पका पपीता हमारे दिल और दिमाग दोनों को तंदुरुस्त रखता है। अपने पके समकक्ष की तुलना में कच्चा पपीता या रॉ पपीता (Raw Papaya or Green Papaya) के फायदे भी कुछ कम नहीं हैं। सालों भर मिलने के कारण इसकी हेल्दी रेसिपी कभी भी ट्राई की जा सकती है। न्यूट्रिशनिष्ट और लोकप्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर डॉ. नंदिता अय्यर भी कुछ ऐसा ही कहती हैं। डॉ. नंदिता के अनुसार ये सभी रेसिपी कम समय में तैयार हो सकते हैं। इन रेसिपीज को हार्ट पेशेंट, डायबिटीज पेशेंट भी आराम से खा (Raw papaya healthy recipes) सकते हैं।
1 कप कद्दूकस किया हुआ कच्चा पपीता लें। इसमें 1 टी स्पून तेल में 1 टी स्पून राई, एक चुटकी हींग, 2 हरी मिर्च, कुछ करी पत्ता का तड़का लगा लें। इस तड़के और स्वादानुसार नमक को पपीते के साथ मिक्स कर दें। आप चाहें तो इन सभी सामग्रियों को मिलाकर और पीसकर भी चटनी तैयार कर सकती हैं। इसमें 1 टेबल स्पून नींबू का रस मिला दें।
पपीता को सलाद के रूप में काट लें। इस पर नींबू का रस, काली मिर्च पाउडर, काला नमक, स्प्राउट्स, अलसी सीड्स स्प्रिंक्ल कर खाएं।
1 कप लाल चावल पोहा, 1 कप कद्दूकस किया हुआ पपीता, 1 छोटा प्याज, 2 कली लहसुन, 1 इंच अदरक, 1 टेबल स्पून मूंगफली, 1 हरी मिर्च, राई के दाने, करी पत्ता, 1 टी स्पून सरसों तेल, 1 टी स्पून नींबू का रस लें। तेल में राई, करी पत्ता और मूंगफली को चटका लें। फिर प्याज को हल्का भून लें। अदरक-लहसुन कूट कर डाल दें। इसके बाद पानी से धोया हुआ पोहा और पपीता डाल दें। थोड़ा उलट-पुलटकर नमक डाल दें। इसे मिक्स कर कूटी हुई सौंफ डाल कर फ्लेम बंद कर दें। थोड़ी देर बाद नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिला लें। आपका हेल्दी पपीता पोहा तैयार हो जायेगा।
यह एक दक्षिण भारतीय व्यंजन है। कच्चा पपीता को अच्छी तरह छीलकर छोटे टुकड़ों में काट लें। पपीता, आधा कप मूंग की दाल, स्वादानुसार नमक, हल्दी, इमली का पानी और आवाश्य्कानुसार पानी मिक्स कर कूकर में 3 सीटी लगा लें। इधर तेल गर्म कर जीरा, हींग, राई, हरी मिर्च का तड़का लगायें। इसमें कद्दूक्स किये नारियल मिलाएं। फिर 1 स्पून चावल के पाउडर मिक्स कर थोड़ी देर भुनें। फिर पके पपीते को इसके साथ मिक्स कर दें। लाजवाब पपीता कुट्टू तैयार है।
1 कप बारीक कटे पत्ता गोभी, 1 कप बारीक कटा कच्चा पपीता, 1 कप बारीक कटा कमल ककड़ी लें। इसमें भुने हुए चने का पाउडर, भुनी हुई कुटी मिर्च, भुना हुआ तिल का बीज मिक्स करें। इसमें गुलाबी नमक, सामान्य नमक, नींबू का रस और धनिया पत्ती को अच्छी तरह से मिला लें। इसे तुरंत खाएं और खिलाएं।
कच्चा पपीता को लंबे टुकड़ों में काट लें। इसे नमक, हल्दी, मिर्च पाउडर के साथ बहुत थोड़ा पाने के साथ पका लें। नारियल, 1 हरी मिर्च, जीरा को ग्राइंड कर इसमें मिला दें। इसमें जरूरत के हिसाब से इमली का पानी मिलाएं। करी पत्ता, कोकोनट आयल, कद्दूकस किया हुआ नारियल मिलाकर 2 मिनट पकने दें। यह दक्षिण भारतीय डिश तैयार है।
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कस्टमाइज़ करेंइसमें बहुत कम चीनी और कार्बोहाइड्रेट होने के कारण यह वजन घटाने वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। इसे खाने के बाद भूख कम लगती है।
इसमें मौजूद शक्तिशाली एंजाइम पपैन और काइमोपैन प्रोटीन को पचाने में मदद करते हैं।इससे शरीर का सूजन कम होता है।
कच्चे पपीते से मिलने वाला फाइबर बड़ी आंत तक पाचन को रोकता है। यहां यह फर्मेंट होता है। यह फर्मेंट स्टार्च आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के लिए भोजन (Pre biotic) बन जाता है। बदले में आंत में शॉर्ट चेन फैटी एसिड (SCFA) उत्पन्न होता है। इससे प्रतिरक्षा में सुधार होता है।
फाइबर सूजन को कम करता है। रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है। कच्चे पपीते में प्रतिरोधी स्टार्च एक विशेष प्रकार का कार्बोहाइड्रेट होता है।
यह पाचन के लिए प्रतिरोधी होता है। इससे ब्लड शुगर के स्तर में स्पाइक्स का कारण नहीं बनता है। यह मधुमेह रोगियों को अपने आहार में शामिल करने के लिए उपयोगी होता है।
यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकता है।
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