दिन प्रतिदिन मोटापा की समस्या एक सबसे आम लाइफ़स्टाइल डिसऑर्डर बनती जा रही है। इसकी वजह से वेट लॉस से जुड़ी चीजें हमेशा सुर्खियों में छाई रहती हैं। अब चाहे बात वेट लॉस डाइट की हो या वेट लॉस एक्सरसाइज की लोग अक्सर इन विषयों पर चर्चा किया करते हैं। परंतु कहीं न कहीं इस बीच हमने अंडरवेट यानी कि कम वजन वाले व्यक्तियों पर ध्यान देना बंद कर दिया है। जिस प्रकार बढ़ता वजन चिंता का विषय है, ठीक उसी प्रकार अंडरवेट होना भी कई स्वास्थ्य समस्याओं को बुलावा देना है।
हम सभी को वेट लॉस के साथ-साथ वेट गेन की जानकारी होना भी अनिवार्य है। यदि आपमें से कोई भी अंडरवेट है, और आप अपने वजन को लेकर परेशान रहती हैं, तो चिंता न करें। आज हेल्थ शॉट्स के माध्यम से जानेंगे वेट गेन के कुछ प्रभावी और आसान तरीके।
भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने वेट गेन के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर किस तरह हम वेट गेन कर सकते हैं (foods to gain weight)।
वेट गेन डाइट में केला जरूर खाएं। यदि आप वजन को संतुलित रखना चाहती हैं तो अपने दिन की शुरुआत पोषक तत्वों से भरपूर केले के साथ करें। केले को दूध या दही किसी के साथ भी ले सकती हैं। वेट गेन के लिए एक्सपर्ट के अनुसार नियमित रूप से दो से तीन केले का सेवन करना चाहिए।
व्हाइट राइस की तुलना में ब्राउन राइस अधिक फायदेमंद होती है। व्हाइट राइस में कैलरी की मात्रा अधिक होती है परंतु इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है। अलग-अलग प्रकार के चावल में स्टार्च की मात्रा भी अलग-अलग होती है, जो इसके टेक्चर और पाचन को निर्धारित करते हैं।
ब्राउन राइस में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है साथ ही इनमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। नियमित रूप से अपनी पसंदीदा दाल के साथ चावल का सेवन करें।
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आलू कार्बोहाइड्रेट और स्टार्ट से भरपूर होते हैं इनका नियमित सेवन एडिपोज टिश्यू को बढ़ावा देता है। इसके अलावा आप चाहे तो स्वीट पोटैटो को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। यह एक हेल्दी ऑप्शन साबित होगा। एक्सपर्ट वेट गेन डाइट में नियमित रूप से 100 ग्राम आलू खाने की सलाह देते हैं।
चना में भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है, जो आपके शरीर को रिपेयर करता है और बॉडी फंक्शन को इंप्रूव करने में मदद करता है। यह शरीर में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा को बनाए रखने का एक अच्छा स्रोत है।
प्रोटीन मसल्स मास को बढ़ावा देता है साथ ही एक्स्ट्रा फैट बर्न करने में मदद करता है। इतना ही नहीं चने का नियमित सेवन कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को भी कम कर देता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंटोफू और अन्य सोए प्रोडक्ट प्रोटीन के एक बेहतरीन स्रोत होते हैं। साथ ही साथ इनमें सॉल्युबल फाइबर की मात्रा भी मौजूद होती है। इनका सेवन डायबिटीज कंट्रोल करता है और हाइपरटेंशन की समस्या में फायदेमंद होता है। सोए प्रोडक्ट्स को अपने नियमित डाइट का हिस्सा बनाएं।
एक्सपर्ट बताती हैं कि एक हेल्दी वेट मैनेजमेंट और सेहत को संतुलित रखने के लिए एक्सरसाइज और योग का अभ्यास अधिक प्रभावी रूप से काम करता है। वेट गेन प्लान करते वक्त लोग अक्सर यह सोचते हैं कि एक्सरसाइज करने से उनके वजन में गिरावट आएगी परंतु ऐसा नहीं है नियमित रूप से योग और वॉक करने से वेट मेंटेन रखने में मदद मिलती है। यह मसल्स बिल्डिंग में मदद करते हैं।
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