अधिकतर लोग सर्दी के बढ़ते ही पैरों को जूतों में कैद कर देते हैं। हवा और धूप के संपर्क में न आने और दिन भर पैर लटकाकर बैठने से पैरों की उंगलियों में सूजन की समस्या आरंभ होने लगती है। इसके चलते देखते ही देखते पैरों में भी सूजन की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, पैरों में थकान और ठंड के चलते ब्लड वेसल्स संकुचित हो जाते हैं। ऐसे में पैरों में बढ़ने वाली थकान को दूर करने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखना ज़रूरी है। जानें, वो आसान टिप्स जिनकी मदद से पैरों की उंगलियों में बढ़ने वाली सूजन को किया जा सकता है दूर (Tips to get rid of swollen toes)।
इस बारे में जानकारी देने के लिए हमारे साथ है आर्टिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन। वे बताते हैं कि तापमान की अधिकता और शरीर में विटामिन डी की कमी उंगलियों में सूजन का कारण बनने लगती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो जाता है और खून के थक्के बनने लगते हैं। इससे उंगलियों में सूजन बढ़ने लगती है और हल्का दर्द भी बना रहता है। समय पर इसका उपचार न करवाने से ये सूजन पैरों में भी बढ़ने लगती है। इससे पैरों की सेहत प्रभावित होने लगती है।
ठण्ड की शुरूआत के साथ ही पैरों में उंगलियों में खराश, जलन और दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, दिनभर जूतों में रहने के कारण पैरों की उंगलियों में सूजन बढ़ने लगती है। इससे ब्लड सेल्स में कसावट महसूस होने लगती है और खून के थक्के जम जाते हैं। इससे सूजन की समस्या पनपने लगती है। इससे पैरों की उंगलियों में लालिमा और सूजन की समस्या बढ़ने लगती है।
शरीर में पानी की कमी हाथों और पैरों की उंगलियों में सूजन का कारण बनने लगती है। ऐसे में खुद को हाइड्रेट रखें और सही मात्रा में तरल पदार्थों का इनटेक बढ़ाएं। पानी की नियमित मात्रा शरीर को निर्जलीकरण से बचाती है और ब्लड फ्लो भी उचित बना रहता है। इससे शरीर में होने वाली ऐंठन भी दूर हो जाती है।
सर्दियों में हल्के गुनगुने ऑयल या क्रीम से फुट मसाज इंफ्लामेशन की समस्या को कम करने में मददगार साबित होती है। रात को सोने से पहले 3 से 5 मिनट तक उंगलियों की मसाज करने के बाद पैरों को कवर कर लें। इससे टोज़ में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है।
पैरों के लिए सही फुटवियर न चुनने से भी उंगलियों में सूजन बढ़ जाती है। दिनभर आप जिन फुटवियर को पहनते हैं। उनका आरामदायक होना ज़रूरी है। कई बार हाई हील्स और टाइट सैंडिल पहनने से भी पैरों में ही उंगलियों में सूजन महसूस होने लगती है। साथ ही पैरों के लिए भी वो नुकसानदारयक साबित होते हैं। साथ ही किसी दूसरे व्यक्ति के जूते पहनने से भी बचें। इससे पैरों में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगता है।
मैग्नीशियम सल्फेंट से भरपूर एप्सम सॉल्ट को गुनगुने पानी में डालकर उसमें कुछ देर के लिए पैरों को उसे डुबा लें। इससे मसल्स पेन और सूजन दोनों की समस्याएं कम होने लगती हैं। एप्सम साल्फ काउंसिल के अनुसार फुटबाथ से पैरों को रिलैक्सेशन की प्राप्ति होती है। जो दर्द और सूजन को करने में मददगार साबित होती हैं।
नेशनल इेस्टीटयमट ऑफ हेल्थ के अनुसार शरीर में सोडियम की अधिक मात्रा वॉटर रिटेंशन का कारण साबित होता है। एक स्टडी के अनुसार 60 साल से अधिक आयु के लोग ज्यादा नमक खाने से लेग स्वैलिंग का शिकार होने लगते हैं। होम कुक फूड में ज्यादा नमक प्रयोग न करें। साथ ही प्रोसेस्ड फूड खाने से पहले लेबल को अवश्य चेक कर लें।
पैरों की उंगलियों में होने वाली सूजन से बचने के लिए बर्फ से कुछ देर सिकाई करें। इससे सूजन धीरे धीरे कम होने लगती है। साथ ही थकान से भी राहत मिलती है। 5 से 10 मिनट की सिकाई पैरों की उंगलियों के मसल्स को रिलैक्स रखने में मदद करती हैं।
अपनी डाइट में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इसके लिए मौसमी फलों और सब्जियों को चुनें। खासतौर से संतरा, कीवी, चेरी और स्ट्रॉबेरी का सेवन करें। एंटीइंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर ये फूड्स शरीर को तराताज़ा रखते हैं और इम्यून सिस्टम को इंप्रूव करने में मदद करते हैं।
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