इसमें कोई दो राय नहीं है कि पीरियड्स हमें बहुत परेशान करते हैं। लेकिन इस परेशानी को और बढ़ाते है पीरियड रैशेस। पीरियड्स के साथ बहुत सी समस्याएं आती हैं और पीरियड रैशेस उनमें से एक हैं। ऐसी कोई महिला नहीं होगी जो पीरियड रैशेस से परेशान न हो, लेकिन सच यह है कि उन्हें रोका जा सकता है।
आपको सिर्फ कुछ बदलाव करने हैं। इन पांच टिप्स की मदद से आप पीरियड में होने वाले रैशेस को रोक सकते हैं।
पीरियड्स रैशेस के लिए आपकी सैनिटरी नैपकिन ही जिम्मेदार हैं। इसलिए अगर आप सिर्फ कॉटन वाले सैनिटरी पैड इस्तेमाल करें तो यह बेहतर होगा। अगर आपको कॉटन पैड ठीक नहीं लगे या वह आपके लिए अनुकूल नहीं हैं, तो आप टैम्पॉन और मेंस्ट्रुअल कप भी चुन सकती हैं।
क्या आप एक ही पैड दिन भर पहनती हैं? ऐसी गलती कभी न करें। इतने लंबे समय तक एक ही पैड पहनना ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि पीरियड्स में रैशेस का भी कारण बनता है। इसलिए अपने पैड को समय-समय पर बदलती रहें।
ध्यान रखें कि कम से कम पीरियड्स के दौरान आप कॉटन की ही अंडर वियर पहनें। यह आपकी त्वचा और वेजाइना को सांस लेने का मौका देगा। साथ ही यह अत्यधिक पसीने को भी रोकेगा। अगर नमी नहीं होगी तो रैशेस पड़ने की सम्भावना भी कम हो जाएगी।
अपनी वेजाइना को गुनगुने पानी से हर एक दो घण्टे पर धोती रहें। ताकि बैक्टीरिया इकट्ठे न हों। पीरियड्स के समय हाइजीन का खास ख्याल रखा जाना चाहिए। इससे न सिर्फ आप साफ रहेंगी बल्कि रैशेस इत्यादि भी नहीं होंगे।
अगर आप कोई कोमल टेलकम पाउडर जैसे बेबी पाउडर इस्तेमाल करती हैं, तो वह रगड़ को कम करेगा। इससे आपके रैशेस होने का जोखिम कम हो जाएगा। पाउडर अत्यधिक नमी को भी सोख लेगा और आपके प्राइवेट पार्ट को सूखा रखेगा। अगर रैशेस हो गए हैं, तो भी पाउडर मददगार होता है।
तो सखियों, पीरियड्स तो अवॉइड नहीं किए जा सकते, मगर इन ट्रिक्स की मदद से पीरियड रैशेस को दूर रखा जा सकता है।