नए साल पर यूं तो अपने आप से हम कई वादे करते हैं, लेकिन अगर आप भी हर साल की तरह इस साल भी वेटलॉस करने का प्रण ले रही हैं, तो उसमें अदरक आपका साथी साबित हो सकता है। फेस्टिव सीज़न के साथ जहां वेटगेन बढ़ने की संभावना बढ़ने लगती है, तो वहीं सर्दियों के आगमन के साथ रसोईघर में अदरक की डिमाण्ड भी ज्यादा हो जाती है। हो भी क्यों न, शरीर को संक्रमण से मुक्त रखने के साथ वेटलॉस में जो सहायक है। जी हां आपने सही सुना अदरक का सेवन करने से पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है, जो शरीर को ब्लोटिंग, कब्ज और अपच से बचाता है। साथ ही शरीर में जमा कैलोरीज़ को बर्न करने में भी मदद करता है। जानते हैं कैसे अदरक के सेवन से करें बैली फैट बर्न (ginger to burn belly fat)।
जर्नल ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर के अनुसार अदरक में जिंजरोल तत्व पाया जाता है। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म उचित बना रहता है और खाना आसानी से पच जाता है, जो वेटलॉस में मदद करता है। इससे शरीर को ब्लड शुगर लेवल भी रेगुलेट होता है, जिससे शरीर में शुगर के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।
इस बारे में बातचीत करते हुए नूट्रिशनिस्ट नूपुर पाटिल का कहना है कि अदरक न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि सर्दियों में बढ़ने वाले वजन को घटाने के लिए भी बेहतरीन विकल्प है। इसे आप रॉ या पाउडर फॉर्म में किसी भी प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं। खाने में अदरक के इस्तेमाल से डाइजेशन इंप्रूव होता है और बार बार भूख लगने की समस्या भी हल हो जाती है।
एनआईएच के अनुसार ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन के चलते शररी में मोटापे की समस्या बढ़ने लगती है। अदरक में पाए जाने वाले एंटीइंफ्लामेटरी गुण शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाकर ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन की समस्या को कम कर देते हैं।
एनआइएच की रिसर्च के अनुसार अदरक के सेवन से बैली फैट को कम करने में मदद मिलती है। इसमें पाया जाने वाला जिंजरोल तत्व खाने को पचाने में मदद करता है और ब्लड शुगर लेवल को उचित बनाए रखता है। एक्सपर्ट के अनुसार अदरक में जिंजरोल और शोगॉल कंपाउंड पाए जाते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर में हीट बढ़ने लगती है, जो कैलोरी बर्न करने में मदद करती है।
अदरक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस और एंटी इंफ्लामेटरी गुण शरीर में बढ़ने वाली एसिडिटी, ब्लोटिंग, गैस और इनडाइजेशन की समस्या से बचाने में मदद करते है। इसे आप कच्चा चबा सकते हैं या सोंठ के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। अदरक को आहार में शामिल करके गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है।
बार बार भूख लगने की समस्या पेरशान हैं, तो एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू के रस में 1 चम्मच अदरक को रस मिलाकर पीने से बार बार होने वाली क्रेविंग से बचा जा सकता है। इससे एपिटाइट उचित बना रहता है, जिससे शरीर में कैलोरी इनटेक को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही शरीर निर्जलीकरण की समस्रू से बचा रहता है।
अदरक में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेंटरी और एंटी माइक्रोबियल गुणों के चलते शरीर मौसमी बीमारियों से बचा रहता है। इससे शरीर में संक्रमण पनपने की समस्या की रोकथाम की जा सकती है। एक इंच अदरक को गिलास भर पानी में उबालकर उसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से शरीर में रेग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगती है।
प्रोबायोटिक्स से भरपूर सेब के सिरके में जिंजर वॉटर या जूस को मिक्स करके सेवन करने से वेटलॉस में मदद मिलती है। इन दोनों चीजों को मिलाकर इस्तेमाल करने से गट हेल्थ इंप्रूव होती है और एंटीग्लाइसेमिक इंफेक्ट बढ़ जाता है, जो वज़न कम करने में मदद करता है।
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर है। इसके सेवन से वेटलॉस में मदद मिलती है। अदरक को पानी में उबालकर उसमें ग्रीन टी एड करके सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और इसमें मौजूद तत्वों से शरीर में पाई जाने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ बर्न होने लगती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंनींबू के रस में विटामिन सी पाया जाता है। इससे शरीर का पाचनतंत्र उचित बना रहता है। इसके अलावा बार बार होने वाली क्रविंग से बचा जा सकता है। इसके लिए अदरक को पानी में उबालकर उसमें नींबू का रस मिलाएं और पीएं। इससे शरीर में जमा कैलोरीज़ बर्न होने लगती हैं।
अदरक के अलावा सूखी अदरक का पाउडर यानि सोंठ को भी गर्म पानी में उबालकर पीने से फायदा मिलता है। इससे शरीर का एनर्जी लेवल बना रहता है और वेटलॉस से मुक्ति मिल जाती है।
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