बढ़ते स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए शरीर को इनसे लड़ने के लिए तैयार करना बहुत जरूरी है। ऐसे में तरह-तरह की केमिकल युक्त दवाइयों का सेवन करना आपके एक स्वास्थ्य जोखिम को ठीक करने की जगह 4 और स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकता है। इसलिए प्राचीन समय से आयुर्वेद तथा मां और दादी द्वारा विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले हर्ब गिलोय को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। वहीं दादी और मां द्वारा सुझाए गए नुस्खे (How to make giloy kadha at home) के साथ ही अब साइंटिफिक रूप से भी इसके स्वास्थ्य लाभ की पुष्टि कर दी गई है।
विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर गिलोय स्वाद में कड़वा होता है। इसलिए इसे सीधा कंज्यूम करना थोड़ा मुश्किल है। ऐसे नहीं कुछ अन्य पदार्थों को मिलाकर इसका काढ़ा तैयार कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं किस तरह गिलोय में मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर गिलोय काढ़ा इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ ही आपके स्किन हेल्थ को भी बूस्ट करने में मदद करेगा।
रिसर्च गेट द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार गिलोय में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, आयरन, फाइबर, कैल्शियम और विटामिन सी जैसे कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। प्राचीन समय से ही गिलोय के तने और इसकी पत्तियों का प्रयोग तरह-तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने के लिए होता आ रहा है। इसके साथ ही पब मेड सेंट्रल के स्टडी में गिलोय के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज की चर्चा की गई है। रिसर्च में बताया गया कि यह प्रॉपर्टीज सेल्स को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाती हैं। वहीं कई रिसर्च में इसके एंटी कैंसर प्रॉपर्टी के बारे में भी बताया गया है।
गिलोय शरीर में इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करता है। इसके पोषक तत्व को अपने नियमित आहार में शामिल करने का एक सबसे आसान तरीका है गिलोय काढ़ा। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन में बताया गया की गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर से टॉक्सिंस को रिलीज करने में मदद करते हैं।
इसके साथ ही यह स्किन हेल्थ को भी डिटॉक्सिफाई और इंप्रूव करता है। वहीं यह शरीर पर वायरस और बैक्टीरिया के प्रभाव को भी कम करता है। इसके साथ ही सर्दी, खांसी और जुकाम में भी कारगर हो सकता है।
गिलोय हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट की तरह काम करके डायबिटीज की समस्या को कम करने में मदद करता है। वहीं यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है और डायबिटीज को बढ़ने से रोकता है।
गिलोय आंखों की रोशनी को बनाए रखता है। बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी कम होने लगती है, ऐसे में गिलोय को उबालकर इसके पानी को आईलीड्स पर लगाएं। हालांकि, यदि आप यह नहीं कर पा रही हैं, तो गिलोय के काढ़े का नियमित सेवन भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक डेटा में गिलोय में मौजूद फाइबर के गुणों की व्याख्या की गयी है। वहीं गिलोय का नियमित सेवन पाचन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं जैसे कि डायरिया, उल्टी, हाइपरएसिडिटी, इत्यादि में मददगार होता हैं।
स्ट्रेस और एंग्जाइटी जैसी समस्या में गिलोय फायदेमंद होता है। वहीं यह आपके शरीर को शांत रखता है, और याददाश्त को भी मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। यदि आपके घर में कोई बुजुर्ग हैं, तो गिलोय के काढ़े को उनकी नियमित डाइट में शामिल करें। यह उनके याददाश्त को बनाए रखने में मदद करेगा। साथ ही भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए अपने डाइट में भी डेटॉक्स ड्रिंक की तरह इस काढ़े को ले सकती हैं।
गिलोय के टुकड़े
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंपानी
हल्दी पाउडर
अदरक
तुलसी के पत्ते
दालचीनी
काली मिर्च पाउडर
शहद
सबसे पहले किसी बर्तन में पानी डालें और मध्यम आंच पर गैस पर चढ़ा दें।
फिर पानी में हल्दी पाउडर और काली मिर्च पाउडर डालकर उबाल आने दें।
अब इसमें गिलोय, दालचीनी, कुचली हुई अदरक और तुलसी की पत्तियां डालकर पानी को 5 मिनट तक अच्छी तरह उबलने के लिए छोड़ दें।
फिर गैस को बंद करें और इसे किसी बर्तन में छान कर निकाल लें।
अब इसमें स्वादानुसार शहद डालें और इसे अच्छी तरह मिला लें।
आपका इम्यून बूस्टर चाय बन कर तैयार है। इसे गरमा गरम पिए और कई तरह के स्वास्थ्य लाभों का फायदा उठाएं।
यह भी पढ़ें : चिया सीड्स की ये हेल्दी रेसिपी, सेहत में घोल देगी मिठास