जहां अधिकतर लोग वेटगेन की समस्या का शिकार हैं, तो वहीं कुछ कम वज़न का भी सामना कर रहे हैं। ऐसे में वे वेटगेन के लिए अपने आहार में कई प्रकार के परिवर्तन करने लगते हैं, मगर समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। अपने वज़न को बढ़ाने के लिए हेल्दी डाइट के अलावा सही एक्सरसाइज़ का यचन करना भी ज़रूरी है। इससे शरीर एक्टिव बना रहता है और वेटगेन में मदद मिलती है। जानते हैं वेटगेन के लिए किन एक्सरसाइज़ की लें मदद।
इस बारे में लाइफस्टाइल कोच पूजा मलिक बताती हैं कि शरीर के वेटगेन के लिए आहार में प्रोटीन और फाइबर को बढ़ोन पर फोकस रखना चाहिए। इसके अलावा अपनी मील्स को स्किप करने से बचें और कुछ बाइसेप्स, ट्राइसेप्स और मॉडरेट एक्सरसाइज़ को अपने रूटीन में अवश्य शामिल करें। वर्कआउट को रोज़ाना दोहराने से शरीर का वज़न संतुलित बना रहता है।
मांसपेशियों में कसावट लाने के लिए क्रॉसओवर क्रंचेज बेहद कारगर है। इसे करने से वेटलॉस के अलावा वेटगेप में भी मदद मिलने लगती है। इससे शरीर एक्टिव और हेल्दी बना रहता है। साथ ही शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलने लगती है।
इस एक्सरसाइज़ करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं। कमर को सीधा कर लें और घुटनों को मोड़ लें।
अब दोनों बाजूओं को सिर के पास ले जाएं और हाथों को कानों के पास रख लें। कोहनी को मोड़ लें।
एक्सरसाइज़ के दौरान दाएं पैर को बाएं पैर के उपर रखें। इससे बाएं पैर को आराम की प्राप्ति होने लगती है।
30 सेकण्ड तक इस एक्सरसाइज़ को करने के बाद मैट पर सीधा लेट जाएं। फिर बाएं पैर को दाएं पैर पर रख लें।
बेंच पर लेटकर की लाने वाली इस एक्सरसाइज़ को करने से शरीर में जमा स्टिफनेस दूर होती है और मसल्स स्ट्रेच होने लगते हैं। इसे नियमित तौर पर करने से बाजूओं, कंधों और टांगों के मसल्स गेन होने लगते हैं। ज्यादा पतले लोगों को ये एक्सरसाइज़ करने की सलाह दी जाती है।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए बेंच पर लेट जाएं और घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को जमीन पर टिकाएं।
दोनों हाथों से अपनी क्षमता के अनुसार वज़न को पकड़ लें। अब दोनों हाथों से बार को उपर लेकर जाएं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंउसके बाद धीरे धीरे नीचे लेकर आएं और चेस्ट के नज़दीक आकर रूक जाएं। फिर उपर की ओर लेकर जाएं।
इससे शरीर की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। इसे 10 से 12 बार 2 से 3 सेट्स में दोहराएं।
ट्राइसेप डिप्स को बॉडीवेट एक्सरसाइज भी कहा जाता है। इसे रोज़ाना करने से ट्राइसेप्स, बाइसेप्स और शोल्डर मसल्स को मजबूत करती है। इस एक्सरसाइज़ को घर पर आसानी से किया जा सकता है। इससे बाजूओं को टोन रखने में भी मदद मिलती है।
इसे करने के लिए बेंच की मदद लें। अपनी पीठ को बेंच की ओर घुमाएं और फिर दोनों हाथों को बेंच पर रख ले।
अब कुसी के आकार में घुटनों मोड़ते हुए खड़े रहें और फिर शरीर को नीचे लेकर जाएं और उपर उठाएं।
2 से 3 सेट्स में 10 बार इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशसन बढ़ने लगता है।
इस एक्सरसाइज़ को करने से कंधों की चौड़ाई बढ़ने लगती है और वे मज़बूत हो जाते हैं।
ये एक्सरसाइज़ तीनों ग्लूटियल मसल्स को एक्टिव रखता है। इससे हैमस्ट्रिंग, काव्स और कोर मसल्स मजबूत बनते हैं। इसे करने से टांगों में बढ़ने वाली स्टिफनेस को भी दूर करने में मदद मिलती है। रोज़ाना इसे करने से लोअर बॉडी को फायदा मिलता है।
इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के मध्य दूरी बना ले।
दोनों हाथों को दीवार रख लें और जमीन की ओर देखें। अपने दोनों पैरों के मध्य दूरी बनाकर रखें।
अब दाहिने पैर पर एंकल कफ को बांध लें और पैर को पूरे फोर्स के साथ आगे से पीछे की ओर लेकर जाएं।
इस दौरान बाएं पैर को जमीन पर टिका कर रखें। 5 मिनट तक इस एक्सरसाइज़ को करने के बाद अब दाएं पैर पर एंकल कफ को बांध कर एक्सरसाइज़ करे।
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