अपने खट्टे-मीठे स्वाद के लिए मशहूर इमली का उपयोग दुनिया भर में चटनी, स्टू, सॉस और मिठाइयां बनाने के लिए भी किया जाता है। आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाने के अलावा, इमली कई और स्वास्थ्य लाभ भी दे सकती है। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने से लेकर आपको लिवर और हृदय को बीमारियों से सुरक्षित रखने तक, इमली आपके स्वास्थ्य को बहुत फायदा पहुंचा सकती है।
इमली एक कठोर लकड़ी का पेड़ है, जिसे बॉटेनिकल भाषा में टैमेरिंडस इंडिका () के नाम से जाना जाता है। यह अफ्रीका का मूल निवासी है, लेकिन भारत, पाकिस्तान और कई अन्य ट्रॉपिकल क्षेत्रों में भी उपाया जाता है। जब इमली नई होती है, तो वह हरे रंगे के गूदे वाली और खट्टी होती है। जैसे-जैसे यह पकती जाती है, इसका गूदा रसदार और पेस्ट जैसा और अधिक मीठा-खट्टा हो जाता है। इमली को भारत की खजूर भी कहा जाता है।
इमली फाइबर से भरपूर होती है और इसमें वसा की मात्रा नहीं होती है। रोजाना इमली खाने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है क्योंकि इसमें फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स होते हैं। इसके अलावा, इमली हाइड्रोक्सीसिट्रिक एसिड से भरपूर होती है, जो कार्बोहाइड्रेट को वसा में परिवर्तित करने के लिए एंजाइम एमाइलेज को रोककर आपकी भूख को कम करती है।
कई लोगों को कब्ज की समस्या से कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन यह अंततः आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। आपका शरीर विषाक्त पदार्थों का केंद्र बन जाता है और जिससे त्वचा थकी हुई और बेजान हो जाती है। इमली को पानी में उबालकर पीने से आपकी कब्ज की समस्या दूर हो सकती है। इमली में लैक्सेटिव गुण होते है।
इमली में पोटेशियम होता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए जरूरी है क्योंकि यह शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित करके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, इमली के फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और सूजन-रोधी गुण हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार करते है और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इमली मैग्नीशियम का एक समृद्ध स्रोत है। इसमें कई प्लांट फूड की तुलना में अधिक कैल्शियम होता है। इन दो खनिजों का संयोजन, वजन उठाने वाला व्यायाम, ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर को रोकने में मदद कर सकता है। कैल्शियम का उपयोग करने के लिए शरीर को विटामिन डी की आवश्यकता होती है। इमली विटामिन डी का महत्वपूर्ण स्रोत नहीं है, इसलिए इसे आपको दूसरी चीजों से प्राप्त करना होगा।
ताजी इमली का गूदा 1/2 कप
पानी 4 कप
मीठास के लिए चीनी या शहद
स्वाद के लिए नींबू का रस, पुदीने की पत्तियां
एक सॉस पैन में 2 कप पानी उबालें। कटोरे में इमली के गूदे के ऊपर उबलता पानी डालें। गूदे को नरम करने के लिए इसे लगभग 15-20 मिनट तक भीगने दें।
जब इमली का गूदा नरम हो जाए, तो इसे चम्मच या अपने हाथों से मसल लें और जितना संभव हो उतना गूदा पानी में निकाल लें। इसके लिए आप इमली के पानी को छान भी सकते है।
बचे हुए 2 कप पानी को इमली के पानी में ही मिला दें।
इमली के ड्रिंक में अपको मिठास के लिए स्वीटनर का उपयोग करना है। इसमें चीनी या शहद अपने स्वाद के अनुसार डालकर अच्छे से मलाएं।
अगर आपको पसंद है तो इसमें नींबू का रस डालें और अधिर स्वाद के लिए पूदीने के पत्ते भी डाल सकते है।
इमली के पेय को परोसने से पहले कम से कम एक घंटे के लिए रेफ्रिजरेटर में ठंडा करें, नहीं तो इसमें बर्फ भी मिला सकते है।
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