैनिक प्रोटीन सेवन को बढ़ाने का एक सुविधाजनक तरीका है, अक्सर एक बार खाने से ये 20-25 ग्राम प्रोटीन देता है। और ऐसे कई शोध हैं जो दिखाते हैं कि वे मांसपेशी प्रोटीन उत्पादन से लेकर वसा खत्म करने और तृप्ति के साथ-साथ स्वस्थ रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
डॉ. राजेश्वरी पांडा मेडिकवर अस्पताल, नवी मुंबई में पोषण और आहार विज्ञान विभाग की एचओडी बताती है कि यदि आपको प्रोटीन पाउडर का सेवन करने के बाद ब्लोटिंग या गैस का अनुभव हुआ है तो इसके कई कारण हो सकते है।
शुगर अल्कोहल एक कम कैलोरी वाला स्वीटनर है जिसे बहुत सारे “चीनी-मुक्त” प्रोटीन पाउडर में मिलाया जाता है। सोर्बिटोल, मैनिटोल, एरिथ्रिटोल, माल्टिटोल और जाइलिटोल सभी सामान्य शुगर अल्कोहल हैं। ये सभी स्वीटनर कुछ पाचन समस्याओं का कारण बन सकते है, खासकर यदि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते है तब।
लैक्टोज भी एक तरह की शुगर ही है जो डेयरी उत्पादों में पाई जाती है, जिसमें वेह और कैसिइन प्रोटीन शामिल हैं। यदि आपको लैक्टोज इंटॉलरेंस है जो काफी लोगों को होता है, तो आप कुछ मात्रा में लैक्टोज को सहन कर सकते हैं, लेकिन इस शुगर बहुत अधिक सेवन करने से पेट में असुविधा और गैस हो सकती है।
ज़ैंथन गम प्रोटीन पाउडर में इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य पदार्थ है। इन सामग्रियों को आम तौर पर भोजन या सप्लीमेंट पदार्थों के टेक्सचर में सुधार करने के लिए शामिला किया जाता है, लेकिन वे कुछ लोगों में ब्लोटिंग और गैस का कारण बन सकते हैं।
कुछ लोगों के बीच व्हे प्रोटीन को पेट के लिए कठोर होने के लिए जाना जाता है, लेकिन यह वास्तव में आसानी से पचने वाला प्रोटीन स्रोत है। यदि आपको लगता है कि लैक्टोज आपको पटने में समस्या करता है, तो आइसोलेट प्रोटीन के इस्तेमाल करने के बारे में सोचे। व्हे आइसोलेट व्हे प्रोटीन का एक केंद्रित स्रोत है, जो कुछ वसा और कार्ब्स को हटाकर बनाया जाता है। एक व्हे प्रोटीन में 90 से 95% प्रोटीन और 1% से कम लैक्टोज होता है।
कई प्रोटीन पाउडर में फिलर, आर्टिफिशियल स्वाद और मिठास, स्वाद बढ़ाने वाले रसायन, स्टीविया, चीनी अल्कोहल, रंग और अन्य खतरनाक तत्व होते हैं। इनमें से कुछ सामग्रियां अ गैस और सूजन से जुड़ी हैं, इसलिए ऐसे सप्लीमेंट देखें जिसमें ये चीजें न हो।
एनिमल प्रोटीन का सेवन हमेशा लोगों की आहार संबंधी प्राथमिकताओं के अनुरूप नहीं होता है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन पाउडर मांसपेशियों के निर्माण और चयापचय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते है। प्लांट बेस्ट प्रोटान में एक अमीनो एसिड होता है जो है ल्यूसीन यह मांसपेशियों के निर्माण करने में जरूरी है जो कि एनिमल प्रोटीन की तुलना में प्लाट बेस्ड प्रोटीन में अधिक होता है।
इसलिए जब आप शाकाहारी प्रोटीन चुन रहे हों, तो उस प्रोटीन की तलाश करें जिसमें प्रति सर्विंग में कम से कम 2.5 ग्राम ल्यूसीन हो।
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