डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जो आपके खराब लाइफस्टाइल के कारण होती है और आगे चलकर आपके लाइफस्टाइल को ही प्रभावित करती है। यह बीमारी इतनी कॉमन है कि भारत में इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन द्वारा की गई रिसर्च के अनुसार 2017 में 72.9 मिलियन वयस्क मधुमेह से ग्रस्त थे।
आप डायबिटीज़ से कभी छुटकारा नहीं पा सकते हैं, बस इसे कंट्रोल में रख सकते हैं। यदि डायबिटीज़ को कंट्रोल में न रखा जाए तो यह आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है खासकर आपकी किडनी को।
सेंटर फॉर डिजीज प्रेवेंशन एंड कंट्रोल के अनुसार समय के साथ, शुगर आपके गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकती है। जिसकी वजह से किडनी इन्फेक्शन या किडनी फेलियर की समस्या आ सकती है। डायबिटिक किडनी डिजीज (Diabetic kidney disease) तब होती है जब ब्लड शुगर आपके गुर्दे में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे उच्च रक्तचाप की समस्या भी हो सकती है, जिससे किडनी के फिल्टर को नुकसान पहुंच सकता है।
मगर आपको चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि आप अपनी डायबिटीज़ को कंट्रोल करके किडनी डैमेज (Kidney Damage) को रोक सकती हैं या इन्हें खराब होने से बचा सकती हैं।
अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना आपकी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी है। यदि आप अपने शर्करा के स्तर पर अच्छा नियंत्रण रखती हैं तो किडनी खराब होने की संभावना कम हो जाती है। जॉन हॉपकिन्स जर्नल के अनुसार आपका ब्लड प्रैशर 130/80 से नीचे रहना चाहिए, जिसके लिए आप –
एक्सरसाइज़ कर सकते हैं
नमक का सेवन कम करें
शराब न पिएं
धूम्रपान न करें
यदि आप मधुमेह से पीड़ित हैं तो अपनी किडनी हेल्थ को बनाए रखने का एकमात्र आसान तरीका है कि आप अपनी डाइट पर ध्यान दें। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (glycemic index) वाला आहार लें। कम नमक वाली चीजें खाएं और अपना वॉटर इंटेक 8 गिलास प्रतिदिन बनाए रखें। अपनी हेल्थ का ध्यान रखने के लिए आपको किसी पोषण विशेषज्ञ से भी सलाह ले सकते हैं।
ब्लड प्रैशर और ब्लड शुगर दो ऐसी समस्याएं हैं, जिनकी दवाई आपको हमेशा और नियमित रूप से लेनी चाहिए। कई बार अपने लोगों को देखा होगा कि वे दवाइयां खाने में चूक कर देते हैं या कुछ समय बाद खाना छोड़ देते हैं। मगर, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके ब्लड प्रैशर या ब्लड शुगर लेवल में अचानक स्पाइक आ सकता है, जिसकी वजह से आपकी किडनी प्रभावित हो सकती हैं।
क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार डायबिटीज़ के मरीजों के लिए खौ को तनाव मुक्त रखना बहुत ज़रूरी है। जब आप मधुमेह के साथ जी रहे होते हैं तो तनावग्रस्त, उदास या असहाय महसूस करना काफी नॉर्मल है। चूंकि लंबे समय तक तनाव आपके रक्त शर्करा और रक्तचाप दोनों को बढ़ा सकता है, इसलिए आपको अपने स्ट्रेस को कम करने के तरीके आजमाने चाहिए जैसे गहरी सांस लेना, ध्यान करना, योग करना, बागवानी करना, टहलना, अपना पसंदीदा संगीत सुनना आदि।
यदि आपका वज़न ज़्यादा है और आपको डायबिटीज़ है, तो इससे आपकी हार्ट और किडनी हेल्थ दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है। क्योंकि जब आपका वज़न ज़्यादा होता है तो हार्ट को ब्लड पम्प करने में ज़्यादा महसनत करनी पड़ती है। साथ ही, किडनी को दोगुनी क्षमता से खून फिल्टर करना पड़ता है। इसलिए अपना कम करें।
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