विश्वास, ट्रस्ट, भरोसा ऐसी चीज है जो किसी पर एक दिन में नहीं होती है बल्कि इसके लिए आपको कई समय तक कोशिश करनी पड़ती है, तभी किसी रिश्ते में विश्वास पैदा होता है। विश्वास, इसके बिना हेल्दी रेलशनशिप नहीं बन सकता है। अगर आपने कभी अपने साथी का भरोसा तोड़ा है तो फिर इसको बनाना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
विश्वास और रिश्ता अलग-अलग नहीं रह सकते, और अगर विश्वास डगमगाता है, तो रिश्ता टूटना तय है। कहा जाता है कि विश्वास हर रिश्ते की नींव होती है, जिससे एक मजबूत रिश्ता बनाया जा सकता है। पार्टनर के बीच विश्वास के बिना, रिश्ते नहीं बनेंगे और गहराई से आगे नहीं बढ़ेंगे।
विश्वास एक रिश्ते में समझ और आपसी सम्मान को बढ़ाता है। यह रिश्ते को मजबूत बनाता है, जहां आप बिना किसी डर के एक दूसरे के साथ आ सकें और आगे बढ़ सकें।
इस बारे में ज्यादा जामकारी दी हमें रिलेशनशिप एक्सपर्ट रूचि रूह नें, वो कहती है कि “विश्वास बनाने और उसे तोड़ने में लगने वाले समय में बहुत बड़ा अंतर होता है। इसलिए, विश्वास हासिल करने या दोबारा विश्वास पाने की यात्रा के लिए उच्च संवेदनशीलता और ईमानदारी की आवश्यकता होती है।”
आपका शब्द बहुत जरूरी है, इसलिए आपके जो शब्द है वो आपके काम में दिखना भी चाहिए। इसका अभ्यास करने का एक उदाहरण प्रतिबद्धताओं (commitment) का सम्मान करना है। यदि आप कहते हैं, “मैं शनिवार को आपकी मदद करने के लिए वहाँ रहूँगा,” तो आपको शनिवार को वहाँ रहना चाहिए। नए रिश्ते में वादा करना बेहद आसान है क्योंकि आप उस व्यक्ति की परवाह करते हैं। लेकिन आप तब अधिक नुकसान करते हैं जब आप ऐसे वादे करते हैं जिन्हें आप पूरा नहीं कर सकते। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको किसी चीज़ के बारे में अपना मन बदलने की अनुमति नहीं है। बस यह बात अपने पार्टनर को बताना जरूरी है।
प्रोफेशनल लाइफ में और दोस्तों और परिवार के साथ एक सफल रिश्ता बनाए रखने के लिए प्रभावी और स्पष्ट बातचीत करना जरूरी है। यह रिलेशनशिप में भी उतना ही जरूरी है। आपका साथी दिमाग पढ़ने वाला नहीं है, इसलिए अपनी बातें और इच्छाएं बताएं और उन्हें बार-बार बताएं।
उदाहरण के लिए यदि आप बुधवार को मूवी नाइट करना चाहते हैं, तो आप अपने साथी से इस बारे में बात करते हैं। एक अन्य उदाहरण यह है कि, यदि आप भविष्य में जीवन में बड़े बदलाव करने पर विचार कर रहे हैं, तो अपने साथी को इस बारे में बताएं न की ये सोचें की आपके साथी को इसके बारे में खुद ही पता चलेगा। चीजों को बताने से ही आपके पार्टनर को पता लगेगी केवल अनुमान लगाना उन्हे भ्रमित कर सकता है।
सभी रिश्तों में विश्वसनीयता (trust) और जवाबदेही महत्वपूर्ण है। आपका पार्टनर जानना चाहता है कि जब आपने कोई गलती की है तो आप उसे स्वीकार करेंगे। किसी रिश्ते में विश्वास पैदा करने का अर्थ है अपनी गलती के लिए जवाबदेही लेना, यह पूछना कि आप इसे कैसे बेहतर बना सकते हैं, और यह कमिटमेंट करना कि आप वह गलती दोबारा नहीं करेंगे । क्योंकि अगर आप एक ही गलती बारा बारा करेंगे तो वो गलती नहीं बल्कि जामबुझकर बार बार की जाने वाली हरकत हो जाती है।
ये जरूरी है समय पर, सही ढंग से बातचीत बहुत जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ, आपको अपने नए ग्राहक की विशिष्ट संचार प्राथमिकताओं पर काम करना चाहिए और उनके अनुरूप होना चाहिए। वे आमने-सामने मिल सकते हैं, फ़ोन पर बात कर सकते हैं या मुख्य रूप से ईमेल के माध्यम से संवाद कर सकते हैं। आपको वह करने की ज़रूरत है जो उन्हें सबसे अधिक आरामदायक महसूस कराए और, उनकी कार्यशैली के अनुरूप होकर, आप सहयोग का एक ढांचा तैयार करेंगे जो आपके ग्राहक के लिए सबसे अच्छा काम करेगा और अंततः आपके लिए भी सबसे अच्छा काम करेगा।
अगर आपके रिश्ते में विश्वास है तो इससे आपकी चिंता और असुरक्षा की भावनाओं को कम करता है। जब दोनों पार्टनर एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, तो निरंतर आश्वासन या संदेह को कम करने में मदद मिलती है, जिससे आप अधिक शांतिपूर्ण तरीके से रिश्ता चला सकते है।
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